कचरे के द्वारा भरे जाकर समतल करी जा रही ऊबड़-खाबड़ ज़मीन से उठने वाली दुर्गन्ध आस-पास के लोगों के लिए समस्या बन गई थी इसलिए भराई के कार्य में लगे लोगों ने उस दुर्गन्ध को छुपाने का प्रयास किया। उन्होंने भराई के क्षेत्र के चारों ओर पिचकारी के समान कार्य करने वाले ऐसे यन्त्र लगाए जो प्रति मिनिट कई गैलन सुगन्धित द्रव्य 50 मीटर तक की दूरी तक फेंक सकते थे। लेकिन चाहे जितने गैलन सुगन्धित द्रव्य फेंका जाता, कुछ ही समय के बाद सड़ते हुए कचरे की दुर्गन्ध वापस आ जाती। यन्त्रों द्वारा आस-पास छिड़की गई सुगन्ध तो केवल कुछ समय तक दुर्गन्ध छुपाने का असफल प्रयास भर था, स्थिति का वास्तविक हल तो उस कचरे के निवारण में था।
राजा दाऊद ने भी कुछ छुपाने का प्रयास किया - बथशीबा के साथ किए व्यभिचार से हुई अपनी नैतिक पराजय को छुपाने के लिए उसने खामोशी, धोखे और धर्मपरायणता का प्रयोग किया (2 शमूएल 11-12)। परमेश्वर के वचन बाइबल के भजन 32 में दाऊद अपनी उस खामोशी के कारण उस पर परमेश्वर से आई दोष की तीव्र भावना को व्यक्त करता है (पद 3-4)। जब दाऊद उस दोष-भावना को और बर्दाश्त नहीं कर सका तो उसने अपने पाप को छुपाने के प्रयास छोड़कर उसे मान लिया और उसके लिए पश्चाताप किया (पद 5)। इसके बाद उसे अपने पाप को छुपाने का प्रयास करने की फिर कोई आवश्यकता नहीं रही क्योंकि परमेश्वर ने उसे क्षमा कर दिया।
हमारा अपने पापों को छुपाने का प्रयास करना व्यर्थ है। हम छुपाने का जो भी उपाय करें, पाप की दुर्गन्ध उसमें से होकर भी बाहर निकल ही आएगी और हमारी तथा दूसरों की परेशानी का कारण बनेगी। स्थिति का वस्तविक निवारण है उस पाप को परमेश्वर के सम्मुख मान लेना और उसके लिए सच्चे मन से परमेश्वर से पश्चाताप करना। ऐसा कर के हम परमेश्वर को यह अधिकार देते हैं कि वह हमारे अन्दर की गन्दगी को साफ कर दे, और हम इस सफाई के द्वारा उसके अनुग्रह और क्षमा से मिलने वाली ताज़गी को अनुभव करने पाते हैं।
पाप को छुपाएं नहीं, उसे स्वीकार कर लें, और परमेश्वर प्रभु यीशु से नए जीवन के अनुभव को प्राप्त कर लें। - मार्विन विलियम्स
प्रभु यीशु के समक्ष अपने पाप को मान कर उससे मिलने वाली क्षमा के आनन्द को अनुभव करें।
दूसरे दिन उसने यीशु को अपनी ओर आते देखकर कहा, देखो, यह परमेश्वर का मेम्ना है, जो जगत के पाप उठा ले जाता है। - यूहन्ना 1:29
बाइबल पाठ: भजन 32:1-5
Psalms 32:1 क्या ही धन्य है वह जिसका अपराध क्षमा किया गया, और जिसका पाप ढ़ाँपा गया हो।
Psalms 32:2 क्या ही धन्य है वह मनुष्य जिसके अधर्म का यहोवा लेखा न ले, और जिसकी आत्मा में कपट न हो।
Psalms 32:3 जब मैं चुप रहा तब दिन भर कराहते कराहते मेरी हडि्डयां पिघल गई।
Psalms 32:4 क्योंकि रात दिन मैं तेरे हाथ के नीचे दबा रहा; और मेरी तरावट धूप काल की सी झुर्राहट बनती गई।
Psalms 32:5 जब मैं ने अपना पाप तुझ पर प्रगट किया और अपना अधर्म न छिपाया, और कहा, मैं यहोवा के साम्हने अपने अपराधों को मान लूंगा; तब तू ने मेरे अधर्म और पाप को क्षमा कर दिया।
एक साल में बाइबल:
- अय्यूब 35-37