जब बयान से बाहर त्रासदी लोगों के जीवनों को ध्वस्त करती है, तो वे उस परिस्थिति की दुविधा से संबंधित प्रश्न पूछते हैं। हाल ही में एक माँ ने, जिसके बेटे की किशोरावस्था में ही मृत्यु हो गई थी, मुझसे प्रश्न किया, "यह मेरी समझ के बाहर है। मैं नहीं जानती कि अब मैं और आगे विश्वास रखने पाऊँगी कि नहीं। मैं प्रयास तो करती हूँ, परन्तु अब परमेश्वर मुझे युक्तिसंगत प्रतीत नहीं होता है। इस सब का अर्थ क्या है?" ऐसे बड़ी चिन्ताओं के लिए कोई सरल उत्तर नहीं हैं। परन्तु हम, जिन्होंने प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास किया है, हमारे लिए आशा है - चाहे हम आशीषों में आनन्दित हों अथवा दुःख में पिस रहे हों।
परमेश्वर के वचन बाइबल में पतरस ने अपनी प्रथम पत्री में इसे समझाया है। पतरस ने बड़े उत्साही शब्दों में पहले तो नए जन्म द्वारा जीवित आशा के विषय में लिखा (1 पतरस 1:3), जिस से त्रासदी में भी सांत्वना और आनन्द प्राप्त होता है। वह इस आशा के स्थाई होने के बारे में भी लिखता है (पद 4)। फिर वह हमें एक हृदय विदारक सत्य के सामने लाकर खड़ा करता है, कि हमें अनेकों प्रकार की परीक्षाओं के कारण दुःख उठाने पडेंगे। परन्तु पतरस द्वारा इससे आगे कहे गए शब्दों से उन्हें सांत्वना मिलेगी जिन्हें कोई हानि उठानी पड़ी है, क्योंकि पतरस आगे समझाता है कि यह सब इसलिए है ताकि प्रभु यीशु मसीह के प्रगट होने पर हम मसीही विश्वासियों का विश्वास प्रशंसा, महिमा और आदर का कारण ठहरे (पद 7)।
जब दिखने में असंगत, निरुद्देश्य तथा समझ से बाहर परीक्षाओं को पतरस के इन वचनों के प्रकाश में देखा जाता है, तो उनका तात्पर्य भिन्न हो जाता है। परीक्षाओं और परेशानियों में भी हमारे मसीही विश्वास से मिले उध्दार की सामर्थ्य और मनोहरता, हमारे तथा सारे संसार के महान उध्दारकर्ता प्रभु यीशु मसीह के कारण चमकती है। और उसकी इस चमक का प्रकाश किसी परेशान व्यक्ति के लिए उस दिन को बिताने के लिए पर्याप्त ज्योति हो सकता है।
परीक्षाएं हमें तोड़ने के लिए नहीं, हमें निखारने और चमकाने के लिए आती हैं। - डेव ब्रैनन
गहरे अन्धकार में भी उध्दार की ज्योति स्पष्ट चमकती है।
केवल यही नहीं, वरन हम क्लेशों में भी घमण्ड करें, यही जानकर कि क्लेश से धीरज। ओर धीरज से खरा निकलना, और खरे निकलने से आशा उत्पन्न होती है। और आशा से लज्ज़ा नहीं होती, क्योंकि पवित्र आत्मा जो हमें दिया गया है उसके द्वारा परमेश्वर का प्रेम हमारे मन में डाला गया है। - रोमियों 5:3-5
बाइबल पाठ: 1 पतरस 1:3-9
1 Peter 1:3 हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद दो, जिसने यीशु मसीह के हुओं में से जी उठने के द्वारा, अपनी बड़ी दया से हमें जीवित आशा के लिये नया जन्म दिया।
1 Peter 1:4 अर्थात एक अविनाशी और निर्मल, और अजर मीरास के लिये।
1 Peter 1:5 जो तुम्हारे लिये स्वर्ग में रखी है, जिन की रक्षा परमेश्वर की सामर्थ्य से, विश्वास के द्वारा उस उध्दार के लिये, जो आने वाले समय में प्रगट होने वाली है, की जाती है।
1 Peter 1:6 और इस कारण तुम मगन होते हो, यद्यपि अवश्य है कि अब कुछ दिन तक नाना प्रकार की परीक्षाओं के कारण उदास हो।
1 Peter 1:7 और यह इसलिये है कि तुम्हारा परखा हुआ विश्वास, जो आग से ताए हुए नाशमान सोने से भी कहीं, अधिक बहुमूल्य है, यीशु मसीह के प्रगट होने पर प्रशंसा, और महिमा, और आदर का कारण ठहरे।
1 Peter 1:8 उस से तुम बिन देखे प्रेम रखते हो, और अब तो उस पर बिन देखे भी विश्वास कर के ऐसे आनन्दित और मगन होते हो, जो वर्णन से बाहर और महिमा से भरा हुआ है।
1 Peter 1:9 और अपने विश्वास का प्रतिफल अर्थात आत्माओं का उध्दार प्राप्त करते हो।
एक साल में बाइबल:
- 2 शमूएल 19-20
- लूका 18:1-23