कहते हैं कि जो किसी के लिये रद्दी है, वही किसी और के लिये बहुमूल्य हो सकता है। डेविड डडले घर बदलने में अपने माता-पिता की सहायता कर रहा था। जिस दूसरे घर में उन्हें जाना था वह उनके वर्तमान घर से छोटा था और उन्हें अपने सामान की छंटाई करने तथा अनुपयोगी चीज़ों को छोड़ देने की आवश्यक्ता थी। परन्तु डेविड के लिये यह बहुत मुश्किल और झुंझलाने वाला कार्य साबित हुआ; क्योंकि जिन वस्तुओं को उसके माता-पिता ने दशकों से प्रयोग नहीं किया था वे उन्हें भी छोड़ने को तैयार नहीं थे। आखिरकर डेविड के पिता ने उसे समझाया की जिन वस्तुओं को वह घिसी-पिटी, पुरानी और अनुपयोगी समझता है वे उनके नज़दीकी मित्रों और कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं से जुड़ी हुई हैं और उनके लिये उन वस्तुओं को बेकार समझ कर फेंकना ऐसा है कि मानो वे अपने जीवन को ही फेंक रहे हैं।
अपने घर के बेकार पड़े सामान की छंटाई करने से अनिच्छुक होने का आत्मिक समानन्तर होगा हमारा अपने मन को उन बातों और प्रवृत्तियों से साफ नहीं कर पाना जो हमें बांधे रहती हैं और आगे नहीं बढ़ने देतीं।
कई साल तक पौलूस कुछ बातों को दृढ़ता से थामे रहा; जैसे, परमेश्वर की व्यवस्था के पालन की उसकी स्वधार्मिकता का घमंड, उसका अपने गोत्र, वंश, ज्ञान और कार्य कौशल पर घमंड आदि। उसने इन सबको तब तक नहीं छोड़ा जब तक दमिशक के मार्ग पर उसक सामना जीवित उद्धारकर्ता यीशु से नहीं हुआ। यीशु से हुए साक्षात्कार ने उसकी स्वधार्मिकता और अन्य बातों पर उसके घमंड को उसके जीवन से निकाल दिया। उसके जीवन में आये इस अति महत्वपूर्ण परिवर्तन ने उसे हर बात में अपनी किसी भी सामर्थ पर नहीं वरन केवल परमेश्वर ही पर निर्भर होकर काम करने वाला बना दिया। इसी कारण वह परमेश्वर के लिये बहुत उपयोगी हो सका, और आज भी उसकी लिखी पत्रियां हमें शिक्षाएं देतीं हैं। उसने बाद में लिखा, "परन्तु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैं ने मसीह के कारण हानि समझ लिया है"। (फिलिप्पियों ३:७)
जब परमेश्वर का पवित्र आत्मा हमें हमारी किसी ऐसी आदत या प्रवृत्ति को छोड़ देने के लिये उकसाता है जिसके कारण हम प्रभु यीशु का अनुसरण ठीक से नहीं कर पा रहे हैं, तो उसे छोड़ देने से ही हमें सच्ची स्वतंत्रता प्राप्त हो सकती है। - डेविड मैककैसलैंड
परन्तु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैं ने मसीह के कारण हानि समझ लिया है। - फिलिप्पियों ३:७
बाइबल पाठ: फिलिपियों ३:३-११
क्योंकि खतना वाले तो हम ही हैं जो परमेश्वर के आत्मा की अगुवाई से उपासना करते हैं, और मसीह यीशु पर घमण्ड करते हैं और शरीर पर भरोसा नहीं रखते।
पर मैं तो शरीर पर भी भरोसा रख सकता हूं यदि किसी और को शरीर पर भरोसा रखने का विचार हो, तो मैं उस से भी बढ़कर रख सकता हूं।
आठवें दिन मेरा खतना हुआ, इस्त्राएल के वंश, और बिन्यामीन के गोत्र का हूं, इब्रानियों का इब्रानी हूं, व्यवस्था के विषय में यदि कहो तो फरीसी हूं।
उत्साह के विषय में यदि कहो तो कलीसिया का सताने वाला और व्यवस्था की धामिर्कता के विषय में यदि कहो तो निर्दोष था।
परन्तु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैं ने मसीह के कारण हानि समझ लिया है।
वरन मैं अपने प्रभु मसीह यीशु की पहिचान की उत्तमता के कारण सब बातों को हानि समझता हूं: जिस के कारण मैं ने सब वस्तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूं, जिस से मैं मसीह को प्राप्त करूं।
और उस में पाया जाऊं, न कि अपनी उस धामिर्कता के साथ, जो व्यवस्था से है, वरन उस धामिर्कता के साथ जो मसीह पर विश्वास करने के कारण है, और परमेश्वर की ओर से विश्वास करने पर मिलती है।
और मैं उसको और उसके मृत्युंजय की सामर्थ को, और उसके साथ दुखों में सहभागी हाने के मर्म को जानूं, और उस की मृत्यु की समानता को प्राप्त करूं।
ताकि मैं किसी भी रीति से मरे हुओं में से जी उठने के पद तक पहुंचूं।
एक साल में बाइबल:
अपने घर के बेकार पड़े सामान की छंटाई करने से अनिच्छुक होने का आत्मिक समानन्तर होगा हमारा अपने मन को उन बातों और प्रवृत्तियों से साफ नहीं कर पाना जो हमें बांधे रहती हैं और आगे नहीं बढ़ने देतीं।
कई साल तक पौलूस कुछ बातों को दृढ़ता से थामे रहा; जैसे, परमेश्वर की व्यवस्था के पालन की उसकी स्वधार्मिकता का घमंड, उसका अपने गोत्र, वंश, ज्ञान और कार्य कौशल पर घमंड आदि। उसने इन सबको तब तक नहीं छोड़ा जब तक दमिशक के मार्ग पर उसक सामना जीवित उद्धारकर्ता यीशु से नहीं हुआ। यीशु से हुए साक्षात्कार ने उसकी स्वधार्मिकता और अन्य बातों पर उसके घमंड को उसके जीवन से निकाल दिया। उसके जीवन में आये इस अति महत्वपूर्ण परिवर्तन ने उसे हर बात में अपनी किसी भी सामर्थ पर नहीं वरन केवल परमेश्वर ही पर निर्भर होकर काम करने वाला बना दिया। इसी कारण वह परमेश्वर के लिये बहुत उपयोगी हो सका, और आज भी उसकी लिखी पत्रियां हमें शिक्षाएं देतीं हैं। उसने बाद में लिखा, "परन्तु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैं ने मसीह के कारण हानि समझ लिया है"। (फिलिप्पियों ३:७)
जब परमेश्वर का पवित्र आत्मा हमें हमारी किसी ऐसी आदत या प्रवृत्ति को छोड़ देने के लिये उकसाता है जिसके कारण हम प्रभु यीशु का अनुसरण ठीक से नहीं कर पा रहे हैं, तो उसे छोड़ देने से ही हमें सच्ची स्वतंत्रता प्राप्त हो सकती है। - डेविड मैककैसलैंड
मसीह से हमें अनुपयोगी बातों को छोड़ देने की सामर्थ, और छोड़ देने से स्वतंत्रता मिलती है।
परन्तु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैं ने मसीह के कारण हानि समझ लिया है। - फिलिप्पियों ३:७
बाइबल पाठ: फिलिपियों ३:३-११
क्योंकि खतना वाले तो हम ही हैं जो परमेश्वर के आत्मा की अगुवाई से उपासना करते हैं, और मसीह यीशु पर घमण्ड करते हैं और शरीर पर भरोसा नहीं रखते।
पर मैं तो शरीर पर भी भरोसा रख सकता हूं यदि किसी और को शरीर पर भरोसा रखने का विचार हो, तो मैं उस से भी बढ़कर रख सकता हूं।
आठवें दिन मेरा खतना हुआ, इस्त्राएल के वंश, और बिन्यामीन के गोत्र का हूं, इब्रानियों का इब्रानी हूं, व्यवस्था के विषय में यदि कहो तो फरीसी हूं।
उत्साह के विषय में यदि कहो तो कलीसिया का सताने वाला और व्यवस्था की धामिर्कता के विषय में यदि कहो तो निर्दोष था।
परन्तु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैं ने मसीह के कारण हानि समझ लिया है।
वरन मैं अपने प्रभु मसीह यीशु की पहिचान की उत्तमता के कारण सब बातों को हानि समझता हूं: जिस के कारण मैं ने सब वस्तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूं, जिस से मैं मसीह को प्राप्त करूं।
और उस में पाया जाऊं, न कि अपनी उस धामिर्कता के साथ, जो व्यवस्था से है, वरन उस धामिर्कता के साथ जो मसीह पर विश्वास करने के कारण है, और परमेश्वर की ओर से विश्वास करने पर मिलती है।
और मैं उसको और उसके मृत्युंजय की सामर्थ को, और उसके साथ दुखों में सहभागी हाने के मर्म को जानूं, और उस की मृत्यु की समानता को प्राप्त करूं।
ताकि मैं किसी भी रीति से मरे हुओं में से जी उठने के पद तक पहुंचूं।
एक साल में बाइबल:
- नीतिवचन २२-२४
- २ कुरिन्थियों ८