हाई-स्कूल
की पढ़ाई करने के दिनों में मैंने दो वर्ष तक एक रेस्टोरेंट में काम किया। उस काम के कुछ भाग कठिन होते थे,
जैसे कि क्रोधित ग्राहक की डाँट सुनना और क्षमा भी माँगना उसके उस सैंडविच में पड़े
चीज़ के अतिरिक्त टुकड़े के लिए, जिसे मैंने बनाया भी नहीं था। वहाँ से छोड़ने के
पश्चात, मैंने अपने विश्वविद्यालय में कंप्यूटर का कार्य करने के लिए आवेदन दिया।
मुझे नौकरी पर रखने वाले लोग, मेरे कंप्यूटर कौशल से अधिक मेरे उस रेस्टोरेंट में
किए गए कार्य के अनुभव में रुचि ले रहे थे; वे जानना चाहते थे कि मैंने लोगों के
साथ व्यवहार करना सीख लिया है कि नहीं। अरुचिकर परिस्थितियों में रहकर भी कार्य
करने के मेरे अनुभव ने मुझे एक और बेहतर कार्य के लिए तैयार कर दिया था!
परमेश्वर
के वचन बाइबल के एक नायक दाऊद की लड़कपन की एक घटना में हम देखते हैं कि वह भी
कठिनाईयों द्वारा बड़े कार्य के लिए तैयार किया गया। जब इस्राएल के सामने चुनौती थी
कि कोई जाकर गोलियत से लड़े, तो इस कार्य के लिए कोई भी हिम्मत नहीं जुटा पा रहा
था। परन्तु दाऊद ने आगे बढ़कर इस चुनौती को स्वीकार किया। राजा शाऊल उसे गोलियत से
लड़ने भेजने में हिचकिचा रहा था, परन्तु दाऊद ने उसे समझाया कि अपनी भेड़ों को बचाने
के लिए वह शेर और भालू से लड़ चुका है, उन्हें मार चुका है (1 शमूएल 17:34-36)।
दाऊद ने बड़े विश्वास के साथ कहा, “...यहोवा जिसने मुझे सिंह और भालू दोनों के
पंजे से बचाया है, वह मुझे उस पलिश्ती के हाथ से भी
बचाएगा...” (पद 37)।
चरवाहा
होने से दाऊद ने कोई आदर नहीं पाया था, परन्तु उससे वह गोलियत से लड़ने के लिए
तैयार किया गया, और अन्ततः इस्राएल का सबसे महान राजा बना। हो सकता है कि हम कुछ
कठिन परिस्थितियों से होकर निकल रहे हैं, जो हमें समझ नहीं आ रही हैं, हमें विचलित
कर रही हैं। परन्तु परमेश्वर हमें कुछ और भी अधिक महान के लिए तैयार कर रहा है;
उसपर भरोसा और धैर्य बनाए रखें। - जूली श्वाब
परमेश्वर वर्तमान परिस्थितियों के द्वारा
हमें भविष्य के लिए तैयार करता है।
इसलिये परमेश्वर के बलवन्त हाथ के नीचे
दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी
सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान
है। - 1 पतरस 5:6-7
बाइबल पाठ: 1 शमूएल 17:8, 32-37, 48-50
1 Samuel 17:8 वह
खड़ा हो कर इस्राएली पांतियों को ललकार के बोला, तुम ने यहां
आकर लड़ाई के लिये क्यों पांति बान्धी है? क्या मैं पलिश्ती
नहीं हूं, और तुम शाऊल के आधीन नहीं हो? अपने में से एक पुरूष चुना, कि वह मेरे पास उत्तर
आए।
1 Samuel 17:32 तब
दाऊद ने शाऊल से कहा, किसी मनुष्य का मन उसके कारण कच्चा न
हो; तेरा दास जा कर उस पलिश्ती से लड़ेगा।
1 Samuel 17:33 शाऊल
ने दाऊद से कहा, तू जा कर उस पलिश्ती के विरुद्ध नहीं युद्ध
कर सकता; क्योंकि तू तो लड़का ही है, और
वह लड़कपन ही से योद्धा है।
1 Samuel 17:34 दाऊद
ने शाऊल से कहा, तेरा दास अपने पिता की भेड़ बकरियां चराता
था; और जब कोई सिंह वा भालू झुंड में से मेम्ना उठा ले गया,
1 Samuel 17:35 तब
मैं ने उसका पीछा कर के उसे मारा, और मेम्ने को उसके मुंह से
छुड़ाया; और जब उसने मुझ पर चढ़ाई की, तब
मैं ने उसके केश को पकड़कर उसे मार डाला।
1 Samuel 17:36 तेरे
दास ने सिंह और भालू दोनों को मार डाला; और वह खतनारहित
पलिश्ती उनके समान हो जाएगा, क्योंकि उसने जीवित परमेश्वर की
सेना को ललकारा है।
1 Samuel 17:37 फिर
दाऊद ने कहा, यहोवा जिसने मुझे सिंह और भालू दोनों के पंजे
से बचाया है, वह मुझे उस पलिश्ती के हाथ से भी बचाएगा। शाऊल
ने दाऊद से कहा, जा, यहोवा तेरे साथ
रहे।
1 Samuel 17:48 जब
पलिश्ती उठ कर दाऊद का साम्हना करने के लिये निकट आया, तब
दाऊद सेना की ओर पलिश्ती का साम्हना करने के लिये फुर्ती से दौड़ा।
1 Samuel 17:49 फिर
दाऊद ने अपनी थैली में हाथ डालकर उस में से एक पत्थर निकाला, और उसे गोफन में रखकर पलिश्ती के माथे पर ऐसा मारा कि पत्थर उसके माथे के
भीतर घुस गया, और वह भूमि पर मुंह के बल गिर पड़ा।
1 Samuel 17:50 यों
दाऊद ने पलिश्ती पर गोफन और एक ही पत्थर के द्वारा प्रबल हो कर उसे मार डाला;
परन्तु दाऊद के हाथ में तलवार न थी।
एक साल में बाइबल:
- भजन 13-15
- प्रेरितों 19:21-41