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शनिवार, 26 अक्तूबर 2019

उपहार



      मेरा जन्म-दिन, मेरी माँ के जन्म-दिन के अगले ही दिन होता है। अपनी किशोरावस्था में, उनके जन्म-दिन पर मैं अपने खर्च की सीमा के अन्दर अपनी माँ को प्रसन्न करने वाला उपहार देने का प्रयास करती थी। वह सदा ही मेरे उपहारों को सराहना के साथ ग्रहण करती थीं, और अगले दिन, मेरे जन्म-दिन पर वे मुझे उपहार देती थीं। सदा ही उनके द्वारा दिया गया उपहार, मेरे दिए उपहार से बेहतर होता था। उनका उद्देश्य मेरे उपहार को नीचा दिखाना नहीं होता था; वरन वे अपने संसाधनों के आधार पर, जो कि मेरे संसाधनों से कहीं बढ़कर थे, उदारता से देती थीं, इसलिए उनका उपहार सदा ही बेहतर होता था।

      अपनी माँ को उपहार देने की मेरी इच्छा, मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में दाऊद द्वारा परमेश्वर के लिए भवन बनाने की इच्छा को स्मरण करवाती है। दाऊद ने जब अपने रहने के महल को तुलनात्मक रीति से परमेश्वर की वाचा के सन्दूक को रखने के लिए बने तम्बू से देखा, तो दाऊद के अन्दर परमेश्वर का मंदिर बनवाने की लालसा जागृत हुई। दाऊद की इच्छा की पूर्ति की स्वीकृति देने के स्थान पर, परमेश्वर ने दाऊद को इससे कहीं बढ़कर तथा बेहतर उपहार दिया। परमेश्वर ने दाऊद से प्रतिज्ञा की, कि न केवल उसका एक पुत्र (सुलेमान) मंदिर को बनवाएगा (1 इतिहास 17:11), वरन परमेश्वर दाऊद के वंश को सदा के लिए स्थापित करेगा। परमेश्वर की इस प्रतिज्ञा का आरंभ सुलेमान से हुआ और पूर्ति प्रभु यीशु में हुई, जिसके स्वर्गीय राज्य का कभी अन्त नहीं होगा (पद 12)। दाऊद ने परमेश्वर को अपने सीमित संसाधनों के अनुसार देना चाहा, परन्तु परमेश्वर ने उसे अपने असीम संसाधनों के अनुसार दे दिया।

      दाउद के समान हम भी सदा परमेश्वर के कृतज्ञ होकर उसे सप्रेम अपने धन्यवाद के उपहार अर्पित करें। और हम देखेंगे कि परमेश्वर कैसे हमें अपनी बहुतायत में से प्रभु यीशु मसीह में होकर देता जाता है। - कर्सटिन होल्म्बर्ग

प्रभु यीशु के रूप में हमें मिला परमेश्वर का उपहार सभी उपहारों से बहुत बढ़कर है।

परमेश्वर को उसके उस दान के लिये जो वर्णन से बाहर है, धन्यवाद हो। - 2 कुरिन्थियों 9:15

बाइबल पाठ: 1 इतिहास 17:1-15
1 Chronicles 17:1 जब दाऊद अपने भवन में रहने लगा, तब दाऊद ने नातान नबी से कहा, देख, मैं तो देवदारु के बने हुए घर में रहता हूँ, परन्तु यहोवा की वाचा का सन्दूक तम्बू में रहता है।
1 Chronicles 17:2 नातान ने दाऊद से कहा, जो कुछ तेरे मन में हो उसे कर, क्योंकि परमेश्वर तेरे संग है।
1 Chronicles 17:3 उसी दिन रात को परमेश्वर का यह वचन नातान के पास पहुंचा, जा कर मेरे दास दाऊद से कह,
1 Chronicles 17:4 यहोवा यों कहता है, कि मेरे निवास के लिये तू घर बनवाने न पाएगा।
1 Chronicles 17:5 क्योंकि जिस दिन से मैं इस्राएलियों को मिस्र से ले आया, आज के दिन तक मैं कभी घर में नहीं रहा; परन्तु एक तम्बू से दूसरे तम्बू को ओर एक निवास से दूसरे निवास को आया जाया करता हूँ।
1 Chronicles 17:6 जहां जहां मैं ने सब इस्राएलियों के बीच आना जाना किया, क्या मैं ने इस्राएल के न्यायियों में से जिन को मैं ने अपनी प्रजा की चरवाही करने को ठहराया था, किसी से ऐसी बात कभी कही, कि तुम लोगों ने मेरे लिये देवदारु का घर क्यों नहीं बनवाया?
1 Chronicles 17:7 सो अब तू मेरे दास दाऊद से ऐसा कह, कि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, कि मैं ने तो तुझ को भेड़शाला से और भेड़-बकरियों के पीछे पीछे फिरने से इस मनसा से बुला लिया, कि तू मेरी प्रजा इस्राएल का प्रधान हो जाए;
1 Chronicles 17:8 और जहां कहीं तू आया और गया, वहां मैं तेरे संग रहा, और तेरे सब शत्रुओं को तेरे साम्हने से नष्ट किया है। अब मैं तेरे नाम को पृथ्वी के बड़े बड़े लोगों के नामों के समान बड़ा कर दूंगा।
1 Chronicles 17:9 और मैं अपनी प्रजा इस्राएल के लिये एक स्थान ठहराऊंगा, और उसको स्थिर करूंगा कि वह अपने ही स्थान में बसी रहे और कभी चलायमान न हो; और कुटिल लोग उन को नाश न करने पाएंगे, जैसे कि पहिले दिनों में करते थे;
1 Chronicles 17:10 उस समय भी जब मैं अपनी प्रजा इस्राएल के ऊपर न्यायी ठहराता था; सो मैं तेरे सब शत्रुओं को दबा दूंगा। फिर मैं तुझे यह भी बताता हूँ, कि यहोवा तेरा घर बनाये रखेगा।
1 Chronicles 17:11 जब तेरी आयु पूरी हो जायेगी और तुझे अपने पितरों के संग जाना पड़ेगा, तब मैं तेरे बाद तेरे वंश को जो तेरे पुत्रों में से होगा, खड़ा कर के उसके राज्य को स्थिर करूंगा।
1 Chronicles 17:12 मेरे लिये एक घर वही बनाएगा, और मैं उसकी राजगद्दी को सदैव स्थिर रखूंगा।
1 Chronicles 17:13 मैं उसका पिता ठहरूंगा और वह मेरा पुत्र ठहरेगा; और जैसे मैं ने अपनी करुणा उस पर से जो तुझ से पहिले था हटाई, वैसे मैं उस पर से न हटाऊंगा,
1 Chronicles 17:14 वरन मैं उसको अपने घर और अपने राज्य में सदैव स्थिर रखूंगा और उसकी राजगद्दी सदैव अटल रहेगी।
1 Chronicles 17:15 इन सब बातों और इस दर्शन के अनुसार नातान ने दाऊद को समझा दिया।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 9-11
  • 1 तिमुथियुस 6