ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शुक्रवार, 18 जनवरी 2019

प्रभाव



      कई वर्ष पहले की बात है, मेरी पत्नि और मैं इंग्लैंड के एक ग्रामीण इलाके के एक छोटे से होटल में रुके थे, जहाँ चार और ब्रिटिश जोड़े भी रुके हुए थे, किन्तु हम एक दूसरे से पहले कभी नहीं मिले थे। रात्रि के भोजन के पश्चात हम सब बैठे कॉफी पी रहे थे और वार्तालाप हो रहा था, जिसमें हमारे कार्य के बारे में बात उठी। उस समय मैं अमेरिका के शिकागो शहर में मूडी बाइबल इंस्टीट्यूट का अध्यक्ष था, और मुझे लगा कि उन उपस्थित परिवारों में से किसी ने भी मेरे कार्यस्थल का नाम नहीं सुना होगा, और न ही उसके संस्थापक डी. एल. मूडी के विषय वे कुछ जानते होंगे। परन्तु मेरे द्वारा मूडी का नाम लेते ही, उन सबकी तुरन्त प्रतिक्रिया से मैं अचंभित हुआ; एक ने कहा “वह मूडी जो मूडी और सैन्की वाले हैं?” एक अन्य ने कहा, “हमारे पास सैन्की के भजनों की पुस्तक है, और हमारा परिवार बहुधा प्यानों के चारों ओर एकत्रित होकर उसमें से परमेश्वर की स्तुति में भजन गाता है।” मुझे बहुत अचरज हुआ! सुसमाचार प्रचारक ड्वाइट मूडी और उनके साथ की संगीतज्ञा आयरा सैन्की ने ब्रिटेन के इलाकों में 120 वर्ष से भी अधिक पहले सुसमाचार सभाएं संबोधित की थीं, और उनका प्रभाव अभी भी अनुभव किया जा रहा था।

      उस रात्रि, उस कमरे से जाते हुए, मैं सोच रहा था कि हमारे जीवन परमेश्वर के लिए बहुत दूर तक प्रभाव डाल सकते हैं – एक प्रार्थना करने वाले माँ का उसके बच्चों के जीवन पर प्रभाव, एक सहकर्मी द्वारा कहे गए प्रोत्साहन के शब्दों का प्रभाव, एक शिक्षक अथवा परामर्शदाता से मिलने वाली सहायता और चुनौतियों का प्रभाव, एक मित्र के सप्रेम कहे गए सुधारने वाले शब्दों का प्रभाव – सभी बहुत दूर तक जीवन में प्रभाव दिखाते हैं।

      परमेश्वर के आश्वासन, “क्योंकि यहोवा भला है, उसकी करूणा सदा के लिये, और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है” (भजन 100:5) में होकर उसके लिए कार्य करना एक महान सौभाग्य है। - जो स्टोवैल


केवल वही स्थाई रहेगा जो मसीह यीशु में होकर किया गया है।

इसलिये जान रख कि तेरा परमेश्वर यहोवा ही परमेश्वर है, वह विश्वासयोग्य ईश्वर है; और जो उस से प्रेम रखते और उसकी आज्ञाएं मानते हैं उनके साथ वह हजार पीढ़ी तक अपनी वाचा पालता, और उन पर करूणा करता रहता है; - व्यवस्थाविवरण 7:9

बाइबल पाठ: भजन 100
Psalms 100:1 हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो!
Psalms 100:2 आनन्द से यहोवा की आराधना करो! जयजयकार के साथ उसके सम्मुख आओ!
Psalms 100:3 निश्चय जानो, कि यहोवा ही परमेश्वर है। उसी ने हम को बनाया, और हम उसी के हैं; हम उसकी प्रजा, और उसकी चराई की भेड़ें हैं।
Psalms 100:4 उसके फाटकों से धन्यवाद, और उसके आंगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके नाम को धन्य कहो!
Psalms 100:5 क्योंकि यहोवा भला है, उसकी करूणा सदा के लिये, और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है।
                                                                                                                                                        
एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति 43-45
  • मत्ती 12:24-50