मेरी
नातिन की पसंदीदा धुन जौन फिलिप सौसा द्वारा मार्च करने के लिए बनाई गई एक धुन है।
सौसा को मार्चिंग धुनों का राजा भी कहा जाता है और वह उन्नीसवीं शताब्दी के अन्त
के समय अमेरिका में धुनों का एक रचियता था। मेरी नातिन, मोरियाह, किसी मार्चिंग
बैंड की सदस्या नहीं है, वह केवल बीस महीने की ही है। उसे बस वह धुन पसन्द है और
वह उसके कुछ एक सुर गुनगुना भी लेती है। मोरियाह इसे आनन्द के समयों के साथ जोड़ती
है। जब हमारा परिवार एकत्रित होता है तब हम अकसर इस धुन को गुनगुनाते हैं, तालिया
बजाते तथा अन्य प्रबल धवानियाँ उत्पन्न करते हैं, और हमारे नाती-पोते इस धुन पर
नाचते या गोल गोल घूमते हुए मार्च करते हैं – हम सब के लिए एक बहुत आनन्द का समय
होता है।
इस
प्रकार आनन्द के स्वर निकालने से मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में एक भजन की याद
आती है जो हमें “आनन्द से यहोवा की आराधना” करने को कहता है (भजन 100:2)।
जब राजा सुलेमान ने मंदिर का समर्पण किया, तब इस्राएलियों ने स्तुतिगान करते हुए
उत्सव मनाया (2 इतिहास 7:5-6)। उस समय उनके द्वारा गाए गए भजनों में से संभवतः भजन
100 भी के था। इस भजन में लिखा है: “हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार
करो! आनन्द से यहोवा की आराधना करो! जयजयकार के साथ उसके सम्मुख आओ!...उसके फाटकों
से धन्यवाद, और उसके आंगनों में स्तुति करते हुए
प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके
नाम को धन्य कहो!” (पद 1-2, 4)। ऐसा क्यों? “क्योंकि
यहोवा भला है, उसकी करूणा सदा के लिये, और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है”
(पद 5)।
हमारा
परमेश्वर हम से प्रेम करता है! उसके प्रति कृतज्ञतापूर्ण प्रत्युत्तर में हम आनन्द
के साथ उसकी जयजयकार करें (भजन 100: 1)। - एलीसन कीडा
स्तुति आनदित हृदय से निकला प्रवाह है।
निश्चय जानो, कि
यहोवा ही परमेश्वर है। उसी ने हम को बनाया, और हम उसी के हैं;
हम उसकी प्रजा, और उसकी चराई की भेड़ें हैं। -
भजन 100:3
बाइबल पाठ: 2 इतिहास 7:1-10
2 Chronicles 7:1 जब
सुलैमान यह प्रार्थना कर चुका, तब स्वर्ग से आग ने गिर कर
होमबलियों तथा और बलियों को भस्म किया, और यहोवा का तेज भवन
में भर गया।
2 Chronicles 7:2 और
याजक यहोवा के भवन में प्रवेश न कर सके, क्योंकि यहोवा का
तेज यहोवा के भवन में भर गया था।
2 Chronicles 7:3 और
जब आग गिरी और यहोवा का तेज भवन पर छा गया, तब सब इस्राएली
देखते रहे, और फर्श पर झुक कर अपना अपना मुंह भूमि की ओर किए
हुए दण्डवत किया, और यों कह कर यहोवा का धन्यवाद किया कि,
वह भला है, उसकी करुणा सदा की है।
2 Chronicles 7:4 तब
सब प्रजा समेत राजा ने यहोवा को बलि चढ़ाई।
2 Chronicles 7:5 और
राजा सुलैमान ने बाईस हजार बैल और एक लाख बीस हजार भेड़ -बकरियां चढ़ाई। यों पूरी प्रजा
समेत राजा ने यहोवा के भवन की प्रतिष्ठा की।
2 Chronicles 7:6 और
याजक अपना अपना कार्य करने को खड़े रहे, और लेवीय भी यहोवा
के गीत के गाने के लिये बाजे लिये हुए खड़े थे, जिन्हें दाऊद
राजा ने यहोवा की सदा की करुणा के कारण उसका धन्यवाद करने को बनाकर उनके द्वारा
स्तुति कराई थी; और इनके साम्हने याजक लोग तुरहियां बजाते
रहे; और सब इस्राएली खड़े रहे।
2 Chronicles 7:7 फिर
सुलैमान ने यहोवा के भवन के साम्हने आंगन के बीच एक स्थान पवित्र कर के होमबलि और
मेलबलियों की चर्बी वहीं चढ़ाई, क्योंकि सुलैमान की बनाईं
हुई पीतल की वेदी होमबलि और अन्नबलि और चर्बी के लिये छोटी थी।
2 Chronicles 7:8 उसी
समय सुलैमान ने और उसके संग हमात की घाटी से ले कर मिस्र के नाले तक के सारे
इस्राएल की एक बहुत बड़ी सभा ने सात दिन तक पर्व को माना।
2 Chronicles 7:9 और
आठवें दिन को उन्होंने महासभा की, उन्होंने वेदी की
प्रतिष्ठा सात दिन की; और पर्वों को भी सात दिन माना।
2 Chronicles 7:10
निदान सातवें महीने के तेइसवें दिन को उसने प्रजा के लोगों को विदा किया, कि वे अपने अपने डेरे को जाएं, और वे उस भलाई के
कारण जो यहोवा ने दाऊद और सुलैमान और अपनी प्रजा इस्राएल पर की थी आनन्दित थे।
एक साल में बाइबल:
- अय्यूब 38-40
- प्रेरितों 16:1-21