क्या कभी आप ने हताश होकर अपने कार्य अथवा सेवकाई को छोड़ देना चाहा है? परमेश्वर के भविष्यद्वक्ता एलिय्याह ने ऐसा करना चाहा था। इस्त्राएल के सामने यह प्रमाणित करने के लिए कि कोई अन्य देवता नहीं वरन यहोवा ही एकमात्र परमेश्वर है, परमेश्वर ने उसे अभी बड़े सामर्थी रूप में प्रयोग किया ही था (१ राजा १८), कि इसी घटना के कारण रानी इज़ेबेल से मिलने वाली जान की धमकी ने एलिय्याह को भयग्रस्त कर दिया, और वह अपने जीवन में परमेश्वर की सामर्थ के महान प्रमाण को भूलकर, अपनी जान बचाने के लिए १०० मील दक्षिण को भागा (१ राजा १९:३); फिर और १५० मील दक्षिण में परमेश्वर के पर्वत होरेब पर जाकर बैठ गया।
दो बार परमेश्वर ने एलिय्याह से पूछा कि वह वहाँ क्या कर रहा है (पद ९, १३) और दोनो बार एलिय्याह ने एक ही उत्तर दिया: "मैं अकेला ही रह गया हूँ और वे मेरे प्राण के खोजी हैं" (पद १०, १४)। वह अपने भय से इतना ग्रसित हो गया था कि परमेश्वर ने उसके द्वारा जो कर्मेल पर्वत पर महान सामर्थी काम किया था, उसे वह बिलकुल भूल गया और रानी इज़ेबेल की सामर्थ के सामने केवल अपनी ही सामर्थ पर नज़र गड़ा ली। अपनी ही ओर देखने से, परमेश्वर कि प्रगट सामर्थ और उसके द्वारा उसे मिली महान विजय को भूलकर, एलिय्याह निराशा की गर्त में गिर गया, हताश हो गया और अपनी सेवकाई को छोड़ने की इच्छा करने लगा। हमारे साथ भी ऐसा ही कितनी ही बार हो जाता है, जब हम हममें कार्यकारी पर्मेश्वर की सामर्थ को भू्लाकर संसार, संसार के लोगों और संसार की सामर्थ से अपनी व्यक्तिगत सामर्थ की तुलना करके अपने आप को कमज़ोर और असहाय आंकने लगते हैं, भय ग्रस्त हो जाते हैं, निराश और हताश हो जाते हैं।
लेकिन परमेश्वर ने एलिय्याह का ’इस्तीफा’ स्वीकार नहीं किया, परमेश्वर ने एलिय्याह को समझाया कि वह अकेला नहीं है, उसके समान ७००० अन्य लोग हैं जो परमेश्वर की सामर्थ ही से बाल देवता के आगे घुटने टेकने से बचे हुए हैं (पद १८); और उसे फिर से परमेश्वर के विरोद्धियों के नाश के लिए तीन बड़ी ज़िम्मेदारियां सौंपने के द्वारा (पद १५-१७) आश्वस्त किया कि वह अभी भी परमेश्वर के लिए उतना ही उपयोगी है।
हो सकता है कि एलिय्याह के समान आप भी अपने जीवन की परिस्थितियों और निराशाओं के कारण हताश हो गए हों और सब कुछ छोड़ देना चाहते हों। एलिय्याह के समान ही, कुछ और करने से पहले, परमेश्वर आपसे क्या कह रहा है वह सुन लीजिए (पद१२)। परमेश्वर आपको बताएगा कि उसकी सामर्थ के साथ आप क्या कुछ कर सकते हैं; वह आपको हताश होकर बैठ जाने और सब कुछ छोड़ देने नहीं देगा; उसकी सन्तान होने के कारण आप परमेश्वर के लिए बहुत बहुमूल्य और उपयोगी हैं और उसकी सामर्थ सदैव आपके साथ है। - सी. पी. हीया
यदि आप यीशु के लिए कार्यरत हैं तो कभी भी घबरा कर उस कार्य से पीछे हट जाना या उसे छोड़ देना जल्दबाज़ी में किया गया गलत निर्णय है।
...मैं ही अकेला रह गया हूँ; और वे मेरे प्राणों के भी खोजी हैं। - १ राजा १९:१०
बाइबल पाठ: १ राजा १९:११-१८
1Ki 19:11 उस ने कहा, निकलकर यहोवा के सम्मुख पर्वत पर खड़ा हो। और यहोवा पास से होकर चला, और यहोवा के साम्हने एक बड़ी प्रचणड आन्धी से पहाड़ फटने और चट्टानें टूटने लगीं, तौभी यहोवा उस आन्धी में न था; फिर आन्धी के बाद भूंईडोल हूआ, तौभी यहोवा उस भूंईडोल में न था।
1Ki 19:12 फिर भूंईडोल के बाद आग दिखाई दी, तौभी यहोवा उस आग में न था; फिर आग के बाद एक दबा हुआ धीमा शब्द सुनाई दिया।
1Ki 19:13 यह सुनते ही एलिय्याह ने अपना मुंह चद्दर से ढांपा, और बाहर जाकर गुफा के द्वार पर खड़ा हुआ। फिर एक शब्द उसे सुनाई दिया, कि हे एलिय्याह तेरा यहां क्या काम?
1Ki 19:14 उस ने कहा, मुझे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा के निमित्त बड़ी जलन हुई, क्योंकि इस्राएलियों ने तेरी वाचा टाल दी, और तेरी वेदियों को गिरा दिया है और तेरे नबियों को तलवार से घात किया है; और मैं ही अकेला रह गया हूँ, और वे मेरे प्राणों के भी खोजी हैं।
1Ki 19:15 यहोवा ने उस से कहा, लौटकर दमिश्क के जंगल को जा, और वहां पहुंचकर अराम का राजा होने के लिये हजाएल का,
1Ki 19:16 और इस्राएल का राजा होने को निमशी के पोते येहू का, और अपने स्थान पर नबी होने के लिये आबेलमहोला के शापात के पुत्र एलीशा का अभिषेक करना।
1Ki 19:17 और हजाएल की तलवार से जो कोई बच जाए उसको येहू मार डालेगा, और जो कोई येहू की तलवार से बच जाए उसको एलीशा मार डालेगा।
1Ki 19:18 तौभी मैं सात हजार इस्राएलियों को बचा रखूंगा। ये तो वे सब हैं, जिन्होंने न तो बाल के आगे घुटने टेके, और न मुंह से उसे चूमा है।
एक साल में बाइबल:
- निर्गमन ७-८
- मत्ती १५:१-२०