बीते अनेक वर्षों में मुझे संसार के अनेक स्थानों पर अनेक लोगों को परमेश्वर के वचन बाइबल की शिक्षाओं को पहुँचाने के अवसर मिले हैं। लेकिन क्योंकि मैं केवल अंग्रेज़ी भाषा ही जानता हूँ इसलिए मुझे अकसर अनुवादकों के साथ कार्य करना पड़ता है जो मेरे मन से निकले शब्दों को अपने लोगों की भाषा में अनुवाद करके बोलते हैं। प्रभावी संवाद इन अनुवदकों के कौशल पर निर्भर होता है; उनकी ज़िम्मेदारी होती है कि वे अंग्रेज़ी में कहे शब्दों का सही और अर्थपूर्ण अनुवाद अपने लोगों के सामने प्रस्तुत करें।
अनुवाद करने का यह कार्य एक प्रकार से परमेश्वर के लोगों के मध्य परमेश्वर के पवित्र आत्मा के कार्य के एक पहलु के समान है। जब हम मसीही विश्वासी प्रार्थना में होते हैं तो अनेक बार हमें यह समझ नहीं आता कि हम कैसे और क्या प्रार्थना करें, परन्तु हमारे प्रेमी परमेश्वर पिता ने इस समस्या का समाधान पहले से ही हमारे लिए तैयार कर रखा है: "इसी रीति से आत्मा भी हमारी दुर्बलता में सहायता करता है, क्योंकि हम नहीं जानते, कि प्रार्थना किस रीति से करना चाहिए; परन्तु आत्मा आप ही ऐसी आहें भर भरकर जो बयान से बाहर है, हमारे लिये बिनती करता है" (रोमियों 8:26)। जब हम पिता परमेश्वर के पास प्रार्थना में आते हैं, तो पवित्र आत्मा हमारी सहायता के लिए आकर हमारे मन की बातों का, जिन्हें हम ठीक से व्यक्त नहीं कर पा रहे हैं, परमेश्वर के भले उद्देश्यों के अनुसार अनुवाद करके हमारी ओर से उन्हें परमेश्वर के सामने प्रस्तुत करता है (पद 27)।
कैसा अद्भुत प्रयोजन! ना केवल परमेश्वर चाहता है कि हम अपने मन की बात उसके सामने कहें, वरन हमारी सहायता के लिए उसने पहले से ही वह सर्वोत्तम अनुवादक हमारे लिए प्रदान कर रखा है जो प्रार्थना में, हमारे मन की बातों को परमेश्वर तक पहुँचाने में, हमारी सहायता करता है।
परमेश्वर के पवित्र आत्मा की हमारे साथ बनी रहने वालि उपस्थिति के कारण हम निश्चिंत और आश्वस्त रह सकते हैं कि हमारे मन की बात परमेश्वर पिता तक पहुँचने में कभी अधूरी या अनकही नहीं रहेगी। - बिल क्राउडर
परमेश्वर के पवित्र आत्मा का सहयोग यह निश्चित करता है कि हमारी प्रार्थनाएं परमेश्वर के उद्देश्यों के अनुसार हों।
हे यहोवा, तू ने मुझे जांच कर जान लिया है। तू मेरा उठना बैठना जानता है; और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता है। मेरे चलने और लेटने की तू भली भांति छानबीन करता है, और मेरी पूरी चालचलन का भेद जानता है। हे यहोवा, मेरे मुंह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो। - भजन 139:1-4
बाइबल पाठ: रोमियों 8:19-27
Romans 8:19 क्योंकि सृष्टि बड़ी आशाभरी दृष्टि से परमेश्वर के पुत्रों के प्रगट होने की बाट जोह रही है।
Romans 8:20 क्योंकि सृष्टि अपनी इच्छा से नहीं पर आधीन करने वाले की ओर से व्यर्थता के आधीन इस आशा से की गई।
Romans 8:21 कि सृष्टि भी आप ही विनाश के दासत्व से छुटकारा पाकर, परमेश्वर की सन्तानों की महिमा की स्वतंत्रता प्राप्त करेगी।
Romans 8:22 क्योंकि हम जानते हैं, कि सारी सृष्टि अब तक मिलकर कराहती और पीड़ाओं में पड़ी तड़पती है।
Romans 8:23 और केवल वही नहीं पर हम भी जिन के पास आत्मा का पहिला फल है, आप ही अपने में कराहते हैं; और लेपालक होने की, अर्थात अपनी देह के छुटकारे की बाट जोहते हैं।
Romans 8:24 आशा के द्वारा तो हमारा उद्धार हुआ है परन्तु जिस वस्तु की आशा की जाती है जब वह देखने में आए, तो फिर आशा कहां रही? क्योंकि जिस वस्तु को कोई देख रहा है उस की आशा क्या करेगा?
Romans 8:25 परन्तु जिस वस्तु को हम नहीं देखते, यदि उस की आशा रखते हैं, तो धीरज से उस की बाट जोहते भी हैं।
Romans 8:26 इसी रीति से आत्मा भी हमारी दुर्बलता में सहायता करता है, क्योंकि हम नहीं जानते, कि प्रार्थना किस रीति से करना चाहिए; परन्तु आत्मा आप ही ऐसी आहें भर भरकर जो बयान से बाहर है, हमारे लिये बिनती करता है।
Romans 8:27 और मनों का जांचने वाला जानता है, कि आत्मा की मनसा क्या है क्योंकि वह पवित्र लोगों के लिये परमेश्वर की इच्छा के अनुसार बिनती करता है।
एक साल में बाइबल:
- व्यवस्थाविवरण 3-4
- मरकुस 10:32-52