लाइगौन स्टीवेंस को पर्वतारोहण अच्छा लगता
था, और वह अपने भाई, निक, के साथ पर्वतारोहण के लिए जाया करती थी। वे दोनों अनुभवी
पर्वतारोही थे, और उन्होंने उत्तरी अमेरिका के सबसे ऊंचे शिखर पर भी विजय प्राप्त
की थी। फिर एक दिन, जनवरी 2008 में, वे कोलराडो के एक पहाड़ पर हिमस्खलन का शिकार
हो गए, जिसमें निक तो चोटिल हुआ, किन्तु बीस वर्षीय लाइगौन की मृत्यु हो गई। बाद
में निक को अपनी बहन के एक झोले में उसके द्वारा लिखी जाने वाली दैनिक डायरी मिली,
और उसे पढ़कर निक को बहुत सान्तवना मिली। वह डायरी परमेश्वर के प्रति प्रार्थनाओं,
धन्यवाद, स्तुति, और मनन से भरी हुई थी, जैसा कि उसके एक लेख से प्रगट होता है:
“मैं एक कलाकृति हूँ, जिस पर परमेश्वर के हस्ताक्षर हैं। परन्तु उसका काम अभी पूरा
नहीं हुआ है; वास्तव में यह तो आरंभ ही है...। मुझ पर परमेश्वर की उँगलियों के
निशान हैं। कभी भी मेरे समान कोई दूसरा मनुष्य नहीं होगा...। इस जीवन में मेरे
द्वारा किए जाने के लिए कुछ तय किया गया है, और उस कार्य को कोई अन्य नहीं कर सकता
है।”
यद्यपि लाइगौन अब इस संसार में शारीरिक रूप
में विद्यमान नहीं है, परन्तु उसकी डायरी और उसके जीवन आज भी उन्हें प्रोत्साहित
करते और चुनौती देते हैं, जिन्हें वह पीछे छोड़ गई है।
क्योंकि हम परमेश्वर के स्वरूप में रचे गए
हैं (उत्पत्ति 1:27), इसलिए प्रत्येक मनुष्य परमेश्वर द्वारा हस्ताक्षरित एक
कलाकृति है, जैसे कि परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस ने इफिसुस की मसीही मण्डली
के लोगों को लिखा: “क्योंकि हम उसके बनाए हुए हैं; और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेश्वर ने पहिले
से हमारे करने के लिये तैयार किया” (इफिसियों 2:10)।
हम
सभी परमेश्वर की अद्भुत और अद्वितीय रचना हैं, जिन्हें परमेश्वर अपने समय, अपनी
विधि के अनुसार, औरों की सहायता करने के लिए उपयोग करता रहता है। - डेनिस फिशर
प्रत्येक
व्यक्ति परमेश्वर की अनुपम कारीगरी की अद्वितीय अभिव्यक्ति है।
तब परमेश्वर ने
मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार उत्पन्न किया, अपने ही
स्वरूप के अनुसार परमेश्वर ने उसको उत्पन्न किया, नर और नारी
कर के उसने मनुष्यों की सृष्टि की। - उत्पत्ति 1:27
बाइबल पाठ:
इफिसियों 2:1-10
इफिसियों 2:1 और
उसने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण
मरे हुए थे।
इफिसियों 2:2
जिन में तुम पहिले इस संसार की रीति पर, और आकाश के अधिकार
के हाकिम अर्थात उस आत्मा के अनुसार चलते थे, जो अब भी आज्ञा
न मानने वालों में कार्य करता है।
इफिसियों 2:3 इन
में हम भी सब के सब पहिले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे, और शरीर, और मन की मनसाएं पूरी करते थे, और और लोगों के समान स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान थे।
इफिसियों 2:4
परन्तु परमेश्वर ने जो दया का धनी है; अपने उस बड़े प्रेम के
कारण, जिस से उसने हम से प्रेम किया।
इफिसियों 2:5 जब
हम अपराधों के कारण मरे हुए थे, तो हमें मसीह के साथ जिलाया;
(अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है।)
इफिसियों 2:6 और
मसीह यीशु में उसके साथ उठाया, और स्वर्गीय स्थानों में
उसके साथ बैठाया।
इफिसियों 2:7 कि
वह अपनी उस कृपा से जो मसीह यीशु में हम पर है, आने वाले
समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए।
इफिसियों 2:8
क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है।
इफिसियों 2:9 और
न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड करे।
इफिसियों 2:10
क्योंकि हम उसके बनाए हुए हैं; और मसीह यीशु में उन भले
कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेश्वर ने पहिले से हमारे करने के लिये तैयार
किया।
एक साल में
बाइबल:
- 2 राजाओं 1-3
- लूका 24:1-35