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मंगलवार, 19 जून 2018

अध्ययन



      सातवें महीने के पहले दिन, 444 ईसा पूर्व, जब सूर्योदय हुआ, तब एज्रा ने मूसा द्वारा परमेश्वर से प्राप्त हुई व्यवस्था की पुस्तक को, जो आज हमारे पास परमेश्वर के वचन बाइबल की पहली पाँच पुस्तकों के रूप में विद्यमान है, यरूशलेम के लोगों के सामने एक मंच पर खड़े होकर पढ़ना आरंभ किया, और पूरा होने तक उसे छः घंटे तक पढ़ता रहा।

      नगर के द्वार पर, जो जलफाटक भी कहलाता था, पुरुष, महिलाएँ और बच्चे, परमेश्वर द्वारा निर्धारित तुरहियों का पर्व मनाने के लिए एकत्रित हुए थे। वे परमेश्वर की व्यवस्था की बातों को खड़े सुनते रहे, और उनकी प्रतिक्रिया में हम चार बातें देखते हैं। वे व्यवस्था की उस पुस्तक के प्रति अपनी श्रद्धा के कारण खड़े हो गए (नहेम्याह 8:5)। उन्होंने हाथों को उठाकर परमेश्वर की स्तुति की और सहमति के लिए “आमीन” कहा। उन्होंने दीन होकर दण्डवत किया (पद 6)। उन्होंने ध्यान से पवित्रशास्त्र के पढ़े तथा समझाए जाने को सुना (पद 8)। वह कैसा अद्धभुत दिन था जब वह पुस्तक जो “परमेश्वर ने इस्राएल के लिए दी थी” उसे यरूशलेम की नवनिर्मित दीवारों अन्दर ऊँची आवाज़ में पढ़ा गया।

      एज्रा द्वारा परमेश्वर के वचन को पढ़ने के इस लंबे सत्र के वर्णन से हम सीखते हैं कि परमेश्वर के वचन को पढ़ना, उसकी स्तुति, आराधना, और उससे सीखने का माध्यम होता है। जब हम बाइबल को खोलकर उसका अध्ययन करते हैं, तो हम प्रभु यीशु के बारे में और अधिक सीखते हैं। बाइबल अध्ययन हमें परमेश्वर की स्तुति, आराधना, और हमारे लिए उसकी इच्छा एवँ योजना जानने में सहायक होता है। - डेव ब्रैनन


बाइबल अध्ययन का उद्देश्य केवल सीखना ही नहीं, वरन जीवन को सँवारना है।

क्योंकि उसके ईश्वरीय सामर्थ ने सब कुछ जो जीवन और भक्ति से सम्बन्‍ध रखता है, हमें उसी की पहचान के द्वारा दिया है, जिसने हमें अपनी ही महिमा और सद्गुण के अनुसार बुलाया है। - 2 पतरस 1:3

बाइबल पाठ: नहेम्याह 8:1-8
Nehemiah 8:1 जब सातवां महीना निकट आया, उस समय सब इस्राएली अपने अपने नगर में थे। तब उन सब लोगों ने एक मन हो कर, जलफाटक के साम्हने के चौक में इकट्ठे हो कर, एज्रा शास्त्री से कहा, कि मूसा की जो व्यवस्था यहोवा ने इस्राएल को दी थी, उसकी पुस्तक ले आ।
Nehemiah 8:2 तब एज्रा याजक सातवें महीने के पहिले दिन को क्या स्त्री, क्या पुरुष, जितने सुनकर समझ सकते थे, उन सभों के साम्हने व्यवस्था को ले आया।
Nehemiah 8:3 और वह उसकी बातें भोर से दो पहर तक उस चौक के साम्हने जो जलफाटक के साम्हने था, क्या स्त्री, क्या पुरुष और सब समझने वालों को पढ़कर सुनाता रहा; और लोग व्यवस्था की पुस्तक पर कान लगाए रहे।
Nehemiah 8:4 एज्रा शास्त्री, काठ के एक मचान पर जो इसी काम के लिये बना था, खड़ा हो गया; और उसकी दाहिनी अलंग मत्तित्याह, शेमा, अनायाह, ऊरिय्याह, हिल्किय्याह और मासेयाह; और बाई अलंग, पदायाह, मीशाएल, मल्किय्याह, हाशूम, हश्बद्दाना, जकर्याह और मशुल्लाम खड़े हुए।
Nehemiah 8:5 तब एज्रा ने जो सब लोगों से ऊंचे पर था, सभों के देखते उस पुस्तक को खोल दिया; और जब उसने उसको खोला, तब सब लोग उठ खड़े हुए।
Nehemiah 8:6 तब एज्रा ने महान परमेश्वर यहोवा को धन्य कहा; और सब लोगों ने अपने अपने हाथ उठा कर आमीन, आमीन, कहा; और सिर झुका कर अपना अपना माथा भूमि पर टेक कर यहोवा को दण्डवत किया।
Nehemiah 8:7 और येशू, बानी, शेरेब्याह, यामीन, अक्कूब, शब्बतै, होदिय्याह, मासेयाह, कलीता, अजर्याह, योजाबाद, हानान और पलायाह नाम लेवीय, लोगों को व्यवस्था समझाते गए, और लोग अपने अपने स्थान पर खड़े रहे।
Nehemiah 8:8 और उन्होंने परमेश्वर की व्यवस्था की पुस्तक से पढ़कर अर्थ समझा दिया; और लोगों ने पाठ को समझ लिया।
                                                 

एक साल में बाइबल: 
  • नहेम्याह 12-13
  • प्रेरितों 4:23-37