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सोमवार, 23 जून 2014

धोखा


   चीन के एक सेनापति सन त्ज़ू द्वारा छठवीं शताब्दी में लिखित पुस्तक The Art of War (युद्ध की कला) सदियों से सैनिक विचारधारा के लिए मार्गदर्शक रही है। इस पुस्तक को केवल सेना के नायकों ने ही नहीं वरन जीवन के विभिन्न क्षेत्रों, जैसे नेतृत्व, प्रबन्धन, व्यवसाय, राजनीति, खेलकूद आदि में कार्यरत स्त्री-पुरषों ने नीतिसंगत कौशल से कार्य करने के लिए उपयोगी पाया है। उस चीनी सेनापति सन त्ज़ू ने जो सैनिक युद्ध के बारे में लिखा वह हम मसीही विश्वासियों के लिए भी हमारे आत्मिक दुश्मन शैतान की युक्तियों को समझ पाने में उपयोगी है। सन त्ज़ू ने लिखा: "समस्त युद्ध कौशल धोखे पर आधारित है। इसलिए जब हम आक्रमण करने में सामर्थी हों तो प्रतीत होना चाहिए कि सामर्थी नहीं हैं; जब अपने बल का प्रयोग करने पर हों तो लगना चाहिए कि शिथिल पड़े हैं; जब निकट आ रहे हों तब शत्रु को लगना चाहिए कि कहीं दूर जा रहे हैं; जब दूर हों तो उसे प्रतीत होना चाहिए कि निकट ही हैं।"

   ठीक इसी प्रकार जिस आत्मिक युद्ध में शैतान हमारे विरुद्ध लगातार डटा रहता है, वह भी धोखे पर ही आधारित है। अदन की वाटिका में हमारे आदि माता-पिता आदम और हव्वा से जो पहला पाप शैतान ने करवाया वह भी धोखे पर ही आधारित था। उस पहले पाप को उदाहरण बना कर प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थुस की मसीही मण्डली को लिखा, "परन्तु मैं डरता हूं कि जैसे सांप ने अपनी चतुराई से हव्‍वा को बहकाया, वैसे ही तुम्हारे मन उस सीधाई और पवित्रता से जो मसीह के साथ होनी चाहिए कहीं भ्रष्‍ट न किए जाएं" (2 कुरिन्थियों 11:3)।

   इसी कारण हमारे प्रभु यीशु ने हमें सचेत किया है कि शैतान ही झूठ का पिता है (यूहन्ना 8:44) और सदा इस प्रयास में रहता है कि हमें धोखे से पाप में फंसा ले, गिरा दे। इस प्रकार शैतान से धोखा खाने और उसकी चालबाज़ियों से बचने का क्या कोई उपाय है? उपाय है, परमेश्वर के वचन बाइबल से अपने मन मस्तिष्क को भर लेना, जैसा भजनकार ने कहा है, "मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूं" (भजन 119:11)। जब हम परमेश्वर के वचन को जानेंगे, तो सत्य को जानेंगे, शैतान की युक्तियों एवं कुटिलताओं को समझने पाएंगे और शैतान के धोखे में पड़ने से बच जाएंगे (2 कुरिन्थियों 2:11)। केवल परमेश्वर के वचन बाइबल की सच्चाईयाँ ही हमें हमारे आत्मिक शत्रु शैतान की चालों से बचाए रख सकती हैं। - बिल क्राउडर 


शैतान के झूठ से बचे रहने का सर्वोत्त्म सुरक्षा उपाय है परमेश्वर का वचन बाइबल।

कि शैतान का हम पर दांव न चले, क्योंकि हम उस की युक्तियों से अनजान नहीं। - 2 कुरिन्थियों 2:11

बाइबल पाठ: यूहन्ना 8:31-32, 42-47
John 8:31 तब यीशु ने उन यहूदियों से जिन्हों ने उन की प्रतीति की थी, कहा, यदि तुम मेरे वचन में बने रहोगे, तो सचमुच मेरे चेले ठहरोगे। 
John 8:32 और सत्य को जानोगे, और सत्य तुम्हें स्‍वतंत्र करेगा। 

John 8:42 यीशु ने उन से कहा; यदि परमेश्वर तुम्हारा पिता होता, तो तुम मुझ से प्रेम रखते; क्योंकि मैं परमेश्वर में से निकल कर आया हूं; मैं आप से नहीं आया, परन्तु उसी ने मुझे भेजा। 
John 8:43 तुम मेरी बात क्यों नहीं समझते? इसलिये कि मेरा वचन सुन नहीं सकते। 
John 8:44 तुम अपने पिता शैतान से हो, और अपने पिता की लालसाओं को पूरा करना चाहते हो। वह तो आरम्भ से हत्यारा है, और सत्य पर स्थिर न रहा, क्योंकि सत्य उस में है ही नहीं: जब वह झूठ बोलता, तो अपने स्‍वभाव ही से बोलता है; क्योंकि वह झूठा है, वरन झूठ का पिता है। 
John 8:45 परन्तु मैं जो सच बोलता हूं, इसीलिये तुम मेरी प्रतीति नहीं करते। 
John 8:46 तुम में से कौन मुझे पापी ठहराता है? और यदि मैं सच बोलता हूं, तो तुम मेरी प्रतीति क्यों नहीं करते? 
John 8:47 जो परमेश्वर से होता है, वह परमेश्वर की बातें सुनता है; और तुम इसलिये नहीं सुनते कि परमेश्वर की ओर से नहीं हो। 

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 88-90