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गुरुवार, 7 मार्च 2019

शासक


      राजा कैन्युट ग्यारहवीं शताब्दी में पृथ्वी के सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों में से एक था। उसके विषय एक कहानी प्रसिद्ध है, कहा जाता है कि समुद्र में उठते हुए ज्वार के समय में उसने आज्ञा दी कि उसकी कुर्सी को समुद्र के किनारे पर रखा जाए, और उसने कुर्सी पर बैठकर समुद्र की लहरों से कहा, “तुम मेरे आधीन हो, मैं तुम्हें आज्ञा देता हूँ कि  तुम मेरी भूमी पर आगे नहीं आओगे, अपने स्वामी, मेरे, कपड़ों और अंगों को गीला नहीं करोगे।” किन्तु ज्वार के साथ लहरें आगे बढ़ती रहीं और राजा के पैरों को भिगो दिया।

      इस कहानी को अकसर कैन्युट के घमण्ड को दिखाने के लिए कहा जाता है, परन्तु वास्तव में यह कहानी दीनता के बारे में है। इसके आगे कैन्युट ने कहा, “सारा सँसार जान ले कि राजाओं की शक्ति खोखली है, केवल उसी की सामर्थ्य है जिसकी इच्छा को आकाश, पृथ्वी और जल मानते हैं।” कैन्युट की कहानी एक बात की ओर ध्यान ले जाती है: “केवल परमेश्वर ही सर्वसामर्थी है।”

      परमेश्वर के वचन बाइबल में अय्यूब को भी इसी बात का बोध हुआ। उसके सामने जिसने पृथ्वी की नींव रखी (38:4-7), जो प्रातः के आगमन और रात्रि के अन्त होने को निर्धारित करता है (पद 12-13), जो हिम के भण्डार को बनाए रखता है और सितारों को दिशा देता है (पद 22, 31-33), हम मनुष्य बहुत छोटे हैं। लहरों का शासक एक ही है, और वह हम नहीं हैं (पद 11, मत्ती 8:23-27)।

      कैन्युट की कहानी को दोहराते रहना अच्छा है, विशेषकर तब जब हम अपने आप को बहुत चतुर समझ रहे हों या अपने उपर किसी बात के लिए घमण्ड कर रहे हों। किसी समुद्र या नदी के तट पर जाकर लहरों को, या कभी सूर्य को थमने का आदेश दे कर देखें; तुरंत ही पता चल जाएगा कि सर्वसामर्थी शासक कौन है, और किस की आज्ञा से सब कुछ होता है। फिर उस शासक के सामने नतमस्तक होकर उसके धन्यवादी हों कि वह हमारे जीवनों को भी संभालता है। - शेरिडन वॉयसे


परमेश्वर महान है, हम गौण हैं, और यही अच्छा है।

उसने [प्रभु यीशु] उन से कहा; हे अल्पविश्वासियों, क्यों डरते हो? तब उसने उठ कर आन्‍धी और पानी को डांटा, और सब शान्‍त हो गया। - मत्ती 8:26

बाइबल पाठ: अय्यूब 38:1-18
Job 38:1 तब यहोवा ने अय्यूब को आँधी में से यूं उत्तर दिया,
Job 38:2 यह कौन है जो अज्ञानता की बातें कहकर युक्ति को बिगाड़ना चाहता है?
Job 38:3 पुरुष के समान अपनी कमर बान्ध ले, क्योंकि मैं तुझ से प्रश्न करता हूँ, और तू मुझे उत्तर दे।
Job 38:4 जब मैं ने पृथ्वी की नींव डाली, तब तू कहां था? यदि तू समझदार हो तो उत्तर दे।
Job 38:5 उसकी नाप किस ने ठहराई, क्या तू जानता है उस पर किस ने सूत खींचा?
Job 38:6 उसकी नींव कौन सी वस्तु पर रखी गई, वा किस ने उसके कोने का पत्थर बिठाया,
Job 38:7 जब कि भोर के तारे एक संग आनन्द से गाते थे और परमेश्वर के सब पुत्र जयजयकार करते थे?
Job 38:8 फिर जब समुद्र ऐसा फूट निकला मानो वह गर्भ से फूट निकला, तब किस ने द्वार मूंदकर उसको रोक दिया;
Job 38:9 जब कि मैं ने उसको बादल पहिनाया और घोर अन्धकार में लपेट दिया,
Job 38:10 और उसके लिये सिवाना बान्धा और यह कहकर बेंड़े और किवाड़ लगा दिए, कि
Job 38:11 यहीं तक आ, और आगे न बढ़, और तेरी उमंडने वाली लहरें यहीं थम जाएं?
Job 38:12 क्या तू ने जीवन भर में कभी भोर को आज्ञा दी, और पौ को उसका स्थान जताया है,
Job 38:13 ताकि वह पृथ्वी की छोरों को वश में करे, और दुष्ट लोग उस में से झाड़ दिए जाएं?
Job 38:14 वह ऐसा बदलता है जैसा मोहर के नीचे चिकनी मिट्टी बदलती है, और सब वस्तुएं मानो वस्त्र पहिने हुए दिखाई देती हैं।
Job 38:15 दुष्टों से उनका उजियाला रोक लिया जाता है, और उनकी बढ़ाई हुई बांह तोड़ी जाती है।
Job 38:16 क्या तू कभी समुद्र के सोतों तक पहुंचा है, वा गहिरे सागर की थाह में कभी चला फिरा है?
Job 38:17 क्या मृत्यु के फाटक तुझ पर प्रगट हुए, क्या तू घोर अन्धकार के फाटकों को कभी देखने पाया है?
Job 38:18 क्या तू ने पृथ्वी की चौड़ाई को पूरी रीति से समझ लिया है? यदि तू यह सब जानता है, तो बतला दे।  


एक साल में बाइबल:  
  • व्यवस्थाविवरण 3-4
  • मरकुस 10:32-52