पिछले वर्ष क्रिसमस पर मुझे कुछ बहुत अच्छे उपहार मिले, लेकिन जिस उपहार से मैं सबसे अधिक आनन्दित हुई वह था प्रीय जनों के साथ बिताए गए समय का उपहार - वह समय जो उन्होंने मेरे लिए निकाला और मेरे साथ बिताया: मुझे अपने उन नौ पौत्र-पौत्रियों के साथ खेलने का समय मिला जो एक भिन्न प्रदेश में रहते थे और हमारे पास क्रिसमस के लिए आए थे; मेरी एक भतीजी अपने पति और अपनी 18 महीने की बेटी के साथ हमारे साथ क्रिसमस पर चर्च में उपासना करने आए; मुझे अवसर मिला अपने एक पूर्व सह-कार्यकरता एवं सहयोगी तथा उसकी पत्नि के साथ, जो अस्वस्थ रहते हैं, समय बिताने का; कुछ पुराने मित्रों के साथ आनन्द मनाने का और प्रीय जनों के साथ क्रिसमस की कहानी सुनने-सुनाने का। ना केवल वे उपहार वरन वह समय और संगति जो हम एक दूसरे के साथ बाँट सके, एक दूसरे को दे सके, यह सब कुछ उस प्रेम के कारण ही तो था जो हम एक दूसरे से करते हैं। उसी प्रेम ने हमें दूसरों को कुछ उपहार देने के लिए प्रेरित किया।
हमारा परमेश्वर पिता भी हमसे बहुत प्रेम करता है, और अपने इसी प्रेम को दिखाने के लिए उसने हमारे लिए एक ऐसा उपहार संसार में भेजा जो कभी पुराना नहीं पड़ता, जिसकी उपयोगिता का कभी अन्त नहीं होता, जिसकी आवश्यकता हमें सदा रहती है, जो सदा हमारी सहायता के लिए उपलब्ध रहता है - अपना एकलौता पुत्र प्रभु यीशु मसीह। लगभग 2000 वर्ष पहले प्रभु यीशु संसार के उद्धार तथा पापों की क्षमा के लिए कपड़ों में लपेटकर एक चरनी में रखे हुए उपहार के रूप में संसार में आया (लूका 2:7, 12)। उसके आगमन का समाचार उसी रात को स्वर्गदूतों द्वारा मैदान में भेड़ों की रखवाली कर रहे चरवाहों को दिया गया (पद 8-14), और वे चरवाहे तुरंत उसे देखने के लिए गए; तत्पश्चात वे इस अनुपम उपहार के बारे में औरों को बताने से अपने आप रोक नहीं सके (पद 16-17)। प्रभु यीशु उन्हीं लोगों के बीच बड़ा हुआ और उन्हें परमेश्वर तथा उसके राज्य के बारे में सिखाया, लेकिन फिर भी बहुतेरों ने उस पर अविश्वास किया। वह हमारे पापों को अपने ऊपर लिए क्रूस पर मारा गया, गाड़ा गया और फिर तीसरे दिन जीवित हो उठा, और आज जीवित प्रभु है जो सारे संसार के सभी लोगों को पापों की क्षमा और उद्धार प्रदान करता है, यदि लोग उसे स्वीकार कर लें, उस पर विश्वास करें।
हे पिता परमेश्वर हमारे प्रति आपके महान प्रेम के कारण दिए गए प्रभु यीशु में विश्वास द्वारा पापों की क्षमा और आपके साथ मिलने वाले अनन्त जीवन के इस अद्भुत उपहार के लिए आपका बारंबार धन्यवाद। - ऐनी सेटास
संसार को परमेश्वर का उपहार है संसार के सभी लोगों को अनन्त जीवन देने वाला उद्धारकर्ता।
क्योंकि पाप की मजदूरी तो मृत्यु है, परन्तु परमेश्वर का वरदान हमारे प्रभु मसीह यीशु में अनन्त जीवन है। - रोमियों 6:23
बाइबल पाठ: लूका 2:1-18
Luke 2:1 उन दिनों में औगूस्तुस कैसर की ओर से आज्ञा निकली, कि सारे जगत के लोगों के नाम लिखे जाएं।
Luke 2:2 यह पहिली नाम लिखाई उस समय हुई, जब क्विरिनियुस सूरिया का हाकिम था।
Luke 2:3 और सब लोग नाम लिखवाने के लिये अपने अपने नगर को गए।
Luke 2:4 सो यूसुफ भी इसलिये कि वह दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
Luke 2:5 कि अपनी मंगेतर मरियम के साथ जो गर्भवती थी नाम लिखवाए।
Luke 2:6 उन के वहां रहते हुए उसके जनने के दिन पूरे हुए।
Luke 2:7 और वह अपना पहिलौठा पुत्र जनी और उसे कपड़े में लपेटकर चरनी में रखा: क्योंकि उन के लिये सराय में जगह न थी।
Luke 2:8 और उस देश में कितने गड़रिये थे, जो रात को मैदान में रहकर अपने झुण्ड का पहरा देते थे।
Luke 2:9 और प्रभु का एक दूत उन के पास आ खड़ा हुआ; और प्रभु का तेज उन के चारों ओर चमका, और वे बहुत डर गए।
Luke 2:10 तब स्वर्गदूत ने उन से कहा, मत डरो; क्योंकि देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिये होगा।
Luke 2:11 कि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।
Luke 2:12 और इस का तुम्हारे लिये यह पता है, कि तुम एक बालक को कपड़े में लिपटा हुआ और चरनी में पड़ा पाओगे।
Luke 2:13 तब एकाएक उस स्वर्गदूत के साथ स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते दिखाई दिया।
Luke 2:14 कि आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शान्ति हो।
Luke 2:15 जब स्वर्गदूत उन के पास से स्वर्ग को चले गए, तो गड़रियों ने आपस में कहा, आओ, हम बैतलहम जा कर यह बात जो हुई है, और जिसे प्रभु ने हमें बताया है, देखें।
Luke 2:16 और उन्होंने तुरन्त जा कर मरियम और यूसुफ को और चरनी में उस बालक को पड़ा देखा।
Luke 2:17 इन्हें देखकर उन्होंने वह बात जो इस बालक के विषय में उन से कही गई थी, प्रगट की।
Luke 2:18 और सब सुनने वालों ने उन बातों से जो गड़िरयों ने उन से कहीं आश्चर्य किया।
एक साल में बाइबल:
- 1 तिमुथियुस 1-3