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रविवार, 18 अगस्त 2019

आनन्दित



      हम में से प्रत्येक जन अपने आप में अनूठा है, परमेश्वर द्वारा बनाई गई एकमात्र मूल-प्रति है। ऐसा कोई भी पुरुष अथवा स्त्री नहीं है जिसने अपने आप को बनाया है। कोई भी, कभी भी अपने आप से गुणवान, ज्ञानवान, और बुद्धिमान नहीं बना है। परमेश्वर ने ही हम सभी को वैसा बनाया है जैसा वह चाहता था और जैसे हम हैं। उसने अपने अवर्णनीय प्रेम में होकर हमारी कल्पना की और फिर हमारी रचना की।

      परमेश्वर ने ही आपके देह, आत्मा, प्राण को बनाया है; और अभी हम में उसका काम पूरा नहीं हुआ है। अब परमेश्वर का हमारे लिए उद्देश्य है हमारी परिपक्वता – हम में आरंभ हुए उसके काम का पूर्ण होना : “और मुझे इस बात का भरोसा है, कि जिसने तुम में अच्छा काम आरम्भ किया है, वही उसे यीशु मसीह के दिन तक पूरा करेगा” (फिलिप्पियों 1:6)। परमेश्वर आपको और अधिक निर्भीक, सामर्थी, शुद्ध, अधिक शांतिप्रिय, अधिक प्रेम करने वाला, कम स्वार्थी व्यक्ति बनाने में लगा हुआ है – संभवतः आप भी अपने लिए यही चाहते रहे होंगे।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने लिखा, “क्योंकि यहोवा भला है, उसकी करूणा सदा के लिये, और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है” (भजन 100:5)। परमेश्वर सदा ही आपसे प्रेम करता रहा है, और वह जीवनपर्यंत आपके प्रति विश्वासयोग्य बना रहेगा। उसने आप से एक ऐसा प्रेम रखा है जो सदाकाल का है, और वह कभी आपसे हताश होकर आपको छोड़ेगा नहीं। यह आनन्दित होने और परमेश्वर के सम्मुख स्तुति के गीतों के साथ आने के लिए अच्छा कारण है। परमेश्वर की जयजयकार करें, उसमें आनन्दित हों। - डेविड रोपर


जब विश्वास का पोषण होता है तो आत्मिक उन्नति होती है।

तेरे जीवन भर कोई तेरे साम्हने ठहर न सकेगा; जैसे मैं मूसा के संग रहा वैसे ही तेरे संग भी रहूंगा; और न तो मैं तुझे धोखा दूंगा, और न तुझ को छोडूंगा। - यहोशू 1:5

बाइबल पाठ: भजन 100
Psalms 100:1 हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो!
Psalms 100:2 आनन्द से यहोवा की आराधना करो! जयजयकार के साथ उसके सम्मुख आओ!
Psalms 100:3 निश्चय जानो, कि यहोवा ही परमेश्वर है। उसी ने हम को बनाया, और हम उसी के हैं; हम उसकी प्रजा, और उसकी चराई की भेड़ें हैं।
Psalms 100:4 उसके फाटकों से धन्यवाद, और उसके आंगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके नाम को धन्य कहो!
Psalms 100:5 क्योंकि यहोवा भला है, उसकी करूणा सदा के लिये, और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 100-102
  • 1 कुरिन्थियों 1