विलियम केरी एक असाधारण विश्वास रखने वाले साधारण से व्यक्ति थे। उनका जन्म 18वीं सदी में एक श्रमिक-वर्ग परिवार में हुआ था, और वे अपनी जीविका कमाने के लिए मोची का कार्य करते थे। इस कार्य के दौरान उन्होंने परमेश्वर के वचन बाइबल एवं उससे संबंधित लेखों तथा दूर देशों के खोजी यात्रियों के वृतांतों को पढ़ा। परमेश्वर ने उनके मन में डाला कि उन यात्रियों द्वारा नए इलाकों में नए लोगों से हुए संपर्क का लाभ उन लोगों तक परमेश्वर के वचन और उद्धार के सुसमाचार को पहुँचाने के लिए किया जाए। विलियम केरी भारत में मिशनरी बनकर आए, यहाँ उन्होंने ना केवल सुसमाचार प्रचारक का कार्य किया, वरन अनेक स्थानीय भाषाएं एवं बोलियाँ भी सीखीं और फिर उन भाषाओं तथा बोलियों में परमेश्वर के वचन बाइबल का अनुवाद भी किया। विलियम केरी का अपने परमेश्वर के लिए कार्यकारी रहने की उत्कंठा उनके एक कथन से समझी जा सकती है: "परमेश्वर से महान बातों की आशा बनाए रखें; परमेश्वर के लिए महान कार्यों में प्रयासरत रहें।" केरी ने इस बात को अपने जीवन का सिद्धांतवाक्य बनाया और इसे अपने जीवन में जीकर दिखाया। उनके इस उदाहरण ने हज़ारों लोगों को परमेश्वर के लिए सेवकाई में यही करने के लिए प्रेरित भी किया है।
परमेश्वर का वचन बाइबल भी अनेक विश्वास के नायकों के बारे में बताती है, जिन्होंने परमेश्वर के प्रति विश्वास द्वारा परमेश्वर के लिए अद्भुत कार्य संपन्न किए। इब्रानियों की पत्री में उनके विषय में लिखा है, "इन्होंने विश्वास ही के द्वारा राज्य जीते; धर्म के काम किए; प्रतिज्ञा की हुई वस्तुएं प्राप्त की, सिंहों के मुंह बन्द किए। आग की ज्वाला को ठंडा किया; तलवार की धार से बच निकले, निर्बलता में बलवन्त हुए; लड़ाई में वीर निकले; विदेशियों की फौजों को मार भगाया" (इब्रानियों 11:33-34)।
समय के साथ मसीही विश्वास के इन नायकों की संख्या तथा सूची बढ़ती ही गई है, और हमारे लिए अभी यह सुअवसर खुला है कि हमारे नाम भी उस सूची में दर्ज हो सकते हैं। क्योंकि परमेश्वर प्रत्येक मसीही विश्वासी के साथ रहता है, उसे सामर्थ प्रदान करता है, उसका मार्गदर्शन करता है, इसलिए हम सभी मसीही विश्वासी परमेश्वर से महान बातों की आशा बनाए रख सकते हैं; परमेश्वर के लिए महान कार्यों में प्रयासरत रह सकते हैं; विश्वास के नायक बन सकते हैं। - डेनिस फिशर
आप परमेश्वर के सहकर्मी हैं; अपनी मसीही सेवकाई की योजनाएं भी उसकी महानता के अनुरूप बनाएं।
परन्तु प्रभु मेरा सहायक रहा, और मुझे सामर्थ दी: ताकि मेरे द्वारा पूरा पूरा प्रचार हो, और सब अन्यजाति सुन ले; और मैं तो सिंह के मुंह से छुड़ाया गया। - 2 तिमुथियुस 4:17
बाइबल पाठ: इब्रानियों 11:32-40
Hebrews 11:32 अब और क्या कहूँ क्योंकि समय नहीं रहा, कि गिदोन का, और बाराक और समसून का, और यिफतह का, और दाऊद का और शामुएल का, और भविष्यद्वक्ताओं का वर्णन करूं।
Hebrews 11:33 इन्होंने विश्वास ही के द्वारा राज्य जीते; धर्म के काम किए; प्रतिज्ञा की हुई वस्तुएं प्राप्त की, सिंहों के मुंह बन्द किए।
Hebrews 11:34 आग की ज्वाला को ठंडा किया; तलवार की धार से बच निकले, निर्बलता में बलवन्त हुए; लड़ाई में वीर निकले; विदेशियों की फौजों को मार भगाया।
Hebrews 11:35 स्त्रियों ने अपने मरे हुओं को फिर जीवते पाया; कितने तो मार खाते खाते मर गए; और छुटकारा न चाहा; इसलिये कि उत्तम पुनरुत्थान के भागी हों।
Hebrews 11:36 कई एक ठट्ठों में उड़ाए जाने; और कोड़े खाने; वरन बान्धे जाने; और कैद में पड़ने के द्वारा परखे गए।
Hebrews 11:37 पत्थरवाह किए गए; आरे से चीरे गए; उन की परीक्षा की गई; तलवार से मारे गए; वे कंगाली में और क्लेश में और दुख भोगते हुए भेड़ों और बकिरयों की खालें ओढ़े हुए, इधर उधर मारे मारे फिरे।
Hebrews 11:38 और जंगलों, और पहाड़ों, और गुफाओं में, और पृथ्वी की दरारों में भटकते फिरे।
Hebrews 11:39 संसार उन के योगय न था: और विश्वास ही के द्वारा इन सब के विषय में अच्छी गवाही दी गई, तौभी उन्हें प्रतिज्ञा की हुई वस्तु न मिली।
Hebrews 11:40 क्योंकि परमेश्वर ने हमारे लिये पहिले से एक उत्तम बात ठहराई, कि वे हमारे बिना सिद्धता को न पहुंचे।
एक साल में बाइबल:
- गिनती 23-25
- मरकुस 7:14-37