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रविवार, 29 अप्रैल 2018

सुगंध



   पाँच इन्द्रियों में से कौन सी है जो आपको आपकी बीती बातों को सबसे अधिक प्रभावी रीति से स्मरण करवाती है? मेरे लिए तो निःसंदेह यह सूँघने की शक्ति है। धूप में जाने से पहले लगाए जाने वाले तेलों में से एक की गंध मुझे तुरंत फ्रांस के एक समुद्रतट की यादों में ले जाती है। भोजन की कुछ गंध मुझे अपनी दादी के साथ बिताए गए बचपन के दिनों को स्मरण करवा देती है; दाढ़ी बनाने के बाद लगाए जाने वाले आफ्टर-शेव के एक प्रकार की गंध मुझे अपने पुत्र की किशोरावस्था की याद दिलाती है, और देवदार के पेड़ों की गंध मुझे क्रिसमस की याद दिलाती है। इसी प्रकार से अनेकों गंध हैं जो हमें जीवन के विभिन्न भागों और घटनाओं की याद दिलाती हैं।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में पौलुस ने कुरिन्थियों को स्मरण करवाया कि वे सँसार के समक्ष मसीह यीशु की गंध हैं: “क्योंकि हम परमेश्वर के निकट उद्धार पाने वालों, और नाश होने वालों, दोनों के लिये मसीह के सुगन्‍ध हैं” (2 कुरिन्थियों 2:15)। पौलुस ने जब यह लिखा वह समय इस्राएल पर रोमी साम्राज्य का शासन था, और रोमी जब भी किसी सैनिक अभियान से जयवंत होकर लौटते थे तो विजय जलूस का आयोजन किया जाता था, जिसमें सबको इस बात से अवगत करवाने के लिए कि वे विजयी होकर लौटे हैं, सारे शहर में स्थान-स्थान पर धूप और सुगन्धित द्रव्य जलाए जाते थी। विजयी लोगों के लिए वह सुगंध आनन्द और उत्सव की सूचक थी, परन्तु वही गंध पराजित होकर बंधुआ बनाकर लाए लोगों के लिए आजीवन दासत्व अथवा मृत्युदण्ड की सूचक होती थी। हम मसीही विश्वासी, अपने नायक प्रभु यीशु के द्वारा शैतान और पाप पर अनन्तकाल के लिए विजयी लोग हैं, मृत्यु पर स्वर्ग की विजय के उत्सव में हैं; और जब हमारे द्वारा प्रभु यीशु मसीह का यह सुसमाचार सँसार के लोगों के सामने प्रचार किया जाता है तो यह परमेश्वर को भावती हुई सुगंध होता है।

   मसीह यीशु की गंध होने के नाते, हम सँसार के सामने अपने जीवनों द्वारा क्या सुगंध प्रस्तुत करते हैं? यह वह सुगंध नहीं है जिसे किसी बोतल अथवा या डिब्बे में खरीदा जा सकता है। यह हमारे आचरण और व्यवहार की गंध है। जब हम किसी के साथ अधिक समय बिताने लगते हैं, तब हमारे जीवन उसके गुणों को भी दिखाने लग जाते हैं – हम उसी के समान बर्ताव, बातचीत के भाव और शब्द, हाव-भाव और मुद्राएं अपनाने लग जाते हैं।

   प्रभु यीशु के साथ बिताया गया हमारा समय हमारे जीवनों में परिवर्तन लाता है, हमें उसके स्वरूप में ढालता है, और हम अपने चारों ओर उसकी मनोहर सुगंध को फैलाने पाते हैं। - मेरियन स्ट्राउड


जब हम प्रभु परमेश्वर की संगति में रहेंगे, तो लोग इसे जानने भी पाएँगे।

प्रभु तो आत्मा है: और जहां कहीं प्रभु का आत्मा है वहां स्‍वतंत्रता है। परन्तु जब हम सब के उघाड़े चेहरे से प्रभु का प्रताप इस प्रकार प्रगट होता है, जिस प्रकार दर्पण में, तो प्रभु के द्वारा जो आत्मा है, हम उसी तेजस्‍वी रूप में अंश अंश कर के बदलते जाते हैं। - 2 कुरिन्थियों 3:17-18

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 2:14-17
2 Corinthians 2:14 परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो मसीह में सदा हम को जय के उत्‍सव में लिये फिरता है, और अपने ज्ञान का सुगन्‍ध हमारे द्वारा हर जगह फैलाता है।
2 Corinthians 2:15 क्योंकि हम परमेश्वर के निकट उद्धार पाने वालों, और नाश होने वालों, दोनों के लिये मसीह के सुगन्‍ध हैं।
2 Corinthians 2:16 कितनो के लिये तो मरने के निमित्त मृन्यु की गन्‍ध, और कितनो के लिये जीवन के निमित्त जीवन की सुगन्‍ध, और इन बातों के योग्य कौन है?
2 Corinthians 2:17 क्योंकि हम उन बहुतों के समान नहीं, जो परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं; परन्तु मन की सच्चाई से, और परमेश्वर की ओर से परमेश्वर को उपस्थित जानकर मसीह में बोलते हैं।
                                                 

एक साल में बाइबल: 
  • 1 राजा 6-7
  • लूका 20:27-47