हमारे
विवाह के दिन, मैंने और मेरी पत्नी ने खुशी-खुशी शपथ ली कि हम एक दूसरे के प्रति
विश्वासयोग्य बने रहेंगे, “अच्छे समय में और बुरे में भी, स्वास्थ्य में और
अस्वस्थ होने की दशा में भी, अमीरी में और गरीबी में भी।” यह विचित्र लग सकता है
कि बुरे समय, अस्वस्थतता, और निर्धनता के उदास समयों को भी विवाह के आनन्द के समय
में शपथ में सम्मिलित किया गया है। परन्तु यह इस बात का ध्यान करवाता है कि जीवन
में “बुरे” समय भी आते हैं।
जब
हमें जीवन की अवश्यंभावी कठिनाइयों का सामना करना पड़े, तो हमें क्या करना चाहिए?
परमेश्वर के वचन बाइबल में पौलुस प्रेरित हम से मसीह की ओर से आग्रह करता है कि, “हर
बात में धन्यवाद करो: क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की यही इच्छा
है” (1 थिस्स्लुनीकियों 5:18)। यह करना चाहे कितना भी कठिन प्रतीत हो,
परमेश्वर द्वारा हमें धन्यवादी तथा कृतज्ञ बने रहने के लिए कहने के पीछे ठोस कारण
हैं। कृतज्ञ होना इस सत्य पर आधारित है कि हमारा प्रभु भला है, और उसकी करुणा सदा
की है (भजन 118:1)। वह कठिनाइयों में भी हमारे साथ बना रहता है और हमें बल देता है
(इब्रानियों 13:5, 6), और वह हमारे क्लेषों का भी सप्रेम उपयोग करता है कि हमारा
चरित्र उसी के समान बनता चला जाए (रोमियों 5:3-4)।
जब
जीवन हमें कठिन परिस्थितियों में डाले, तो प्रभु परमेश्वर के प्रति कृतज्ञ और
धन्यवादी होना हमारे ध्यान को परमेश्वर की ओर केन्द्रित करता है और हमें सामर्थ्य
देता है कि हम अपने संघर्षों में से होकर पार निकल सकें। भजनकार के साथ हम भी गा
सकते हैं, “यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला
है; और उसकी करूणा सदा बनी रहेगी”
(भजन 118:29)।
धन्यवादी होना एक सद्गुण है, जो अभ्यास के
साथ बढ़ता जाता है।
केवल यही नहीं, वरन हम
क्लेशों में भी घमण्ड करें, यही जानकर कि क्लेश से धीरज। और धीरज
से खरा निकलना, और खरे निकलने से आशा उत्पन्न होती है। - रोमियों
5:3-4
बाइबल पाठ: 1 थिस्स्लुनीकियों 5:1-14,
26-29
भजन संहिता 118:1 यहोवा का धन्यवाद करो,
क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा की है!
भजन संहिता 118:2 इस्राएल कहे, उसकी करूणा सदा की है।
भजन संहिता 118:3 हारून का घराना कहे,
उसकी करूणा सदा की है।
भजन संहिता 118:4 यहोवा के डरवैये कहें,
उसकी करूणा सदा की है।
भजन संहिता 118:5 मैं ने सकेती में
परमेश्वर को पुकारा, परमेश्वर ने मेरी सुन कर, मुझे चौड़े स्थान में पहुंचाया।
भजन संहिता 118:6 यहोवा मेरी ओर है,
मैं न डरूंगा। मनुष्य मेरा क्या कर सकता है?
भजन संहिता 118:7 यहोवा मेरी ओर मेरे
सहायकों में है; मैं अपने बैरियों पर दृष्टि कर सन्तुष्ट
हूंगा।
भजन संहिता 118:8 यहोवा की शरण लेनी,
मनुष्य पर भरोसा रखने से उत्तम है।
भजन संहिता 118:9 यहोवा की शरण लेनी,
प्रधानों पर भी भरोसा रखने से उत्तम है।
भजन संहिता 118:10 सब जातियों ने मुझ को
घेर लिया है; परन्तु यहोवा के नाम से मैं निश्चय उन्हें नाश
कर डालूंगा!
भजन संहिता 118:11 उन्होंने मुझ को घेर
लिया है, नि:सन्देह घेर लिया है; परन्तु
यहोवा के नाम से मैं निश्चय उन्हें नाश कर डालूंगा!
भजन संहिता 118:12 उन्होंने मुझे मधुमक्खियों
के समान घेर लिया है, परन्तु कांटों की आग के समान वे बुझ गए;
यहोवा के नाम से मैं निश्चय उन्हें नाश कर डालूंगा!
भजन संहिता 118:13 तू ने मुझे बड़ा धक्का
दिया तो था, कि मैं गिर पडूं परन्तु यहोवा ने मेरी सहायता
की।
भजन संहिता 118:14 परमेश्वर मेरा बल और भजन
का विषय है; वह मेरा उद्धार ठहरा है।
भजन संहिता 118:26 धन्य है वह जो यहोवा के
नाम से आता है! हम ने तुम को यहोवा के घर से आशीर्वाद दिया है।
भजन संहिता 118:27 यहोवा ईश्वर है, और उसने हम को प्रकाश दिया है। यज्ञ पशु को वेदी के सींगों से रस्सियों
बान्धो!
भजन संहिता 118:28 हे यहोवा, तू मेरा ईश्वर है, मैं तेरा धन्यवाद करूंगा; तू मेरा परमेश्वर है, मैं तुझ को सराहूंगा।
भजन संहिता 118:29 यहोवा का धन्यवाद करो,
क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा बनी
रहेगी!
एक साल में बाइबल:
- यहोशू 4-6
- लूका 1:1-20