गीत लेखक बिली हिल ने 1936
में एक गाना प्रकाशित किया, जिसका शीर्षक था “The Glory of Love” (प्रेम की महिमा), जो
शीघ्र ही सारे देश में बहुत लोकप्रिय हो गया। उस गाने का विषय था एक दूसरे के
प्रति प्रेम के कारण छोटे छोटे कार्य भी एक दूसरे के लिए करते रहना। इसके पचास
वर्ष बाद, एक अन्य गीत लेखक, पीटर कैटेरा, ने उसी शीर्षक का एक और प्रेम गीत लिखा, जिसमें उसने हमेशा
साथ जीते रहने वाले दो लोगों की कल्पना की, जो यह जानते हैं कि उन्होंने एक दूसरे
के प्रति अपने प्रेम के कारण सब कुछ किया है।
परमेश्वर के वचन बाइबल की
अंतिम पुस्तक, प्रकाशितवाक्य में, एक नए प्रेम गीत के बारे में बताया गया है जो किसी दिन
स्वर्ग और पृथ्वी पर उपस्थित प्रत्येक जन के स्वर में उठाया जाएगा (प्रकाशितवाक्य
5:9, 13)। किन्तु इस संगीत का आरंभ शोक के छोटे सुर के साथ होता है, क्योंकि हमें
वर्णन लिखने वाले यूहन्ना को संसार के साथ जो कुछ भी बुरा हुआ है, उसका कोई उत्तर
मिलता दिखाई नहीं देता है (पद 3-4)। परन्तु उसका मन प्रसन्न हो जाता है और संगीत
अपने उत्कर्ष पर पहुँचता है (पद 12-13) जब यूहन्ना प्रेम की वास्तविक महिमा और
कहानी को जानने पाता है। शीघ्र ही वह समस्त सृष्टि को यहूदा के सर्व-सामर्थी सिंह-राजा
की जयजयकार करते सुनता है (पद 5), जिसने अपने आप को अपने लोगों के प्रति उसके
प्रेम के कारण एक मेमने के समान बलिदान कर देने के द्वारा अपनी प्रजा के हृदय को
जीत लिया है (पद 13)।
हम इस सर्वाधिक मार्मिक गीत
के गए जाने में दयालुता के साथ किए गए छोटे से छोटे सामान्य कार्यों को भी संगीत
में ऊँचे उठते हुए देखते हैं। जिस महिमा के बारे में हम गाते हैं, वह परमेश्वर के
हृदय को प्रतिबिंबित करती है। हम उसके बारे में प्रेम गीत इसलिए गाते हैं क्योंकि
उसने ही हमें यह गीत प्रदान किया है। - मार्ट डी हान
सामान्य और छोटे दयालुता के कार्यों के द्वारा भी आप परमेश्वर का धन्यवाद कर
सकते हैं।
हम इसलिये प्रेम करते हैं, कि पहिले उसने हम से प्रेम किया। - 1 यूहन्ना 4:19
बाइबल पाठ:
प्रकाशितवाक्य 5:1-13
प्रकाशितवाक्य 5:1
और जो सिंहासन पर बैठा था, मैं
ने उसके दाहिने हाथ में एक पुस्तक देखी, जो भीतर और बाहर लिखी हुई भी, और वह सात मुहर लगा कर बन्द की गई थी।
प्रकाशितवाक्य 5:2
फिर मैं ने एक बलवन्त स्वर्गदूत को देखा जो ऊंचे शब्द से यह प्रचार करता था कि इस
पुस्तक के खोलने और उस की मुहरें तोड़ने के योग्य कौन है?
प्रकाशितवाक्य 5:3
और न स्वर्ग में, न पृथ्वी पर,
न पृथ्वी के नीचे कोई उस पुस्तक को खोलने
या उस पर दृष्टि डालने के योग्य निकला।
प्रकाशितवाक्य 5:4
और मैं फूट फूटकर रोने लगा, क्योंकि
उस पुस्तक के खोलने, या उस पर दृष्टि
करने के योग्य कोई न मिला।
प्रकाशितवाक्य 5:5
तब उन प्राचीनों में से एक ने मुझे से कहा, मत रो; देख, यहूदा के गोत्र का वह
सिंह, जो दाऊद का मूल है,
उस पुस्तक को खोलने और उसकी सातों मुहरें
तोड़ने के लिये जयवन्त हुआ है।
प्रकाशितवाक्य 5:6
और मैं ने उस सिंहासन और चारों प्राणियों और उन प्राचीनों के बीच में, मानो एक वध किया हुआ मेमना खड़ा देखा: उसके सात
सींग और सात आँखें थीं; ये परमेश्वर
की सातों आत्माएं हैं, जो सारी
पृथ्वी पर भेजी गई हैं।
प्रकाशितवाक्य 5:7
उसने आ कर उसके दाहिने हाथ से जो सिंहासन पर बैठा था, वह पुस्तक ले ली,
प्रकाशितवाक्य 5:8
और जब उसने पुस्तक ले ली, तो वे
चारों प्राणी और चौबीसों प्राचीन उस मेमने के सामने गिर पड़े; और हर एक के हाथ में वीणा और धूप से भरे हुए
सोने के कटोरे थे, ये तो पवित्र
लोगों की प्रार्थनाएं हैं।
प्रकाशितवाक्य 5:9
और वे यह नया गीत गाने लगे, कि
तू इस पुस्तक के लेने, और उसकी
मुहरें खोलने के योग्य है; क्योंकि
तू ने वध हो कर अपने लहू से हर एक कुल, और भाषा, और लोग, और जाति में से परमेश्वर के लिये लोगों को मोल
लिया है।
प्रकाशितवाक्य
5:10 और उन्हें हमारे परमेश्वर के लिये एक राज्य और याजक बनाया; और वे पृथ्वी पर राज्य करते हैं।
प्रकाशितवाक्य
5:11 और जब मैं ने देखा, तो उस
सिंहासन और उन प्राणियों और उन प्राचीनों के चारों ओर बहुत से स्वर्गदूतों का शब्द
सुना, जिन की गिनती लाखों और करोड़ों
की थी।
प्रकाशितवाक्य
5:12 और वे ऊंचे शब्द से कहते थे, कि वध किया हुआ मेमना ही सामर्थ्य, और धन, और ज्ञान, और शक्ति, और आदर, और महिमा, और धन्यवाद के योग्य
है।
प्रकाशितवाक्य
5:13 फिर मैं ने स्वर्ग में, और
पृथ्वी पर, और पृथ्वी के नीचे,
और समुद्र की सब सृजी हुई वस्तुओं को,
और सब कुछ को जो उन में हैं, यह कहते सुना, कि जो सिंहासन पर बैठा है, उसका, और मेमने का धन्यवाद, और आदर,
और महिमा, और राज्य, युगानुयुग रहे।
एक साल में बाइबल:
- योएल 1-3
- प्रकाशितवाक्य 5