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शुक्रवार, 9 दिसंबर 2016

पाठ्यपुस्तक


   द न्यू इंगलैंड प्राइमर नामक आरंभिक पाठ्यपुस्तिका सर्वप्रथम सन 1600 के अन्त के समय में प्रकाशित हुई थी। उन सभी उपनिवेशों में, जो बाद में संगठित होकर ’संयुकत राज्य अमेरिका’ बने यह पुस्तक आरंभिक पढ़ना-लिखना सीखने के लिए बहुतायत से उपयोग होने वाला स्त्रोत बनी। यह प्राचीन अमेरिकी पाठ्यपुस्तक मुख्यतः परमेश्वर के वचन बाइबल पर आधारित थी, और इसमें बाइबल की घटनाओं को आधार बना कर चित्र और बच्चों की कविताएं थीं जिनके द्वारा बच्चे पढ़ना-लिखना सीखते थे। इसमें स्मरण करने के लिए प्रार्थनाएं भी थीं, जैसे कि वर्तमान में भी बच्चों को बहुधा सिखाई जाने वाली यह प्रार्थना: "सोने अब मैं जाता हूँ, प्रार्थना यह मैं करता हूँ; मेरी आत्मा का रखवाला हो, जो मैं जागूँ तो, मेरी आत्मा स्वीकार करना तू।"

   उपनिवेशिक अमेरिका में एक से दूसरी पीढ़ी को अपने मसीही विश्वास की बातें पहुँचाने का यह एक कारगर तरीका बन गया। यह उस बात के साथ बहुत मेल खाता है जो परमेश्वर अपनी प्रजा प्राचीन इस्त्राएलियों से चाहता था, जैसा कि व्यवस्थाविवरण 6:6-7 में लिखा है: "और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें;और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते, इनकी चर्चा किया करना।"

   जब हम अपनी अगली पीढ़ी से परमेश्वर की हस्ती, अस्तित्व और कार्यों के बारे में बातचीत करते हैं, उन्हें हमारे प्रति उसके प्रेम, देखभाल, प्रावधान और चिंता के बारे में बताते हैं और उन्हें उस आज्ञाकारिता तथा समर्पण को समझाते हैं जो वह हम से चाहता है, तो हम अपनी अगली पीढ़ी के लिए वह आरंभिक पाठ्यपुस्तक बन जाते हैं जिसके द्वारा वह पीढ़ी परमेश्वर के साथ चलने और उसके कार्यों को करने के लिए तैयार होती है। परमेश्वर हमें औरों को सिखाने के लिए इस्तेमाल करता है। - डेनिस फिशर


हम जब औरों को मसीह यीशु के बारे में सिखाते हैं तो 
हम केवल समय व्यतीत नहीं करते हैं, हम समय का निवेश करते हैं।

व्यवस्था की यह पुस्तक तेरे चित्त से कभी न उतरने पाए, इसी में दिन रात ध्यान दिए रहना, इसलिये कि जो कुछ उस में लिखा है उसके अनुसार करने की तू चौकसी करे; क्योंकि ऐसा ही करने से तेरे सब काम सफल होंगे, और तू प्रभावशाली होगा। - यहोशु 1:8

बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण 6:1-9
Deuteronomy 6:1 यह वह आज्ञा, और वे विधियां और नियम हैं जो तुम्हें सिखाने की तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने आज्ञा दी है, कि तुम उन्हें उस देश में मानो जिसके अधिकारी होने को पार जाने पर हो; 
Deuteronomy 6:2 और तू और तेरा बेटा और तेरा पोता यहोवा का भय मानते हुए उसकी उन सब विधियों और आज्ञाओं पर, जो मैं तुझे सुनाता हूं, अपने जीवन भर चलते रहें, जिस से तू बहुत दिन तक बना रहे। 
Deuteronomy 6:3 हे इस्राएल, सुन, और ऐसा ही करने की चौकसी कर; इसलिये कि तेरा भला हो, और तेरे पितरों के परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उस देश में जहां दूध और मधु की धाराएं बहती हैं तुम बहुत हो जाओ। 
Deuteronomy 6:4 हे इस्राएल, सुन, यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है; 
Deuteronomy 6:5 तू अपने परमेश्वर यहोवा से अपने सारे मन, और सारे जीव, और सारी शक्ति के साथ प्रेम रखना। 
Deuteronomy 6:6 और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें; 
Deuteronomy 6:7 और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते, इनकी चर्चा किया करना। 
Deuteronomy 6:8 और इन्हें अपने हाथ पर चिन्हानी कर के बान्धना, और ये तेरी आंखों के बीच टीके का काम दें। 
Deuteronomy 6:9 और इन्हें अपने अपने घर के चौखट की बाजुओं और अपने फाटकों पर लिखना।

एक साल में बाइबल: 
  • दान्नियेल 11-12
  • यहूदा