सूखे, धूल भरे, खतरनाक - मरुस्थल - ऐसे स्थान जहाँ जीवन देने वाला जल कम, और वातावरण जीवन के प्रतिकूल होता है। इसलिए इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है कि किसी ऐसे स्थान को जहाँ पर जीवन नहीं है मरुस्थल के समान कहा जाता है। ऐसे स्थानों पर जीवन बहुत कठिन होता है, बहुत कम लोग वहाँ रहना चाहते हैं; परन्तु कभी-कभी हम ऐसे स्थानों से बच नहीं पाते हैं।
परमेश्वर के वचन बाइबल में, परमेश्वर के लोग मरुस्थल के जीवन से परिचित थे। इस्त्राएल सहित अधिकांश मध्य-पूर्व, मरुस्थल है। परन्तु यहाँ पर भी हरियाले अपवाद होते हैं; जैसे कि यरदन घाटी और गलील की झील के आस-पास के इलाके। परमेश्वर ने "अपने परिवार" का पालन-पोषण ऐसे ही स्थान पर करने का निर्णय लिया, ऐसा स्थान जो निर्जन स्थान से घिरा हुआ है, ऐसा स्थान जहाँ वह अपने बच्चों पर अपनी भलाई प्रकट कर सकता है, जब वे अपनी सुरक्षा और प्रतिदिन के भोजन के लिए उस पर निर्भर रहें (यशायाह 48:16-22)।
आज हम में से अधिकांश जन यथार्थ में किसी मरुस्थल में नहीं रहते हैं, परन्तु हम में से लगभग सभी, कभी-न-कभी अपने जीवनों में मरुस्थल के सूखेपन और अकेलेपन से होकर निकलते हैं। ऐसे अनुभवों से कभी तो हमें न चाहते हुए भी मजबूरी में होकर निकलना पड़ता है, और कभी आज्ञाकारिता निभाने के लिए। जब कोई हमें छोड़ दे, या हमारे शरीर किसी रोग से ग्रसित हो जाएं, हम ऐसी परिस्थितियों में आ जाते हैं जहाँ संसाधन कम और जीवन कठिन हो जाता है।
परन्तु चाहे वास्तव में अथवा आलंकारिक रीति से, मरुस्थल से होकर निकलना हमें स्मरण दिलाता है कि हम अपने भरण-पोषण के लिए परमेश्वर पर निर्भर हैं; उस ही की दया और कृपदृष्टि हमारी प्रत्येक आवश्यकता की पूर्ति करती है। मरुस्थल का यह पाठ हमें अपने समृद्धि और बहुतायत के समयों में भी कभी भूलना नहीं चाहिए। - जूली ऐकैरमैन लिंक
प्रत्येक मरुस्थल में परमेश्वर अपने अनुग्रह का मरुद्द्यान उपलब्ध करवा सकता है।
जब दीन और दरिद्र लोग जल ढूंढ़ने पर भी न पाएं और उनका तालू प्यास के मारे सूख जाए; मैं यहोवा उनकी बिनती सुनूंगा, मैं इस्राएल का परमेश्वर उन को त्याग न दूंगा मैं मुण्डे टीलों से भी नदियां और मैदानों के बीच में सोते बहऊंगा; मैं जंगल को ताल और निर्जल देश को सोते ही सोते कर दूंगा। - यशायाह 41:17-18
बाइबल पाठ: यशायाह 48:16-22
Isaiah 48:16 मेरे निकट आकर इस बात को सुनो: आदि से ले कर अब तक मैं ने कोई भी बात गुप्त में नहीं कही; जब से वह हुआ तब से मैं वहां हूं। और अब प्रभु यहोवा ने और उसकी आत्मा ने मुझे भेज दिया है।
Isaiah 48:17 यहोवा जो तेरा छुड़ाने वाला और इस्राएल का पवित्र है, वह यों कहता है, मैं ही तेरा परमेश्वर यहोवा हूं जो तुझे तेरे लाभ के लिये शिक्षा देता हूं, और जिस मार्ग से तुझे जाना है उसी मार्ग पर तुझे ले चलता हूं।
Isaiah 48:18 भला होता कि तू ने मेरी आज्ञाओं को ध्यान से सुना होता! तब तेरी शान्ति नदी के समान और तेरा धर्म समुद्र की लहरों के नाईं होता;
Isaiah 48:19 तेरा वंश बालू के किनकों के तुल्य होता, और तेरी निज सन्तान उसके कणों के समान होती; उनका नाम मेरे सम्मुख से न कभी काटा और न मिटाया जाता।
Isaiah 48:20 बाबुल में से निकल जाओ, कसदियों के बीच में से भाग जाओ; जयजयकार करते हुए इस बात को प्रचार कर के सुनाओ, पृथ्वी की छोर तक इसकी चर्चा फैलाओ; कहते जाओ कि यहोवा ने अपने दास याकूब को छुड़ा लिया है!
Isaiah 48:21 जब वह उन्हें निर्जल देशों में ले गया, तब वे प्यासे न हुए; उसने उनके लिये चट्टान में से पानी निकाला; उसने चट्टान को चीरा और जल बह निकला।
Isaiah 48:22 दुष्टों के लिये कुछ शान्ति नहीं, यहोवा का यही वचन है।
एक साल में बाइबल:
- भजन 1-3
- प्रेरितों 17:1-15