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मंगलवार, 25 अगस्त 2020

उदार


         हमारे चर्च के अगुवों ने, हमारे चर्च के इतिहास में जो कुछ परमेश्वर ने किया था, उसे दोहराने के पश्चात, चर्च समुदाय के सामने एक नए जिम को बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसके द्वारा वे हमारे समुदाय की सेवा और अच्छे से करने पाएँगे। उन अगुवों ने यह भी कहा कि उस निर्माण-कार्य के लिए धन दान करने के प्रतिज्ञा-पत्रों पर सबसे पहले वे लोग हस्ताक्षर करेंगे। इस आवश्यकता के लिए अपनी ओर से देने के लिए मैंने पहले तो मन मारकर प्रार्थना की, मैं नहीं चाहती थी कि हम पहले से ही जो चर्च को देने का निर्णय ले चुके थे, उससे अधिक कुछ दें। फिर भी मैंने तथा मेरे पति ने इस निर्माण कार्य के लिए प्रार्थना करने का फैसला लिया। परमेश्वर जो कुछ हमारे लिए करता आ रहा था, जो कुछ देता आ रहा था, उस सब को ध्यान में रखते हुए हमने प्रति माह कुछ देते रहने का निर्णय लिया। हमारे चर्च-परिवार द्वारा दी गई संयुक्त भेंटों ने उस नए भवन को बनाने के लिए आवश्यक धान-राशि को उपलब्ध करवा दिया।

         हम आभारी हैं कि उसके बन जाने के बाद से परमेश्वर ने उस जिम को कैसे समुदाय के कार्यक्रमों को आयोजित करने के लिए विभिन्न प्रकार से उपयोग किया है। इससे मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में एक अन्य उदार दानी – राजा दाऊद का ध्यान आता है। यद्यपि परमेश्वर ने उसे अपना मंदिर बनवाने के लिए नहीं चुना था, फिर भी दाऊद ने उसके पास उपलब्ध सभी संसाधनों को इस परियोजना में लगा दिया (1 इतिहास 29:1-5)। उसके अधीन कार्य करने वाले अगुवों,और उन लोगों ने भी जिनकी वे सेवा करते थे, उदारता से दिया (पद 6-9)। राजा ने स्वीकार किया कि उन्होंने जो कुछ भी दिया था, वह सब पहले उन्हें परमेश्वर ने दिया था – उसने जो सृष्टिकर्ता, पालनहार, और प्रत्येक वस्तु का स्वामी है (पद 10-16)।

         जब हम यह पहचान लेते हैं कि परमेश्वर ही सभी वस्तुओं का वास्तविक स्वामी है, तो फिर हमारे लिए उदारता, कृतज्ञता, और विश्वासयोग्यता के साथ औरों की भलाई के लिए देना सहज हो जाता है। और साथ ही हम यह भी विश्वास रख सकते हैं कि हमारी आवश्यकता के समय में परमेश्वर हमारे लिए प्रावधान करेगा, और अन्य लोगों की उदारता का हमारे लिए प्रयोग करेगा। - होकिटिल डिक्सन

 

परमेश्वर पहले देता है, और वह सबसे उदार देने वाले से भी कहीं अधिक दे देता है।


सो जैसे हर बात में अर्थात विश्वास, वचन, ज्ञान और सब प्रकार के यत्‍न में, और उस प्रेम में, जो हम से रखते हो, बढ़ते जाते हो, वैसे ही इस दान के काम में भी बढ़ते जाओ। - 2 कुरिन्थियों 8:7

बाइबल पाठ: 1 इतिहास 29:1-14

1 इतिहास 29:1 फिर राजा दाऊद ने सारी सभा से कहा, मेरा पुत्र सुलैमान सुकुमार लड़का है, और केवल उसी को परमेश्वर ने चुना है; काम तो भारी है, क्योंकि यह भवन मनुष्य के लिये नहीं, यहोवा परमेश्वर के लिये बनेगा।

1 इतिहास 29:2 मैं ने तो अपनी शक्ति भर, अपने परमेश्वर के भवन के निमित्त सोने की वस्तुओं के लिये सोना, चान्दी की वस्तुओं के लिये चान्दी, पीतल की वस्तुओं के लिये पीतल, लोहे की वस्तुओं के लिये लोहा, और लकड़ी की वस्तुओं के लिये लकड़ी, और सुलैमानी पत्थर, और जड़ने के योग्य मणि, और पच्ची के काम के लिये रंग रंग के नग, और सब भांति के मणि और बहुत संगमरमर इकट्ठा किया है।

1 इतिहास 29:3 फिर मेरा मन अपने परमेश्वर के भवन में लगा है, इस कारण जो कुछ मैं ने पवित्र भवन के लिये इकट्ठा किया है, उस सब से अधिक मैं अपना निज धन भी जो सोना चान्दी के रूप में मेरे पास है, अपने परमेश्वर के भवन के लिये दे देता हूँ।

1 इतिहास 29:4 अर्थात तीन हजार किक्कार ओपीर का सोना, और सात हजार किक्कार तपाई हुई चान्दी, जिस से कोठरियों की भीतें मढ़ी जाएं।

1 इतिहास 29:5 और सोने की वस्तुओं के लिये सोना, और चान्दी की वस्तुओं के लिये चान्दी, और कारीगरों से बनाने वाले सब प्रकार के काम के लिये मैं उसे देता हूँ। और कौन अपनी इच्छा से यहोवा के लिये अपने को अर्पण कर देता है?

1 इतिहास 29:6 तब पितृों के घरानों के प्रधानों और इस्राएल के गोत्रों के हाकिमों और सहस्रपतियों और शतपतियों और राजा के काम के अधिकारियों ने अपनी अपनी इच्छा से,

1 इतिहास 29:7 परमेश्वर के भवन के काम के लिये पांच हजार किक्कार और दस हजार दर्कनोन सोना, दस हजार किक्कार चान्दी, अठारह हजार किक्कार पीतल, और एक लाख किक्कार लोहा दे दिया।

1 इतिहास 29:8 और जिनके पास मणि थे, उन्होंने उन्हें यहोवा के भवन के खजाने के लिये गेर्शोनी यहीएल के हाथ में दे दिया।

1 इतिहास 29:9 तब प्रजा के लोग आनन्दित हुए, क्योंकि हाकिमों ने प्रसन्न हो कर खरे मन और अपनी अपनी इच्छा से यहोवा के लिये भेंट दी थी; और दाऊद राजा बहुत ही आनन्दित हुआ।

1 इतिहास 29:10 तब दाऊद ने सारी सभा के सम्मुख यहोवा का धन्यवाद किया, और दाऊद ने कहा, हे यहोवा! हे हमारे मूल पुरुष इस्राएल के परमेश्वर! अनादिकाल से अनन्तकाल तक तू धन्य है।

1 इतिहास 29:11 हे यहोवा! महिमा, पराक्रम, शोभा, सामर्थ्य और वैभव, तेरा ही है; क्योंकि आकाश और पृथ्वी में जो कुछ है, वह तेरा ही है; हे यहोवा! राज्य तेरा है, और तू सभों के ऊपर मुख्य और महान ठहरा है।

1 इतिहास 29:12 धन और महिमा तेरी ओर से मिलती हैं, और तू सभों के ऊपर प्रभुता करता है। सामर्थ्य और पराक्रम तेरे ही हाथ में हैं, और सब लोगों को बढ़ाना और बल देना तेरे हाथ में है।

1 इतिहास 29:13 इसलिये अब हे हमारे परमेश्वर! हम तेरा धन्यवाद और तेरे महिमायुक्त नाम की स्तुति करते हैं।

 1 इतिहास 29:14 मैं क्या हूँ? और मेरी प्रजा क्या है? कि हम को इस रीति से अपनी इच्छा से तुझे भेंट देने की शक्ति मिले? तुझी से तो सब कुछ मिलता है, और हम ने तेरे हाथ से पाकर तुझे दिया है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 119:1-88
  • 1 कुरिन्थियों 7:20-40