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शुक्रवार, 13 जुलाई 2018

जानते हुए



      एक संगीत कार्यक्रम के दौरान, श्रोताओं द्वारा किए गए एक प्रश्न के प्रत्युत्तर में, गायक और गीत-लेखक डेविड विलकॉक्स ने बताया कि वह गीत कैसे लिखता और संगीत-बद्ध करते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें तीन बातों की आवश्यकता होती है: एक शान्त कमरा, एक कोरा कागज़, और एक प्रश्न – “क्या ऐसा कुछ है जिसकी मुझे जानकारी होनी चाहिए?” प्रभु यीशु मसीह का अनुयायी होने के नाते, प्रभु की इच्छा जानने के लिए मुझे यह बहुत उपयुक्त तरीका लगा।

      प्रभु यीशु की सार्वजनिक सेवकाई के दौरान, वे सदा ही परमेश्वर के साथ एकांत में प्रार्थना में समय बिताया करते थे। उनके द्वारा 5000 लोगों को भोजन खिलाए जाने के आश्चर्यकर्म के पश्चात उन्होंने शिष्यों को नाव से गलील की झील के पार जाने को कहा, और उन्होंने स्वयं लोगों की भीड़ को विदा किया (मत्ती 14:22), और फिर, “वह लोगों को विदा कर के, प्रार्थना करने को अलग पहाड़ पर चढ़ गया; और सांझ को वहां अकेला था” (पद 23)।

      यदि प्रभु यीशु ने यह आवश्यक जाना कि उन्हें अपने पिता के साथ एकांत में समय बिताना है, तो फिर परमेश्वर के साथ वार्तालाप करने और अपने मन की बात उससे बाँटने, और उसके निर्देशों का पालन करने का मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए हमें कितना अधिक परमेश्वर पिता के साथ ऐसा समय बिताने की आवश्यकता है। एक शान्त कमरा – अर्थात कोई भी एक ऐसा स्थान जहाँ बिना ध्यान बंटाए हम प्रभु परमेश्वर पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। एक कोरा कागज़ – अर्थात एक खुला और उसकी सुनने वाला मन, और प्रभु से सीखने की लालसा। एक प्रश्न – “क्या ऐसा कुछ है जिसकी मुझे जानकारी होनी चाहिए?” – अर्थात एक समर्पित जीवन, “प्रभु अपनी आत्मा, अपने लिखित वचन और अपने मार्गदर्शन के आश्वासन के द्वारा मुझे से बातचीत कीजिए, मुझे सिखाईये एवं और उन्नत कीजिए।”

      उस संध्या, पिता परमेश्वर के साथ पहाड़ी पर एकांत में बिताए गए समय के पश्चात, बिना किसी भी प्रकार से विचलित हुए, प्रभु यीशु नीचे एक प्रचण्ड तूफ़ान में उतर आए, यह जानते हुए कि पिता परमेश्वर उनसे क्या चाहते हैं कि वे करें (पद 24-27)। - डेविड मैक्कैस्लैंड


परमेश्वर के साथ एकांत में बिताया गया समय ही सामर्थ्य पाने का सबसे उत्तम स्थान है।

प्रभु यहोवा, इस्राएल का पवित्र यों कहता है, लौट आने और शान्त रहने में तुम्हारा उद्धार है; शान्त रहने और भरोसा रखने में तुम्हारी वीरता है। परन्तु तुम ने ऐसा नहीं किया – यशायाह 30:15

बाइबल पाठ: मत्ती 14:22-36
Matthew 14:22 और उसने तुरन्त अपने चेलों को बरबस नाव पर चढ़ाया, कि वे उस से पहिले पार चले जाएं, जब तक कि वह लोगों को विदा करे।
Matthew 14:23 वह लोगों को विदा कर के, प्रार्थना करने को अलग पहाड़ पर चढ़ गया; और सांझ को वहां अकेला था।
Matthew 14:24 उस समय नाव झील के बीच लहरों से डगमगा रही थी, क्योंकि हवा साम्हने की थी।
Matthew 14:25 और वह रात के चौथे पहर झील पर चलते हुए उन के पास आया।
Matthew 14:26 चेले उसको झील पर चलते हुए देखकर घबरा गए! और कहने लगे, वह भूत है; और डर के मारे चिल्ला उठे।
Matthew 14:27 यीशु ने तुरन्त उन से बातें की, और कहा; ढाढ़स बान्‍धो; मैं हूं; डरो मत।
Matthew 14:28 पतरस ने उसको उत्तर दिया, हे प्रभु, यदि तू ही है, तो मुझे अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे।
Matthew 14:29 उसने कहा, आ: तब पतरस नाव पर से उतरकर यीशु के पास जाने को पानी पर चलने लगा।
Matthew 14:30 पर हवा को देखकर डर गया, और जब डूबने लगा, तो चिल्लाकर कहा; हे प्रभु, मुझे बचा।
Matthew 14:31 यीशु ने तुरन्त हाथ बढ़ाकर उसे थाम लिया, और उस से कहा, हे अल्प-विश्वासी, तू ने क्यों सन्‍देह किया?
Matthew 14:32 जब वे नाव पर चढ़ गए, तो हवा थम गई।
Matthew 14:33 इस पर जो नाव पर थे, उन्होंने उसे दण्‍डवत कर के कहा; सचमुच तू परमेश्वर का पुत्र है।
Matthew 14:34 वे पार उतरकर गन्नेसरत देश में पहुंचे।
Matthew 14:35 और वहां के लोगों ने उसे पहचानकर आस पास के सारे देश में कहला भेजा, और सब बीमारों को उसके पास लाए।
Matthew 14:36 और उस से बिनती करने लगे, कि वह उन्हें अपने वस्‍त्र के आंचल ही को छूने दे: और जितनों ने उसे छूआ, वे चंगे हो गए।
     

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 7-9
  • प्रेरितों 18