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शनिवार, 29 अक्टूबर 2011

परमेश्वर का प्रेम

   इलिनौए प्रांत के एक शहर इवैन्सटन में मार्था नामक एक महिला को लकवा हो रखा था और वह अपना कुछ भी कार्य कर सकने में असमर्थ थी। वह यह बात समझ नहीं पाती थी कि एक करुणामय और प्रेम करने वाला परमेश्वर उसे इस तरह के रोग से ग्रस्त कैसे होने दे सकता है। उस शहर की १६ महिलाओं ने परमेश्वर के प्रेम को बहुत सुन्दरता से उसके समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने अपनी दिनचर्या और ज़िम्मेदारियों के कार्यक्रम में परिवर्तन करके इस तरह से निर्धारित किया कि उन में से कुछ चौबीसों घंटे मार्था के साथ रहती थीं। वे उससे बातें करतीं, उसकी साफ-सफाई करतीं, उसे भोजन करवातीं, हर तरह से उसकी देख-भाल करतीं, उसके लिए प्रार्थना करतीं और उसे परमेश्वर और प्रभु यीशु के बारे में बतातीं थीं। जिस परमेश्वर के प्रेम को मार्था समझ नहीं पा रही थी, वह उसने इन महिलाओं द्वारा पाया, और एक दिन उसने प्रभु यीशु में विश्वास किया और अपना जीवन उसे समर्पित कर दिया। इसके कुछ समय पश्चात मार्था का निधन हो गया। आज वह स्वर्ग में अपने प्रभु के साथ है क्योंकि १६ महिलाओं ने प्रभु यीशु के उदाहरण का अनुसरण करके, परमेश्वर के प्रेम को उसे प्रदर्शित करके दिखाया।

   प्रभु यीशु ने, अपने पृथ्वी के प्रवास के समय, परमेश्वर के प्रेम को अपने जीवन के द्वार दिखाया। जिस नम्र आज्ञाकारिता का बीड़ा उसने स्वर्ग से पृथ्वी पर मानव रूप में आते समय उठाया था, उसने उसे जी कर भी दिखाया। अपने पृथ्वी के समय में उसने मानव स्वरूप की सीमाओं में अपना जीवन व्यतीत किया, विरोधियों की घोर निन्दा सही, किंतु अपनी ईश्वरीय सामर्थ को उसने केवल दूसरों के भले के लिए, बिमारों को चंगा करने, संसार के त्यागे और तुच्छ समझे जाने वाले लोगों की सहायता करने में उपयोग किया। क्रूस पर चढ़ाए जाने से पहले, अपने चेलों के साथ भोजन करते समय, उनके पांव धोकर उसने अपने विनीत स्वभाव का एक और उदाहरण उनके समक्ष रखा और उन्हें उस उदाहरण का अनुसरण करने की आज्ञा दी। उसे एक अपराधी के समान रोमी क्रूस पर चढ़ा कर मार डाला गया। उसका समस्त जीवन परमेश्वर के प्रेम और धीरज का प्रतिबिंब था; उस ने कहा, "जिस ने मुझे देखा है उस ने पिता को देखा है" (युहन्ना १४:९)।

   आज प्रभु यीशु हमारे साथ सदेह पृथ्वी पर नहीं है, वह पिता परमेश्वर के पास हमारे लिए विनती करता है; लेकिन उस स्वर्गीय प्रेम को प्रदर्शित करने का बीड़ा उसने अपने चेलों को सौंपा है। हम जो मसीही विश्वासी हैं, हमारी यह ज़िम्मेदारी है कि हम उसके इस प्रेम को संसार के समक्ष प्रस्तुत करें। - हर्ब वैण्डर लुग्ट


मेरा जीवन मेरे पड़ौसी के सामने मेरे परमेश्वर के स्वरूप को प्रदर्शित करता है।

क्‍योंकि मैं ने तुम्हें नमूना दिखा दिया है, कि जैसा मैं ने तुम्हारे साथ किया है, तुम भी वैसा ही किया करो। - युहन्ना १३:१५

बाइबल पाठ: युहन्ना १३:१-१७
    Joh 13:1  फसह के पर्ब्‍ब से पहिले जब यीशु ने जान लिया, कि मेरी वह घड़ी आ पहुंची है कि जगत छोड़ कर पिता के पास जाऊं, तो अपने लोगों से, जो जगत में थे, जैसा प्रेम वह रखता था, अन्‍त तक वैसा ही प्रेम रखता रहा।
    Joh 13:2  और जब शैतान शमौन के पुत्र यहूदा इस्‍किरयोती के मन में यह डाल चुका था, कि उसे पकड़वाए, तो भोजन के समय।
    Joh 13:3  यीशु ने यह जान कर कि पिता ने सब कुछ मेरे हाथ में कर दिया है और मैं परमेश्वर के पास से आया हूं, और परमेश्वर के पास जाता हूं।
    Joh 13:4  भोजन पर से उठ कर अपने कपड़े उतार दिए, और अंगोछा लेकर अपनी कमर बान्‍धी।
    Joh 13:5  तब बरतन में पानी भर कर चेलों के पांव धोने और जिस अंगोछे से उस की कमर बन्‍धी थी उसी से पोंछने लगा।
    Joh 13:6  जब वह शमौन पतरस के पास आया: तब उस ने उस से कहा, हे प्रभु,
    Joh 13:7  क्‍या तू मेरे पांव धोता है? यीशु ने उस को उत्तर दिया, कि जो मैं करता हूं, तू अब नहीं जानता, परन्‍तु इस के बाद समझेगा।
    Joh 13:8  पतरस ने उस से कहा, तू मेरे पांव कभी न धोने पाएगा: यह सुन कर यीशु ने उस से कहा, यदि मैं तुझे न धोऊं, तो मेरे साथ तेरा कुछ भी साझा नहीं।
    Joh 13:9  शमौन पतरस ने उस से कहा, हे प्रभु, तो मेरे पांव ही नहीं, वरन हाथ और सिर भी धो दे।
    Joh 13:10  यीशु ने उस से कहा, जो नहा चुका है, उसे पांव के सिवा और कुछ धोने का प्रयोजन नहीं; परन्‍तु वह बिलकुल शुद्ध है: और तुम शुद्ध हो परन्‍तु सब के सब नहीं।
    Joh 13:11  वह तो अपने पकड़वाने वाले को जानता था इसी लिये उस ने कहा, तुम सब के सब शुद्ध नहीं।
    Joh 13:12  जब वह उन के पांव धो चुका और अपने कपड़े पहिन कर फिर बैठ गया तो उन से कहने लगा, क्‍या तुम समझे कि मैं ने तुम्हारे साथ क्‍या किया?
    Joh 13:13  तुम मुझे गुरू, और प्रभु, कहते हो, और भला कहते हो, क्‍योंकि मैं वही हूं।
    Joh 13:14  यदि मैं ने प्रभु और गुरू हो कर तुम्हारे पांव धोए तो तुम्हें भी एक दुसरे के पांव धोना चाहिए।
    Joh 13:15  क्‍योंकि मैं ने तुम्हें नमूना दिखा दिया है, कि जैसा मैं ने तुम्हारे साथ किया है, तुम भी वैसा ही किया करो।
    Joh 13:16  मैं तुम से सच सच कहता हूं, दास अपने स्‍वामी से बड़ा नहीं और न भेजा हुआ अपने भेजने वाले से।
    Joh 13:17  तुम तो ये बातें जानते हो, और यदि उन पर चलो, तो धन्य हो।
 
एक साल में बाइबल: 
  • यर्मियाह १८-१९ 
  • २ तिमुथियुस ३