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मंगलवार, 12 मई 2020

समय



     हाल ही में सीरिया से आई एक महिला, रीमा, अपनी सीमित अंग्रेज़ी और हाथ के संकेतों के द्वारा अपने शिक्षक को समझाने का प्रयास कर रही थी की वह क्यों दुखी थी। उस की आँखों से आँसू बह रहे थे, और उसने अपने हाथ में उस के द्वारा बनाए गए भोजन से भरी एक तश्तरी उठा रखी थी, जिस पर रखा भोजन बहुत आकर्षक लग रहा था। उसने रोते हुए कहा, “एक आदमी”, और फिर मुंह से दरवाज़ा खुलने की आवाज़ निकालते हुए हाथ के संकेत से तेज़ी से अन्दर आने और फिर तुरंत ही वापस बाहर निकल जाने को दिखाया। उस के शिक्षक ने समझ लिया कि वह क्या कहना चाह रही थी और क्यों दुखी थी। उन के निकट के चर्च से कई लोगों के उन के घर आकर, उस के परिवार से मिलना था; और साथ ही वे लोग अपने समुदाय में उन के स्वागत के लिए कुछ उपहार भी देने वाले थे। परन्तु अंततः केवल एक ही आदमी आया, वह भी तेज़ी से अन्दर आया, उस ने अपने उपहार को वहां रखा, और तुरंत ही मुड़कर वापस बाहर चला गया। उस ने केवल एक औपचारिकता का निर्वाह किया, जब कि रीमा और उस का परिवार, जो अपने आप को अकेला अनुभव कर रहे थे, और स्थानीय लोगों के साथ सहभागिता चाहते थे, आशा कर रहे थे कि वे चर्च के लोगों के साथ नए मित्र बनाएंगे, उन के साथ भोजन करेंगे।

     परमेश्वर के वचन बाइबल में हम प्रभु यीशु के लिए देखते हैं कि वे लोगों के साथ समय बिताया करते थे। वे भोजन के लिए निमंत्रणों को स्वीकार करते थे और लोगों के साथ बैठ कर भोजन किया करते थे, लोगों की भीड़ को सिखाया करते थे, और लोगों के साथ व्यक्तिगत रीति से भी समय बिताया करते थे। प्रभु ने अपने आप को एक आदमी के घर में आमंत्रित भी कर लिया; नाटे कद का ज़क्कई जब उन्हें देखने के लिए एक पेड़ पर चढ़ गया, तो प्रभु ने उसी पेड़ के नीचे रुक कर ऊपर उस की ओर देखा और उस से कहा कि वह तुरंत नीचे उतर आए क्योंकि प्रभु उस के घर में जा कर उस के साथ भोजन करना चाहता था (लूका 19:1-9)। और प्रभु के द्वारा उसे इस प्रकार समय देने से ज़क्कई का जीवन सदा के लिए बदला गया।

     हमारे अन्य दायित्वों के कारण हो सकता है कि हमें सदा ही समय उपलब्ध न हो सके; परन्तु जब भी हो, तो यह हमारे लिए एक अद्भुत आदर और विशेषाधिकार की बात है कि हम औरों के साथ बैठें, उन्हें प्रोत्साहित करें और उन के द्वारा प्रोत्साहित हों, और समय देने के द्वारा प्रभु को लोगों के जीवन बदलते हुए देखें। - ऐनी सेटास

औरों को जो सबसे उत्तम उपहार आप दे सकते हैं, हो सकता है कि वह आपका समय हो।

अवसर को बहुमूल्य समझ कर बाहर वालों के साथ बुद्धिमानी से बर्ताव करो। तुम्हारा वचन सदा अनुग्रह सहित और सलोना हो, कि तुम्हें हर मनुष्य को उचित रीति से उत्तर देना आ जाए। - कुलुस्सियों 4:5-6

बाइबल पाठ: लूका 19:1-10
लूका 19:1 वह यरीहो में प्रवेश कर के जा रहा था।
लूका 19:2 और देखो, ज़क्कई नाम एक मनुष्य था जो चुंगी लेने वालों का सरदार और धनी था।
लूका 19:3 वह यीशु को देखना चाहता था कि वह कौन सा है परन्तु भीड़ के कारण देख न सकता था। क्योंकि वह नाटा था।
लूका 19:4 तब उस को देखने के लिये वह आगे दौड़ कर एक गूलर के पेड़ पर चढ़ गया, क्योंकि वह उसी मार्ग से जाने वाला था।
लूका 19:5 जब यीशु उस जगह पहुंचा, तो ऊपर दृष्टि कर के उस से कहा; हे ज़क्कई झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है।
लूका 19:6 वह तुरन्त उतर कर आनन्द से उसे अपने घर को ले गया।
लूका 19:7 यह देख कर सब लोगे कुड़कुड़ा कर कहने लगे, वह तो एक पापी मनुष्य के यहां जा उतरा है।
लूका 19:8 ज़क्कई ने खड़े हो कर प्रभु से कहा; हे प्रभु, देख मैं अपनी आधी सम्पत्ति कंगालों को देता हूं, और यदि किसी का कुछ भी अन्याय कर के ले लिया है तो उसे चौगुना फेर देता हूं।
लूका 19:9 तब यीशु ने उस से कहा; आज इस घर में उद्धार आया है, इसलिये कि यह भी इब्राहीम का एक पुत्र है।
लूका 19:10 क्योंकि मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 राजाओं 15-16
  • यूहन्ना 3:1-18