स्पष्ट प्रतीत हो रहा था कि अपने दो बेटों को एक के बाद एक वायु-यानों और हवाई-अड्डों से ले चलने के कारण माता-पिता थके हुए थे; और अब उनकी इस अन्तिम उड़ान में विलंब हो रहा था। मैं देख रहा था कि वे दोनों छोटे बेटे काफी सक्रीय थे, और उड़ान के लिए वायु-यान में चढ़ने जाने से पहले वाले प्रतीक्षा-क्षेत्र में इधर से उधर भागे फिर रहे थे; उन्हें एक स्थान पर नियंत्रण में बैठाए रखना कठिन हो रहा था। मैं सोच रहा था कि वायु-यान में बैठने के पश्चात, हमारी आधे घंटे की उड़ान के लिए इन दोनों बालकों को ये थके हुए माता-पिता कैसे नियंत्रण में रखने पाएंगे? अन्ततः जब हमें उड़ान भरने के लिए वायु-यान में जाकर बैठने की अनुमति मिली, तो मैंने देखा कि उन दोनों बच्चों में से एक और उसके पिता का बैठने का स्थान ठीक मेरे पीछे ही था। स्थानों को ग्रहण करने के पश्चात, मैंने उस थके हुए पिता को अपने बेटे से कहते हुए सुना, "आओ मैं तुम्हें एक कहानी पढ़कर सुनाता हूँ।" और उस पूरी उड़ान के दौरान, वह पिता बड़े धैर्य और प्रेम के साथ अपने बेटे को कहानी पढ़कर सुनाता-समझाता रहा; सारी यात्रा भर उसने अपने बेटे के ध्यान को कहानी पर केंद्रित और उस को शान्त बनाए रखा।
परमेश्वर के वचन बाइबल के एक भजन में दाऊद ने लिखा, "जैसे पिता अपने बालकों पर दया करता है, वैसे ही यहोवा अपने डरवैयों पर दया करता है" (भजन 103:13)। यहाँ प्रयुक्त शब्द "दया" का तात्पर्य है प्रेम और अनुकंपा करना। यह कोमल शब्द हमें अन्दाज़ा कराता है कि हमारा स्वर्गीय परमेश्वर पिता हम से कितना प्रेम करता है, और इस बात का भी अन्दाज़ा देता है कि हम मसीही विश्वासियों के लिए यह कैसे बड़े सौभाग्य की बात है कि हम उसे "अब्बा, पिता" (रोमियों 8:15) कहकर संबोधित कर सकते हैं; हम अपनी हर बात के लिए हर समय, हर हाल में, बिना झिझके परमेश्वर के पास आ सकते हैं, और ौसका ध्यान सदा हम पर बना रहता है, वह हमारी हर बात को सदा सर्वदा सुनता है।
हमारा परमेश्वर पिता चाहता है कि जब भी हम जीवन यात्रा में विचलित अथवा परेशान अनुभव करें तो हम उससे उसके प्रेम की कहानी को फिर से सुनें, फिर से उस कहानी और उसके अर्थ पर ध्यान लगाएं; तथा उनको भी जो अभी उसकी सन्तान नहीं बने हैं, परमेश्वर की सन्तान होने के आदर और महिमा के बारे में बताएं। हमारा परमेश्वर, एक प्रेमी पिता के समान, सदा हमारे निकट बना रहता है, अपने वचन से हमें प्रोत्साहित और उत्साहित करता रहता है, अपने वचन के द्वारा हम से बातचीत करता रहता है। - बिल क्राउडर
परमेश्वर पिता का अपनी सन्तान, अर्थात हमसे किया गया प्रेम,
हमारे लिए उसकी सबसे महान भेंट है।
इसलिये कि जितने लोग परमेश्वर के आत्मा के चलाए चलते हैं, वे ही परमेश्वर के पुत्र हैं। क्योंकि तुम को दासत्व की आत्मा नहीं मिली, कि फिर भयभीत हो परन्तु लेपालकपन की आत्मा मिली है, जिस से हम हे अब्बा, हे पिता कह कर पुकारते हैं। आत्मा आप ही हमारी आत्मा के साथ गवाही देता है, कि हम परमेश्वर की सन्तान हैं। - रोमियों 8:14-16
बाइबल पाठ: भजन 103:1-14
Psalms 103:1 हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह; और जो कुछ मुझ में है, वह उसके पवित्र नाम को धन्य कहे!
Psalms 103:2 हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह, और उसके किसी उपकार को न भूलना।
Psalms 103:3 वही तो तेरे सब अधर्म को क्षमा करता, और तेरे सब रोगों को चंगा करता है,
Psalms 103:4 वही तो तेरे प्राण को नाश होने से बचा लेता है, और तेरे सिर पर करूणा और दया का मुकुट बान्धता है,
Psalms 103:5 वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिस से तेरी जवानी उकाब की नाईं नई हो जाती है।
Psalms 103:6 यहोवा सब पिसे हुओं के लिये धर्म और न्याय के काम करता है।
Psalms 103:7 उसने मूसा को अपनी गति, और इस्राएलियों पर अपने काम प्रगट किए।
Psalms 103:8 यहोवा दयालु और अनुग्रहकरी, विलम्ब से कोप करने वाला और अति करूणामय है।
Psalms 103:9 वह सर्वदा वादविवाद करता न रहेगा, न उसका क्रोध सदा के लिये भड़का रहेगा।
Psalms 103:10 उसने हमारे पापों के अनुसार हम से व्यवहार नहीं किया, और न हमारे अधर्म के कामों के अनुसार हम को बदला दिया है।
Psalms 103:11 जैसे आकाश पृथ्वी के ऊपर ऊंचा है, वैसे ही उसकी करूणा उसके डरवैयों के ऊपर प्रबल है।
Psalms 103:12 उदयाचल अस्ताचल से जितनी दूर है, उसने हमारे अपराधों को हम से उतनी ही दूर कर दिया है।
Psalms 103:13 जैसे पिता अपने बालकों पर दया करता है, वैसे ही यहोवा अपने डरवैयों पर दया करता है।
Psalms 103:14 क्योंकि वह हमारी सृष्टि जानता है; और उसको स्मरण रहता है कि मनुष्य मिट्टी ही है।
एक साल में बाइबल:
- एस्तर 3-5
- प्रेरितों 5:22-42