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सोमवार, 15 अक्टूबर 2012

बताएं


   मैं अपने उपचार के लिए अपने चिकित्सक के पास था और वह मुझे एक सुई लगाने की तैयारी में था। मैं जानता था कि वह चिकित्सिक परमेश्वर को नहीं मानता; उसके हाथ में तैयार सुई को देखकर मेरे मन में विचार आया कि यह समय बात करने के लिए उचित नहीं है। परन्तु फिर भी मैंने हिम्मत बांधकर उससे कहा कि अपनी सृष्टि के लिए उसे परमेश्वर का धन्यवादी होना चाहिए। उसने मुझ से पूछा कि क्या मैं वाकई में परमेश्वर पर विश्वास करता हूँ? मैंने उत्तर दिया, "अवश्य; यदि हम परमेश्वर की सृष्टि होने की बजाए अभी भी क्रमिक विकास के सिद्धांत के अनुसार विकास क्रम में ही होते तो आप कैसे निर्धारित करते कि किस व्यक्ति के लिए सुई लगाने की कौन सी जगह सही है, क्योंकि सभी अलग अलग गति और रीति से विकास के कारण एक दुसरे से बहुत भिन्न होते?" बाद में अपनी अस्वस्थता के द्वारा उस चिकित्सक से परमेश्वर के बारे में बातचीत कर पाने के इस अवसर के लिए मैंने परमेश्वर का धन्यवाद किया।

   आज के बाइबल पाठ में पौलुस प्रेरित ने तिमुथियुस को यह ज़िम्मेदारी सौंपी है कि वह लोगों को उद्धारकर्ता की ओर लेकर जाए। पौलुस का कथन "...तू वचन को प्रचार कर..." (२ तिमुथियुस ४:२) केवल प्रचारकों के लिए दिया गया निर्देश नहीं है। मूल भाषा में प्रयुक्त जिस शब्द का अनुवाद प्रचार किया गया है उसका अर्थ है बताएं या सुनाएं। परमेश्वर के विश्वासी जन यह सुसमाचार बताने या सुनाने का कार्य मित्रों के साथ बैठकर कुछ खाते-पीते हुए कर सकते हैं, स्कूल या कॉलेज में अपने संगी विद्यार्थियों के साथ वार्तालाप में कर सकते हैं।

   जो परमेश्वर ने हमारे साथ किया है, या हमारे लिए किया है और कैसे वह हमारे प्रति विश्वासयोग्य रहा है, समस्याओं से हमें निकाला है इत्यादि बातें हम कभी भी, कहीं भी और सुनने के लिए तैयार किसी भी जन के साथ कर सकते हैं। हम उन्हें बता सकते हैं कि हमने परमेश्वर के प्रेम को अनुभव किया है, हमने व्यक्तिगत रीति से जाना है कि परमेश्वर हमारे दुखों, कमज़ोरियों और असफलताओं को जानता है और उसने इन बातों से उभरने में हमारी सहायता करी, हमें इन से निकाला है। हम उन के समक्ष अपने जीवन कि गवाही रख सकते हैं कि कैसे प्रभु यीशु के क्रूस पर दिए गए बलिदान, मारे जाने, गाड़े जाने और तीसरे दिन जी उठने के द्वारा हमने पापों से क्षमा और पापों के बन्धनों से छुटकारा पाया है; और यही क्षमा तथा छुटकारा उन सभों के लिए भी उपलब्ध है जो विश्वास के साथ उसे ग्रहण करते हैं और उसके पीछे चलने का निर्णय लेते। आवश्यकता किसी धर्म परिवर्तन की नहीं वरन पापी मन के परिवर्तन की है।

   जो परमेश्वर ने हमारे लिए किया है उसे लोगों को बताएं, घबराएं नहीं। - एलबर्ट ली


सुसमाचार बांटना अर्थात एक व्यक्ति द्वारा दूसरे को परमेश्वर के प्रेम की अच्छी खबर देना।

परन्‍तु परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति से प्रगट करता है, कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिये मरा। - रोमियों ५:८

बाइबल पाठ: २ तिमुथियुस ४:१-५
2Ti 4:1  परमेश्वर और मसीह यीशु को गवाह करके, जो जीवतों और मरे हुओं का न्याय करेगा, उसे और उसके प्रगट होने, और राज्य को सुधि दिलाकर मैं तुझे चिताता हूं। 
2Ti 4:2  कि तू वचन को प्रचार कर; समय और असमय तैयार रह, सब प्रकार की सहनशीलता, और शिक्षा के साथ उलाहना दे, और डांट, और समझा। 
2Ti 4:3 क्‍योंकि ऐसा समय आएगा, कि लोग खरा उपदेश न सह सकेंगे पर कानों की खुजली के कारण अपनी अभिलाषाओं के अनुसार अपने लिये बहुतेरे उपदेशक बटोर लेंगे। 
2Ti 4:4  और अपने कान सत्य से फेरकर कथा-कहानियों पर लगाएंगे। 
2Ti 4:5  पर तू सब बातों में सावधान रह, दुख उठा, सुसमाचार प्रचार का काम कर और अपनी सेवा को पूरा कर।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह ४५-४६ 
  • १ थिस्सलुनीकियों ३