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बुधवार, 3 जून 2020

समय



     मेरे पिता का देहांत 58 वर्ष की आयु में हुआ था। तब ही से उन की मृत्यु की तिथि पर मैं जीवन में थोड़ा रुक कर अपने पिताजी के बारे में और मेरे जीवन में उन के प्रभाव के बारे कुछ मनन करता हूँ। जब मुझे यह एहसास हुआ कि मैंने उतना समय उन के साथ नहीं बिताया था, जितना उन के बिना बिता लिया है, तो मैं जीवन के संक्षिप्त होने पर भी विचार करने लग गया हूँ।

     मनन करते समय, हम किसी घटना और उस के द्वारा हमारे अन्दर उत्पन्न होने वाली भावनाओं के साथ संघर्ष कर सकते हैं। यद्यपि हम घड़ियों और कैलेन्डरों के द्वारा समय के बीतने का आकलन करते हैं, परन्तु हम समय को स्मरण उस से सम्बंधित घटनाओं के द्वारा करते हैं। जीवन के उन पलों में, जो हम में गहरी भावनाओं को जागृत कर सकते हैं, हम आनंद, हानि, आशीष, दुःख, सफलता, असफलता, आदि सभी का अनुभव कर सकते हैं।

     परमेश्वर का वचन बाइबल हमें, भजन 62 के द्वारा प्रोत्साहित करती है कि “हे लोगो, हर समय उस पर भरोसा रखो; उस से अपने अपने मन की बातें खोल कर कहो; परमेश्वर हमारा शरणस्थान है” (भजन 62:8)। भरोसे से भरा हुआ यह कथन, भजनकार दाऊद ने आराम के समय में नहीं लिखा था, वरन तब जब वह शत्रुओं से घिरा हुआ था (पद 3-4)। फिर भी वह शांत हो कर परमेश्वर के सम्मुख प्रतीक्षा करता रहा (पद 1, 5)। इस से हमें ध्यान रहता है कि परमेश्वर का हमारे प्रति कभी कम न होने वाले प्रेम हमारे संघर्ष के ऐसे किसी भी समय से, जिसका हम सामना करते हैं, बड़ा है (पद 12)।

     प्रत्येक घटना में हमें यह भरोसा है: हमारा परमेश्वर हमारे साथ खड़ा है, और जीवन के हर पल, हर परिस्थिति में होकर हमें लिए सुरक्षित लिए चलने में वह पूर्णतः सक्षम है। जब भी जीवन के समय हमें अभिभूत करने लगें, उस की आवश्यक एवं पर्याप्त सहायता सही समय पर उपलब्ध हो जाएगी। - बिल क्राउडर

जीवन के हर समय में हमारा प्रभु परमेश्वर हमारे साथ है।

चाहे मैं घोर अन्धकार से भरी हुई तराई में हो कर चलूं, तौभी हानि से न डरूंगा, क्योंकि तू मेरे साथ रहता है; तेरे सोंटे और तेरी लाठी से मुझे शान्ति मिलती है। - भजन 23:4

बाइबल पाठ: भजन 62
भजन संहिता 62:1 सचमुच मैं चुपचाप हो कर परमेरश्वर की ओर मन लगाए हूं; मेरा उद्धार उसी से होता है।
भजन संहिता 62:2 सचमुच वही, मेरी चट्टान और मेरा उद्धार है, वह मेरा गढ़ है; मैं बहुत न डिगूंगा।
भजन संहिता 62:3 तुम कब तक एक पुरूष पर धावा करते रहोगे, कि सब मिलकर उसका घात करो? वह तो झुकी हुई भीत वा गिरते हुए बाड़े के समान है।
भजन संहिता 62:4 सचमुच वे उसको, उसके ऊंचे पद से गिराने की सम्मति करते हैं; वे झूठ से प्रसन्न रहते हैं। मुंह से तो वे आशीर्वाद देते पर मन में कोसते हैं।
भजन संहिता 62:5 हे मेरे मन, परमेश्वर के साम्हने चुपचाप रह, क्योंकि मेरी आशा उसी से है।
भजन संहिता 62:6 सचमुच वही मेरी चट्टान, और मेरा उद्धार है, वह मेरा गढ़ है; इसलिये मैं न डिगूंगा।
भजन संहिता 62:7 मेरा उद्धार और मेरी महिमा का आधार परमेश्वर है; मेरी दृढ़ चट्टान, और मेरा शरणस्थान परमेश्वर है।
भजन संहिता 62:8 हे लोगो, हर समय उस पर भरोसा रखो; उस से अपने अपने मन की बातें खोल कर कहो; परमेश्वर हमारा शरणस्थान है।
भजन संहिता 62:9 सचमुच नीच लोग तो अस्थाई, और बड़े लोग मिथ्या ही हैं; तौल में वे हलके निकलते हैं; वे सब के सब सांस से भी हलके हैं।
भजन संहिता 62:10 अन्धेर करने पर भरोसा मत रखो, और लूट पाट करने पर मत फूलो; चाहे धन सम्पति बढ़े, तौभी उस पर मन न लगाना।
भजन संहिता 62:11 परमेश्वर ने एक बार कहा है; और दो बार मैं ने यह सुना है: कि सामर्थ्य परमेश्वर का है।
भजन संहिता 62:12 और हे प्रभु, करूणा भी तेरी है। क्योंकि तू एक एक जन को उसके काम के अनुसार फल देता है।   

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 19-20
  • यूहन्ना 13:21-38