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मंगलवार, 26 जनवरी 2021

स्वतंत्र


          सर्दी के एक दिन में मेरे बच्चों ने मुझ से विनती की, कि मैं उन्हें बाहर बर्फ पर फिसलने वाली गाड़ी – स्लेज, का आनंद लेने दूँ। बाहर बर्फ पड़ रही थी, तापमान शून्य से भी नीचे था; मैंने थोड़ी देर विचार किया, फिर उन्हें हाँ कह दिया, इस शर्त के साथ कि वे अच्छे से गर्म कपड़े और जूते-मोज़े पहनेंगे, सब साथ ही रहेंगे, और पंद्रह मिनिट में वापस घर के अन्दर आ जाएँगे। अपने बच्चों के प्रति प्रेम के कारण ही मैंने उनके लिए ये नियम बनाए, जिससे कि वे बर्फ में खेलने के लिए स्वतंत्र भी हो सकें और कड़ाके की ठण्ड के कारण उनके अंग भी जम कर ख़राब न हो जाएँ।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 119 के लेखक ने परमेश्वर के इसी प्रकार के बुद्धिमत्तापूर्ण निर्देशों के महत्व को समझा, जब उसने साथ-साथ दो ऐसे पदों को लिखा जो परस्पर विरोधी प्रतीत होते हैं। एक पद में वह कहता है “तब मैं तेरी व्यवस्था पर लगातार, सदा सर्वदा चलता रहूंगा”; और उससे ठीक बाद कहता है,और मैं चोड़े स्थान में चला फिरा करूंगा, क्योंकि मैं ने तेरे उपदेशों की सुधि रखी है” (भजन 119:44-45)। ऐसा कैसे हुआ कि भजनकार ने स्वतंत्रता को आत्मिक नियमों के पालन करने के साथ मिलाकर देखा?

          परमेश्वर की भली मनसा में दिए गए उसके निर्देशों के पालन के द्वारा हम उन दुष्परिणामों से बचने का मार्ग प्राप्त करते हैं, जो हमारे गलत चुनावों के कारण हम पर आ सकते थे, जिन्हें हम बाद में बदलने के लिए इच्छुक हो सकते थे। उन नियमों का पालन करते हुए हम बिना दोष-बोध या दुःख के, अपने जीवनों का आनन्द स्वतंत्रता के साथ ले सकते हैं। परमेश्वर हमें ‘यह करो; वह न करो के बंधनों में बाँधना नहीं चाहता है; वरन हमें बिना हानि उठाए भला जीवन जीने की स्वतंत्रता देना चाहता है। उसके निर्देश दिखाते हैं कि वह हम से प्रेम करता है, हमारी भलाई चाहता है, हमें किसी बुराई में पड़ने नहीं देना चाहता है।

          जब मेरे बच्चे बाहर बर्फ में खेल रहे थे, आनन्दित हो रहे थे, मैं खिड़की में से उन्हें आनन्द मनाते हुए देख रही थी। उनके प्रसन्न चेहरे देखकर मैं भी प्रसन्न थी। मेरे द्वारा निर्धारित की गई सीमाओं के अन्दर खेलते हुए वे स्वतंत्र थे। यही विरोधाभास प्रतीत होने वाला तथ्य, परमेश्वर के साथ हमारे संबंधों में भी लागू होता है – हम जितने अधिक परमेश्वर के नियमों और निर्देशों के आज्ञाकारी होंगे, उतने ही अधिक उसमें आनन्दित और आशीषित होने के लिए स्वतंत्र भी होंगे। इसीलिए हम भी भजनकार के साथ कहा सकते हैं,अपनी आज्ञाओं के पथ में मुझ को चला, क्योंकि मैं उसी से प्रसन्न हूं” (पद 35)। - जेनिफर बेनसन शुल्ट

 

प्रेम करने वाले हृदय से आज्ञाकारिता उन्मुक्त प्रवाहित होती है।


मैं ने तुझे बुद्धि का मार्ग बताया है; और सिधाई के पथ पर चलाया है। - नीतिवचन 4:11

बाइबल पाठ: भजन 119:33-48

भजन  119:33 हे यहोवा, मुझे अपनी विधियों का मार्ग दिखा दे; तब मैं उसे अन्त तक पकड़े रहूंगा।

भजन 119:34 मुझे समझ दे, तब मैं तेरी व्यवस्था को पकड़े रहूंगा और पूर्ण मन से उस पर चलूंगा।

भजन 119:35 अपनी आज्ञाओं के पथ में मुझ को चला, क्योंकि मैं उसी से प्रसन्न हूं।

भजन 119:36 मेरे मन को लोभ की ओर नहीं, अपनी चितौनियों ही की ओर फेर दे।

भजन 119:37 मेरी आंखों को व्यर्थ वस्तुओं की ओर से फेर दे; तू अपने मार्ग में मुझे जिला।

भजन 119:38 तेरा वचन जो तेरे भय मानने वालों के लिये है, उसको अपने दास के निमित्त भी पूरा कर।

भजन 119:39 जिस नामधराई से मैं डरता हूं, उसे दूर कर; क्योंकि तेरे नियम उत्तम हैं।

भजन 119:40 देख, मैं तेरे उपदेशों का अभिलाषी हूं; अपने धर्म के कारण मुझ को जिला।

भजन 119:41 हे यहोवा, तेरी करुणा और तेरा किया हुआ उद्धार, तेरे वचन के अनुसार, मुझ को भी मिले;

भजन 119:42 तब मैं अपनी नामधराई करने वालों को कुछ उत्तर दे सकूंगा, क्योंकि मेरा भरोसा, तेरे वचन पर है।

भजन 119:43 मुझे अपने सत्य वचन कहने से न रोक क्योंकि मेरी आशा तेरे नियमों पर हैं।

भजन 119:44 तब मैं तेरी व्यवस्था पर लगातार, सदा सर्वदा चलता रहूंगा;

भजन 119:45 और मैं चौड़े स्थान में चला फिरा करूंगा, क्योंकि मैं ने तेरे उपदेशों की सुधि रखी है।

भजन 119:46 और मैं तेरी चितौनियों की चर्चा राजाओं के सामने भी करूंगा, और संकोच न करूंगा;

भजन 119:47 क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं के कारण सुखी हूं, और मैं उन से प्रीति रखता हूं।

भजन 119:48 मैं तेरी आज्ञाओं की ओर जिन में मैं प्रीति रखता हूं, हाथ फैलाऊंगा और तेरी विधियों पर ध्यान करूंगा।

 

एक साल में बाइबल: 

  • निर्गमन 14-15 
  • मत्ती 17