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शनिवार, 10 जून 2017

उपयोगी


   फैनी केम्बल एक ब्रिटिश अभिनेत्री थी जो 1800 के आरंभिक वर्षों में अमेरिका आकर बस गईं और वहाँ एक धनी बाग़ान मालिक, पीयर्स बटलर से विवाह करके, दक्षिणी अमेरिका में रहने लगीं। फैनी, बाग़ान से होने वाली आमदनी के कारण, ऐश का जीवन बिताने लगीं; परन्तु जब उन्होंने देखा कि उनकी इस ऐश की कीमत उनके पति के बाग़ान में काम करने वाले दासों को चुकानी पड़ती है, तो वे विचलित हो उठीं। उन्होंने दासों के साथ होने वाले क्रूर व्यवहार के बारे में लिखना आरंभ कर दिया, जिसके कारण अन्ततः उनके पति ने उन्हें तलाक दे दिया। उनके लेखों को दासत्व विरोधियों ने बहुत उपयोग किया और उनके विवरणों को दासत्व की क्रूरता समझाने के लिए व्यापक रीति से लोगों में बाँटा। दासत्व के विरोध में लिखे गए लेखों के कारण, दासों के स्वामी की भूतपूर्व पत्नि की पहचान अब दास्त्व के विरोधी लोगों की सहयोगी के रूप में होने लगी।

   मसीह यीशु की देह, उसके विश्वासियों की मण्डली, में भी परमेश्वर अनेकों बार हमें चकित कर देता है, जब हम देखते हैं कि कैसे वह ऐसे लोगों को भी अपने उद्देश्य पूरे करने के लिए उपयोग करता है जिनके बारे में वैसा सोचा भी नहीं जा सकता था। इस संबंध में प्रेरित पौलुस ने कोरिंथ की मसीही मण्डली को लिखी अपनी पहली पत्री में लिखा, "परन्तु परमेश्वर ने जगत के मूर्खों को चुन लिया है, कि ज्ञान वालों को लज्ज़ित करे; और परमेश्वर ने जगत के निर्बलों को चुन लिया है, कि बलवानों को लज्ज़ित करे। और परमेश्वर ने जगत के नीचों और तुच्‍छों को, वरन जो हैं भी नहीं उन को भी चुन लिया, कि उन्हें जो हैं, व्यर्थ ठहराए" (1 कुरिन्थियों 1:27-28)।

   यह हमें स्मरण दिलाता है कि परमेश्वर अपने अनुग्रह में होकर किसी को भी अपने लिए उपयोग कर सकता है। यदि हम अपने जीवन उसे समर्पित कर के, उसकी आज्ञाकारिता में बने रहें, और उसे अपने उद्देश्य हमारे जीवनों में पूरे करने दें, तो स्वयं हम भी चकित हो जाएंगे कि परमेश्वर हमारे द्वारा क्या कुछ कर सकता है, हमें कैसी विलक्षण रीति से अपने लिए उपयोगी बना सकता है। - बिल क्राउडर


परमेश्वर हमसे हमारी योग्यता नहीं, 
वरन उसके प्रति हमारा समर्पण, हमारी उपयोगिता चाहता है।

क्योंकि मैं तुम्हें ऐसा बोल और बुद्धि दूंगा, कि तुम्हारे सब विरोधी साम्हना या खण्‍डन न कर सकेंगे। - लूका 21:15

बाइबल पाठ: 1 कुरिन्थियों 1:25-31
1 Corinthians 1:25 क्योंकि परमेश्वर की मूर्खता मनुष्यों के ज्ञान से ज्ञानवान है; और परमेश्वर की निर्बलता मनुष्यों के बल से बहुत बलवान है।
1 Corinthians 1:26 हे भाइयो, अपने बुलाए जाने को तो सोचो, कि न शरीर के अनुसार बहुत ज्ञानवान, और न बहुत सामर्थी, और न बहुत कुलीन बुलाए गए। 
1 Corinthians 1:27 परन्तु परमेश्वर ने जगत के मूर्खों को चुन लिया है, कि ज्ञान वालों को लज्ज़ित करे; और परमेश्वर ने जगत के निर्बलों को चुन लिया है, कि बलवानों को लज्ज़ित करे। 
1 Corinthians 1:28 और परमेश्वर ने जगत के नीचों और तुच्‍छों को, वरन जो हैं भी नहीं उन को भी चुन लिया, कि उन्हें जो हैं, व्यर्थ ठहराए। 
1 Corinthians 1:29 ताकि कोई प्राणी परमेश्वर के साम्हने घमण्‍ड न करने पाए। 
1 Corinthians 1:30 परन्तु उसी की ओर से तुम मसीह यीशु में हो, जो परमेश्वर की ओर से हमारे लिये ज्ञान ठहरा अर्थात धर्म, और पवित्रता, और छुटकारा। 
1 Corinthians 1:31 ताकि जैसा लिखा है, वैसा ही हो, कि जो घमण्‍ड करे वह प्रभु में घमण्‍ड करे। 

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 34-36
  • यूहन्ना 19:1-22