रॉबर्ट हेन्किस ने अपनी पुस्तक Portraits of Famous American Women में लिखा, "चित्र कोई फोटो नहीं है, ना ही वह व्यक्ति की हू-ब-हू समानता में बनाई गई छवि है।" चित्र बाहरी स्वरूप से आगे निकलकर मानवीय आत्मा की भीतरी गहराईयों में झाँकता है। चित्र में एक सच्चा कलाकार दर्शाना चाहता है कि वह व्यक्ति वास्तव में है क्या।
सदियों से प्रभु यीशु के अनेकों चित्र बनाए गए हैं। हो सकता है कि आपने उन्हें किसी चर्च या कला के संग्रहालय में देखा हो, या कोई चित्र आपके घर में भी लगा हो। लेकिन संसार्र भर में पाए जाने वाले इन चित्रों में से कोई एक भी चित्र प्रभु यीशु का वास्तविक चित्र नहीं है क्योंकि हमारे प्रभु के शारीरिक स्वरूप की न तो कोई फोटो है और न ही कभी कोई वास्तविक छवि बनी है; सभी उपलब्ध चित्र विभिन्न कलाकारों ने अपनी कल्पना और समझ के आधार पर बनाए हैं।
परन्तु परमेश्वर के वचन बाइबल में यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक के 53वें अध्याय में हम प्रभु का एक महान शब्द-चित्रण पाते हैं। परमेश्वर की प्रेरणा से लिखे गए इस शब्द-चित्र में प्रभु के, और उसके कार्य के बारे में एक सजीव वर्णन दिया गया है: "निश्चय उसने हमारे रोगों को सह लिया और हमारे ही दु:खों को उठा लिया; तौभी हम ने उसे परमेश्वर का मारा-कूटा और दुर्दशा में पड़ा हुआ समझा। परन्तु वह हमारे ही अपराधो के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के हेतु कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो जाएं" (यशायाह 53:4-5)।
बाइबल के इस खण्ड में हम प्रभु यीशु के चेहरे पर प्रेम और दुःख, शोक और दर्द को देखने पाते हैं। उसके होंठों पर कोई दोष या निंदा नहीं है; वह स्वयं निष्पाप और निर्दोष है किंतु हम सभी मनुष्यों के पापों को अपने ऊपर उठाए हुए है। और अपने अन्दर वह जानता है कि, "...अपने ज्ञान के द्वारा मेरा धर्मी दास बहुतेरों को धर्मी ठहराएगा..." (पद 11)।
जगत के उद्धारकर्ता का यह कैसा अद्भुत चित्र है, जिसे प्रत्येक हृदय में बसा लिया जाना चाहिए। - डेविड मैक्कैसलैंड
प्रेम का सजीव स्वरूप, प्रभु यीशु मसीह है।
जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, वह इस से प्रगट हुआ, कि परमेश्वर ने अपने एकलौते पुत्र को जगत में भेजा है, कि हम उसके द्वारा जीवन पाएं। प्रेम इस में नहीं कि हम ने परमेश्वर ने प्रेम किया; पर इस में है, कि उसने हम से प्रेम किया; और हमारे पापों के प्रायश्चित्त के लिये अपने पुत्र को भेजा। - 1 यूहन्ना 4:9-10
बाइबल पाठ: यशायाह 53
Isaiah 53:1 जो समाचार हमें दिया गया, उसका किस ने विश्वास किया? और यहोवा का भुजबल किस पर प्रगट हुआ?
Isaiah 53:2 क्योंकि वह उसके साम्हने अंकुर की नाईं, और ऐसी जड़ के समान उगा जो निर्जल भूमि में फूट निकले; उसकी न तो कुछ सुन्दरता थी कि हम उसको देखते, और न उसका रूप ही हमें ऐसा दिखाई पड़ा कि हम उसको चाहते।
Isaiah 53:3 वह तुच्छ जाना जाता और मनुष्यों का त्यागा हुआ था; वह दु:खी पुरूष था, रोग से उसकी जान पहिचान थी; और लोग उस से मुख फेर लेते थे। वह तुच्छ जाना गया, और, हम ने उसका मूल्य न जाना।
Isaiah 53:4 निश्चय उसने हमारे रोगों को सह लिया और हमारे ही दु:खों को उठा लिया; तौभी हम ने उसे परमेश्वर का मारा-कूटा और दुर्दशा में पड़ा हुआ समझा।
Isaiah 53:5 परन्तु वह हमारे ही अपराधों के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के हेतु कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो जाएं।
Isaiah 53:6 हम तो सब के सब भेड़ों की नाईं भटक गए थे; हम में से हर एक ने अपना अपना मार्ग लिया; और यहोवा ने हम सभों के अधर्म का बोझ उसी पर लाद दिया।
Isaiah 53:7 वह सताया गया, तौभी वह सहता रहा और अपना मुंह न खोला; जिस प्रकार भेड़ वध होने के समय वा भेड़ी ऊन कतरने के समय चुपचाप शान्त रहती है, वैसे ही उसने भी अपना मुंह न खोला।
Isaiah 53:8 अत्याचार कर के और दोष लगाकर वे उसे ले गए; उस समय के लोगों में से किस ने इस पर ध्यान दिया कि वह जीवतों के बीच में से उठा लिया गया? मेरे ही लोगों के अपराधों के कारण उस पर मार पड़ी।
Isaiah 53:9 और उसकी कब्र भी दुष्टों के संग ठहराई गई, और मृत्यु के समय वह धनवान का संगी हुआ, यद्यपि उसने किसी प्रकार का अपद्रव न किया था और उसके मुंह से कभी छल की बात नहीं निकली थी।
Isaiah 53:10 तौभी यहोवा को यही भाया कि उसे कुचले; उसी ने उसको रोगी कर दिया; जब तू उसका प्राण दोषबलि करे, तब वह अपना वंश देखने पाएगा, वह बहुत दिन जीवित रहेगा; उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी।
Isaiah 53:11 वह अपने प्राणों का दु:ख उठा कर उसे देखेगा और तृप्त होगा; अपने ज्ञान के द्वारा मेरा धर्मी दास बहुतेरों को धर्मी ठहराएगा; और उनके अधर्म के कामों का बोझ आप उठा लेगा।
Isaiah 53:12 इस कारण मैं उसे महान लोगों के संग भाग दूंगा, और, वह सामर्थियों के संग लूट बांट लेगा; क्योंकि उसने अपना प्राण मृत्यु के लिये उण्डेल दिया, वह अपराधियों के संग गिना गया; तौभी उसने बहुतों के पाप का बोझ उठ लिया, और, अपराधियों के लिये बिनती करता है।
एक साल में बाइबल:
- भजन 84-86
- रोमियों 12