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शुक्रवार, 10 जून 2016

मुकुट


   युनाइटिड किंगडम के राज मुकुट और ज़ेवर टावर ऑफ लंडन में गहन सुरक्षा में सैलानियों के देखने के लिए प्रदर्शित रखे रहते हैं। प्रति वर्ष लाखों लोग आकर इनको देखते हैं और इनकी भव्य सुन्दरता तथा बहुमूल्यता को सराहते हैं। ये राज मुकुट और ज़ेवर ना केवल साम्राज्य की सामर्थ के प्रतीक हैं, वरन उन्हें धारण करने वालों के ओहदे तथा शान को भी दर्शाते हैं। वे राज मुकुट तीन प्रकार के हैं - पहला है राज्याभिषेक के मुकुट, जो तब धारण किए जाते हैं जब कोई राजा बनता है; दूसरा है राज्य मुकुट जो विभिन्न राजसी तथा औपचारिक अवसरों पर धारण किए जाते हैं; और तीसरे हैं वे मुकुट जो राजा की पत्नि धारण करती है। विभिन्न मुकुट, विभिन्न उद्देश्यों के लिए हैं।

   स्वर्ग तथा सृष्टि के राजा, सृष्टि के सबसे महानतम मुकुट और सर्वोच्च आदर के हकदार, प्रभु यीशु ने, अपनी सृष्टि के लिए एक भिन्न ही प्रकार का मुकुट धारण किया। जब उसे क्रूस पर चढ़ाए जाने की प्रक्रिया चल रही थी, क्रूस पर चढ़ाए जाने के पहले के उसके अपमान और पीड़ा के समय में, "...सिपाहियों ने कांटों का मुकुट गूंथकर उसके सिर पर रखा..." (यूहन्ना 19:2)। उस दिन मुकुट को, जो सामान्यतः आदर और राज्याधिकार का प्रतीक होता है, अपमान, घृणा और उपहास का माध्यम बना दिया गया। लेकिन जगत के उद्धारकर्ता प्रभु यीशु ने समस्त मानव जाति के पाप और लज्जा को सहते हुए उस काँटों के मुकुट को भी बिना कोई प्रतिरोध दिखाए, स्वेच्छा से धारण कर लिया।

   वह जो सर्वश्रेष्ठ मुकुट का हकदार है, हमारे उद्धार और पाप क्षमा के लिए सबसे निकृष्ट मुकुट धारण करने से नहीं हिचकिचाया, जिस से कि हम उस पर विश्वास लाकर, उसे अपना जीवन समर्पण करके तथा उस से अपने पापों की क्षमा माँग कर उस से स्वर्गीय मुकुट प्राप्त करने तथा धारण करने के हकदार बन सकें (2 तिमुथियुस 4:8)। क्या आप उस स्वर्गीय मुकुट को धारण करने के लिए तैयार हैं? - बिल क्राउडर


क्रूस के कार्य के बिना कोई स्वर्गीय मुकुट नहीं है।

भविष्य में मेरे लिये धर्म का वह मुकुट रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी, और न्यायी है, मुझे उस दिन देगा और मुझे ही नहीं, वरन उन सब को भी, जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते हैं। - 2 तिमुथियुस 4:8

बाइबल पाठ: यूहन्ना 19:1-8
John 19:1 इस पर पीलातुस ने यीशु को ले कर कोड़े लगवाए। 
John 19:2 और सिपाहियों ने कांटों का मुकुट गूंथकर उसके सिर पर रखा, और उसे बैंजनी वस्‍त्र पहिनाया। 
John 19:3 और उसके पास आ आकर कहने लगे, हे यहूदियों के राजा, प्रणाम! और उसे थप्पड़ भी मारे। 
John 19:4 तब पीलातुस ने फिर बाहर निकलकर लोगों से कहा, देखो, मैं उसे तुम्हारे पास फिर बाहर लाता हूं; ताकि तुम जानो कि मैं कुछ भी दोष नहीं पाता। 
John 19:5 तब यीशु कांटों का मुकुट और बैंजनी वस्‍त्र पहिने हुए बाहर निकला और पीलातुस ने उन से कहा, देखो, यह पुरूष। 
John 19:6 जब महायाजकों और प्यादों ने उसे देखा, तो चिल्लाकर कहा, कि उसे क्रूस पर चढ़ा, क्रूस पर: पीलातुस ने उन से कहा, तुम ही उसे ले कर क्रूस पर चढ़ाओ; क्योंकि मैं उस में दोष नहीं पाता। 
John 19:7 यहूदियों ने उसको उत्तर दिया, कि हमारी भी व्यवस्था है और उस व्यवस्था के अनुसार वह मारे जाने के योग्य है क्योंकि उसने अपने आप को परमेश्वर का पुत्र बनाया। 
John 19:8 जब पीलातुस ने यह बात सुनी तो और भी डर गया।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 34-36
  • यूहन्ना 19:1-22