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शुक्रवार, 7 मार्च 2014

चेतावनी


   हम एक ऐसे समाज में रहते हैं जो चेतावनियों से भरा पड़ा है। चाहे दवाई के पत्ते और बोतलें हों अथवा भोजन सामग्री के डिब्बे, सब पर कोई ना कोई चेतावनी लिखी होती है या उन्हें प्रयोग करने की तिथि की चेतावनी दी हुई होती है। घरेलु काम-काज के सामान पर भी चेतावनी का सूचक लगा होता है, मैंने बिजली से चलने वाली लकड़ी काटने की आरी देखी जिस पर लेबल लगा था कि उसका प्रयोग सावधानी से करें क्योंकि वह खतरनाक हो सकती है! हाल ही में मुझे उपहार का एक डिब्बा मिला जिस के अन्दर कुछ बहुमूल्य रखा था, और भेजने वाले ने एक बड़ा सा लाल रंग का लेबल डिब्बे पर लगा रखा था जिस पर लिखा था "नाज़ुक है: सावधानी बरतें!" 

   जब मैं जीवन और जीवन की अनिश्चितता के बारे में सोचता हूँ तो मुझे लगता है कि ऐसा ही एक बड़ा सा "नाज़ुक है: सावधानी बरतें" वाला लेबल हम सब को भी अपने ऊपर लगाए रखना चाहिए। हमारे डॉक्टर द्वारा कही एक बात कि हमें कोई खतरनाक बिमारी है, हमारे सामने चल रही गाड़ी के चालक की एक लापरवाही, चलते चलते पाँव का अनायस ही फिसलना या ठोकर लगना, या ऐसी ही कोई अन्य घटना अचानक ही हमें एक विकट परिस्थिति में ला कर खड़ा कर सकती है। जीवन अनिश्चितताओं से भरा है, किसी बात की कोई गारंटी नहीं है, हम अपनी अगली सांस के लिए भी पूर्णतयाः निश्चित नहीं है। इसलिए यह विचार रखकर जीवन व्यतीत करना कि हम अजेय हैं और हमें कभी कुछ नहीं होगा मूर्खता है, क्योंकि अगला ही पल प्रगट कर सकता है कि वास्तव में हम कितने नाज़ुक हैं।

   इसी लिए परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने हमें एक प्रकार से चेतावनी देते हुए परमेश्वर से प्रार्थना के रूप में लिखा है, "हम को अपने दिन गिनने की समझ दे कि हम बुद्धिमान हो जाएं" (भजन 90:12)। हमें जीवन का हर पल ऐसे जीना चाहिए कि मानों यह हमारा आखिरी पल है, और जो तथा जैसा इसमें कमा लेंगे बस वह ही हमारे साथ जाएगा। इसलिए परमेश्वर प्रभु यीशु से अपने पापों की क्षमा माँगते तथा उसे जीवन समर्पित करते हुए, हम दूसरों से जितना प्रेम दिखा सकते हैं दिखाएं; जितना अधिक लोगों को क्षमा कर सकते हैं करें; जितना अधिक दूसरों की सहायतार्थ दे सकते हैं दें; और जितना नम्रता और आदर का व्यवहार एवं संवाद औरों के साथ रख सकते हैं रखें।

   ऐसा जीवन ही उस चेतावनी - "नाज़ुक है: सावधानी बरतें" के अनुरूप होगी, उसे सार्थक करेगी तथा हमें आने वाले अनन्त काल के लिए सदैव तैयार रखेगी - वह चाहे जब भी आ जाए; और लेखा देने का वह समय प्रत्येक पर आएगा अवश्य, इसलिए सचेत हों और अभी से ही उसके लिए तैयार हो जाएं। - जो स्टोवैल


बीता कल निकल चुका है और आने वाला कल अनिश्चित है; आज ही वर्तमान और उपलब्ध है, उसका भरसक सदुपयोग करें।

हे यहोवा ऐसा कर कि मेरा अन्त मुझे मालुम हो जाए, और यह भी कि मेरी आयु के दिन कितने हैं; जिस से मैं जान लूं कि कैसा अनित्य हूं! - भजन 39:4

बाइबल पाठ: भजन 90:1-12
Psalms 90:1 हे प्रभु, तू पीढ़ी से पीढ़ी तक हमारे लिये धाम बना है। 
Psalms 90:2 इस से पहिले कि पहाड़ उत्पन्न हुए, वा तू ने पृथ्वी और जगत की रचना की, वरन अनादिकाल से अनन्तकाल तक तू ही ईश्वर है।
Psalms 90:3 तू मनुष्य को लौटा कर चूर करता है, और कहता है, कि हे आदमियों, लौट आओ! 
Psalms 90:4 क्योंकि हजार वर्ष तेरी दृष्टि में ऐसे हैं, जैसा कल का दिन जो बीत गया, वा रात का एक पहर।
Psalms 90:5 तू मनुष्यों को धारा में बहा देता है; वे स्वप्न से ठहरते हैं, वे भोर को बढ़ने वाली घास के समान होते हैं। 
Psalms 90:6 वह भोर को फूलती और बढ़ती है, और सांझ तक कट कर मुर्झा जाती है।
Psalms 90:7 क्योंकि हम तेरे क्रोध से नाश हुए हैं; और तेरी जलजलाहट से घबरा गए हैं। 
Psalms 90:8 तू ने हमारे अधर्म के कामों से अपने सम्मुख, और हमारे छिपे हुए पापों को अपने मुख की ज्योति में रखा है।
Psalms 90:9 क्योंकि हमारे सब दिन तेरे क्रोध में बीत जाते हैं, हम अपने वर्ष शब्द की नाईं बिताते हैं। 
Psalms 90:10 हमारी आयु के वर्ष सत्तर तो होते हैं, और चाहे बल के कारण अस्सी वर्ष के भी हो जाएं, तौभी उनका घमण्ड केवल नष्ट और शोक ही शोक है; क्योंकि वह जल्दी कट जाती है, और हम जाते रहते हैं। 
Psalms 90:11 तेरे क्रोध की शक्ति को और तेरे भय के योग्य तेरे रोष को कौन समझता है? 
Psalms 90:12 हम को अपने दिन गिनने की समझ दे कि हम बुद्धिमान हो जाएं।

एक साल में बाइबल: 
  • न्यायियों 1-4