मसीही शिष्यता पर यूनिस मैक्गैरेहन ने प्रोत्साहित करने वाली वार्ता प्रस्तुत करी। उस वार्ता में कही गई बातों में से एक थी, "वेशभूषा वह होती है जिसे आप पहनकर कोई अन्य होने का स्वाँग भरते हैं; जबकि वर्दी वह होती है जो आपको स्मरण दिलाती है कि आप कौन हैं और आपको किस उद्देश्य तथा ज़िम्मेदारी के लिए नियुक्त किया गया है।"
यूनिस की इस बात से मुझे सेना में बुनियादी प्रशिक्षण की अपनी भरती के पहले दिन की याद दिलाई। भरती की कार्यवाही पूरी करने के बाद शिविर में पहुंचते ही हम सब रंगरूटों को एक एक डब्बा दिया गया और हम से कहा गया कि हम अपने सारे असैनिक कपड़े उस डब्बे में डाल दें, और फिर वह डब्बा हम सबके घरों को भेज दिया गया। उसके बाद प्रति दिन जो वर्दी हम पहनते थे वह हमें स्मरण दिलाती थी कि हम एक विशिषट अनुशासनपूर्ण प्रशिक्षण के लिए आए हैं जो हमारे व्यवहार और कार्यशैली को बदल देगा।
प्रेरित पौलुस ने रोम में रह रहे मसीही विश्वासियों को लिखा, "...हम अन्धकार के कामों को तज कर ज्योति के हथियार बान्ध लें" (रोमियों 13:12)। फिर पौलुस ने उन्हें आगे लिखा कि वे मसीह यीशु को पहिन लें और अन्धकार कामों को तज दें। इस तज देने और पहिन लेने का उद्देश्य था एक परिवर्तित जीवन जीना। जब हम मसीह यीशु के पीछे चलने तथा उसे अपना प्रभु स्वीकार करने का निर्णय लेते हैं तो वह हमें अपनी समानता में ढालने की प्रक्रिया हमारे जीवनों में आरंभ करता है, और प्रतिदिन हमें अपनी समानता में ढालता जाता है।
जो हम वास्तव में अन्दर से नहीं हैं उसे महज़ औपचारिकता तथा दिखावे के लिए संसार के समक्ष प्रस्तुत करना मसीही शिष्यता नहीं वरन एक प्रकार की वेशभूषा पहिन कर स्वांग भरने के समान है; जबकि मसीह यीशु में आने के कारण जो हम हो गए हैं और होते जा रहे हैं उसे अपने जीवनों से दिखाना मसीही वर्दी पहिन कर वास्तव में मसीही शिष्यता का जीवन जीना है। - डेविड मैक्कैसलैंड
उद्धार तो मुफ्त है, लेकिन मसिही शिष्यता की कीमत सम्पूर्ण जीवन का सम्पूर्ण समर्पण है। - डीट्रिश बॉनहॉफर
परन्तु जब हम सब के उघाड़े चेहरे से प्रभु का प्रताप इस प्रकार प्रगट होता है, जिस प्रकार दर्पण में, तो प्रभु के द्वारा जो आत्मा है, हम उसी तेजस्वी रूप में अंश अंश कर के बदलते जाते हैं। - 2 कुरिन्थियों 3:18
बाइबल पाठ: रोमियों 13:11-14
Romans 13:11 और समय को पहिचान कर ऐसा ही करो, इसलिये कि अब तुम्हारे लिये नींद से जाग उठने की घड़ी आ पहुंची है, क्योंकि जिस समय हम ने विश्वास किया था, उस समय के विचार से अब हमारा उद्धार निकट है।
Romans 13:12 रात बहुत बीत गई है, और दिन निकलने पर है; इसलिये हम अन्धकार के कामों को तज कर ज्योति के हथियार बान्ध लें।
Romans 13:13 जैसा दिन को सोहता है, वैसा ही हम सीधी चाल चलें; न कि लीला क्रीड़ा, और पियक्कड़पन, न व्यभिचार, और लुचपन में, और न झगड़े और डाह में।
Romans 13:14 वरन प्रभु यीशु मसीह को पहिन लो, और शरीर की अभिलाशाओं को पूरा करने का उपाय न करो।
एक साल में बाइबल:
- होशे 9-11
- प्रकाशितवाक्य 3