बीसवीं सदी के आरंभिक दशकों में आई आर्थिक महामंदी के दौर से उभरने के वर्षों बाद भी लोग स्टॉक मार्केट में निवेश करने से घबराते थे, निवेशकों के भरोसे को पुनः स्थापित कर पाना कठिन हो गया था। ऐसे में, 1952 में हैरी मार्कोविट्ज़ ने राय दी कि निवेशकों को किसी एक कंपनी या उद्योग में निवेश करने की बजाए अनेकों उद्योगों और कंपनियों में थोड़ा-थोड़ा धन निवेश करना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह चयन करने के लिए कि किस कंपनी या उद्योग में निवेश करना चाहिए कुछ सिद्धान्तों को भी बताया जिस से उन अनिश्चित समयों में निवेशकों को निवेश करने में बहुत सहायता मिली। सन 1990 में मार्कोविट्ज़ और दो अन्य लोगों को इस सिद्धांत के लिए अर्थविज्ञान का नोबेल पुरुस्कार दिया गया।
उस समय के उन आशंकित निवेशकों के समान हम मसीही विश्वासी भी कभी-कभी अपने आप को आशंकित अनुभव कर सकते हैं। अपने बीते व्यक्तिगत जीवन में आई किसी ’तबाही’ या कठिनाई से निकल कर, जीवन के टुकड़ों को एकत्रित करके आगे बढ़ पाने से भयभीत और अनिश्चित अनुभव कर सकते हैं। संभवतः हमें भी किसी "मार्कोविट्ज़ पल" की प्रतीक्षा है जिस की सहायता से हम अपनी पिछली हार से उभर कर सुरक्षित हो कर आगे बढ़ सकें।
ऐसे अनिश्चित समयों में हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारे प्रभु यीशु ने पहले से ही हमारे लिए हर निराशा से निकल कर सुरक्षित आगे बढ़ने का मार्ग तैयार करके दे रखा है। प्रभु ने हमारी बीती शर्म की बातों को ढांप दिया है, हमें बीती सभी बातों से स्वतंत्र करके अपने साथ संगति में ले लिया है, वह हमें अपने साथ लेकर चलता है, हमें परमेश्वर की महिमा के लिए उपयोगी बनाता है। प्रभु यीशु ने सारे संसार के सभी लोगों को पाप के दण्ड से स्वतंत्र करने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया, वह हम सब के उद्धार के लिए मृतकों में से पुनः जीवित हो उठा है; इसीलिए यदि हम गिर भी जाएं तो उसके साथ उठकर खड़े हो सकते हैं, क्योंकि "वह करुणा से प्रीति रखता है" (मीका 7:18)।
जिस पल हम प्रभु यीशु को अपना जीवन समर्पित करते हैं उसी पल से हमारे लिए अनन्त आशीष और शांति का काल आरंभ हो जाता है। ऐसा समय जिसमें वह हमें अंश अंश करके अपनी समानता में बदलना आरंभ कर देता है, हमें वैसे आत्मिक जन बनाता है जैसे होने की हमारी लालसा रहती है, जो परमेश्वर की सन्तान होने को प्रत्यक्ष दर्शाते हैं। - रैंडी किलगोर
अपनी विफलताओं से आँखें उठाकर ऊपर देखें,
और आप प्रभु परमेश्वर को अपने साथ खड़ा पाएंगे।
प्रभु तो आत्मा है: और जहां कहीं प्रभु का आत्मा है वहां स्वतंत्रता है। परन्तु जब हम सब के उघाड़े चेहरे से प्रभु का प्रताप इस प्रकार प्रगट होता है, जिस प्रकार दर्पण में, तो प्रभु के द्वारा जो आत्मा है, हम उसी तेजस्वी रूप में अंश अंश कर के बदलते जाते हैं। 2 कुरिन्थियों 3:17-18
बाइबल पाठ: मीका 7:5-9, 18-20
Micah 7:5 मित्र पर विश्वास मत करो, परममित्र पर भी भरोसा मत रखो; वरन अपनी अर्द्धांगिन से भी संभल कर बोलना।
Micah 7:6 क्योंकि पुत्र पिता का अपमान करता, और बेटी माता के, और पतोह सास के विरुद्ध उठती है; मनुष्य के शत्रु उसके घर ही के लोग होते हैं।
Micah 7:7 परन्तु मैं यहोवा की ओर ताकता रहूंगा, मैं अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर की बाट जोहता रहूंगा; मेरा परमेश्वर मेरी सुनेगा।
Micah 7:8 हे मेरी बैरिन, मुझ पर आनन्द मत कर; क्योंकि ज्योंही मैं गिरूंगा त्योंही उठूंगा; और ज्योंही मैं अन्धकार में पडूंगा त्योंहि यहोवा मेरे लिये ज्योति का काम देगा।
Micah 7:9 मैं ने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है, इस कारण मैं उस समय तक उसके क्रोध को सहता रहूंगा जब तक कि वह मेरा मुकद्दमा लड़ कर मेरा न्याय न चुकाएगा। उस समय वह मुझे उजियाले में निकाल ले आएगा, और मैं उसका धर्म देखूंगा।
Micah 7:18 तेरे समान ऐसा परमेश्वर कहां है जो अधर्म को क्षमा करे और अपने निज भाग के बचे हुओं के अपराध को ढांप दे? वह अपने क्रोध को सदा बनाए नहीं रहता, क्योंकि वह करूणा से प्रीति रखता है।
Micah 7:19 वह फिर हम पर दया करेगा, और हमारे अधर्म के कामों को लताड़ डालेगा। तू उनके सब पापों को गहिरे समुद्र में डाल देगा।
Micah 7:20 तू याकूब के विषय में वह सच्चई, और इब्राहीम के विषय में वह करूणा पूरी करेगा, जिस की शपथ तू प्राचीनकाल के दिनों से ले कर अब तक हमारे पितरों से खाता आया है।
एक साल में बाइबल:
- 2 इतिहास 4-6
- यूहन्ना 10:24-42