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शुक्रवार, 11 दिसंबर 2020

आशा

 

          हमारी कार की मरम्मत करने जो व्यक्ति आया था वह बहुत युवा दिखाई दे रहा था – मेरे पति डैन को लग रहा था कि हमारी कार की समस्या को समझने और उसका समाधान करने के लिए वह बहुत छोटा है; उन्होंने फुसफुसाकर मुझ से अपना संदेह व्यक्त करते हुए कहा, “यह तो बच्चा ही है।” उस युवक में डैन का अविश्वास उस कुड़कुड़ाने के समान लग रहा था जो नासरत के लोग प्रभु यीशु के लिए कर रहे थे।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में, मत्ती 13:55 में हम देखते हैं कि जब प्रभु यीशु आराधनालय में लोगों को सिखा रहे थे, तो कुछ लोग अविश्वास के साथ प्रश्न पूछ रहे थे,क्या यह बढ़ई का बेटा नहीं है?” वे उसका उपहास कर रहे थे, क्योंकि उन्हें अचंभा हो रहा था कि जिसे वह बचपन से जानते थे, वही अब चंगा कर रहा है और शिक्षा दे रहा है। इसीलिए वे असमंजस में पूछने लगे,इसको यह ज्ञान और सामर्थ्य कहाँ से मिले?” (पद 54)। प्रभु यीशु में विश्वास करने की बजाए, उन लोगों ने उसके द्वारा दिखाए जा रहे अधिकार के कारण उसके विषय ठोकर खाई (पद 15, 58)।

          इसी प्रकार से हम भी अपने उद्धारकर्ता की बुद्धिमत्ता और सामर्थ्य पर भरोसा रखने के लिए संघर्ष कर सकते हैं, विशेषकर हमारे जीवन की दैनिक साधारण और परिचित बातों के लिए। उन बातों के लिए उसकी सहायता की आशा न रखने के कारण हम उसके जीवन के द्वारा हमारे जीवनों को परिवर्तित करने के उसके आश्चर्यकर्म से वंचित रह जाते हैं (पद 58)।

          अन्ततः जैसा डैन ने पाया, जिस सहायता की उसे आशा थी, वह ठीक उसी के सामने खड़ी थी, उसे बस उसे स्वीकार करना था। डैन ने उस युवक से कार ठीक करने की सहायता लेना स्वीकार किया, और उसे हमारी पुरानी कार की बैट्री की जाँच कर लेने दी। निरीक्षण करने के बाद उस युवक को केवल एक बोल्ट बदलने की आवश्यकता पड़ी, और कुछ ही सेकेंड्स में कार चालू हो गई, बत्तियां जलने लगीं। डैन ने आश्चर्यचकित होकर कहा, “वह तो क्रिसमस के समान जगमगाने लगी।”

          इसी प्रकार से हम आशा रख सकते हैं कि मसीहा भी हमारे जीवनों में नया उजाला, सामर्थ्य, और सहायता ले आएगा, और हमारे प्रतिदिन के जीवन में एक नया परिवर्तन आ जाएगा। - पेट्रीशिया रेबोन

 

परमेश्वर हमारे जीवनों पर नियंत्रण रखता है, और वह हर बात के लिए सक्षम है।


परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं। वे न तो लहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं। - यूहन्ना 1:12-13

बाइबल पाठ: मत्ती 13:53-58

मत्ती 13:53 जब यीशु ये सब दृष्टान्त कह चुका, तो वहां से चला गया।

मत्ती 13:54 और अपने देश में आकर उन की सभा में उन्हें ऐसा उपदेश देने लगा; कि वे चकित हो कर कहने लगे; कि इस को यह ज्ञान और सामर्थ्य के काम कहां से मिले?

मत्ती 13:55 क्या यह बढ़ई का बेटा नहीं? और क्या इस की माता का नाम मरियम और इस के भाइयों के नाम याकूब और यूसुफ और शमौन और यहूदा नहीं?

मत्ती 13:56 और क्या इस की सब बहिनें हमारे बीच में नहीं रहतीं? फिर इस को यह सब कहां से मिला?

मत्ती 13:57 सो उन्होंने उसके कारण ठोकर खाई, पर यीशु ने उन से कहा, भविष्यद्वक्ता अपने देश और अपने घर को छोड़ और कहीं निरादर नहीं होता।

मत्ती 13:58 और उसने वहां उन के अविश्वास के कारण बहुत सामर्थ्य के काम नहीं किए।

 

एक साल में बाइबल: 

  • होशे 5-8
  • प्रकाशितवाक्य 2