अपने ब्राज़ील के दौरे के समय मैं इगुआज़ु जल-प्रपात देखने गया जो संसार के सबसे बड़े जल-प्रपातों में से एक है। वह विशाल जल-प्रपात वास्तव में विस्मयकारी है। लेकिन इगुआज़ु के बारे में जिस बात ने मुझे सबसे अधिक प्रभावित किया वह ना तो उसका वह विस्मयकारी दृश्य था और ना ही वहां से उठने वाली पानी की विलक्षण बौछार थी; मुझे सबसे अधिक प्रभावित करने वाली बात थी उस जल-प्रपात की आवाज़। वह आवाज़ इतनी तेज़ थी कि और कुछ सुन पाना असंभव था, मुझे ऐसा लग रहा था मानो मैं आवाज़ के अन्दर हूँ। वह एक ज़बर्दस्त अनुभव था जिसमें मैंने जाना कि मैं कितना छोटा हूँ।
बाद में एक समय जब मैं बाइबल पढ़ रहा था तब प्रेरित यूहन्ना द्वारा प्रकाशितवाक्य 1:15 में कही गई बात मुझे स्मरण हो आई। पतमोस के टापू पर यूहन्ना ने पुनर्जीवित हो उठे प्रभु यीशु का दर्शन पाया। प्रेरित यूहन्ना ने उस दर्शन में दिखे प्रभु यीशु के महिमामय रूप और उसके वस्त्रों आदि का वर्णन किया, और यह भी कि उस रूप में देखकर यूहन्ना प्रभु यीशु के आगे खड़ा नहीं रह सका, मुर्दा सा प्रभु के चरणों के पर गिर पड़ा। उस वर्णन में यूहन्ना ने प्रभु यीशु की आवाज़ के लिए लिखा, "...उसका शब्द बहुत जल के शब्द की नाईं था" (प्रकाशितवाक्य 1:15)।
जब तक मैं इगाज़ु जल-प्रपात को देख कर और उसकी भीषण गर्जन को सुनकर नहीं आया था, मैं पूरी तरह से यूहन्ना द्वारा कही इस बात को समझ नहीं पाया था; इगाज़ु पर मैंने जाना कि आवाज़ द्वारा अभिभूत हो जाने का अर्थ क्या होता है। जैसे उस जल-प्रपात ने मुझे अपने छोटे होने का एहसास कराया था, मैं समझ सका कि प्रभु यीशु के महिमय रूप के सामने और उसके शब्दों को सुनकर यूहन्ना का क्या हाल हुआ होगा; इसलिए मेरे लिए अब यह कोई अचरज की बात नहीं है कि यूहन्ना मुर्दा सा प्रभु यीशु के चरणों पर गिर पड़ा।
संभव है यह वर्णन आपको भी महिमामय प्रभु यीशु के सम्मुख खड़े होने के अनुभव की कलपना करने और कुछ हद तक समझ पाने में सहायता करेगा; क्योंकि संसार के प्रत्येक जन को एक ना एक दिन उसके सामने खड़ा होना ही है। अब यह निर्णय आपका है कि आप जब उसके सामने प्रस्तुत होंगे तब वह आपका न्यायी होकर आपके पापों का अनन्तकालीन दण्ड आपको सुनाएगा, या आपका उद्धारकर्ता होने के कारण स्वर्ग के अपने राज्य में अनन्तकाल के लिए आपका स्वागत करेगा।
अभी इस पृथ्वी पर रहते हुए आपको यह समय है, प्रभु यीशु से पापों की क्षमा मांगकर, उसे अपना जीवन समर्पित कर के, बाद में उसके सामने शर्मिंदा तथा दण्ड के भागी होने से बच जाएं। इस पृथ्वी से विदा होने के बाद यह अवसर फिर कभी नहीं मिलेगा। - बिल क्राउडर
मसीह यीशु आपके लिए क्या है - दण्डाधिकारी या उद्धारकर्ता एवं आशीषदाता!
और उसके पांव उत्तम पीतल के समान थे जो मानो भट्टी में तपाए गए हों; और उसका शब्द बहुत जल के शब्द की नाईं था। - प्रकाशितवाक्य 1:15
बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य 1:9-17
Revelation 1:9 मैं यूहन्ना जो तुम्हारा भाई, और यीशु के क्लेश, और राज्य, और धीरज में तुम्हारा सहभागी हूं, परमेश्वर के वचन, और यीशु की गवाही के कारण पतमुस नाम टापू में था।
Revelation 1:10 कि मैं प्रभु के दिन आत्मा में आ गया, और अपने पीछे तुरही का सा बड़ा शब्द यह कहते सुना।
Revelation 1:11 कि जो कुछ तू देखता है, उसे पुस्तक में लिख कर सातों कलीसियाओं के पास भेज दे, अर्थात इफिसुस और स्मुरना, और पिरगमुन, और थुआतीरा, और सरदीस, और फिलेदिलफिया, और लौदीकिया में।
Revelation 1:12 और मैं ने उसे जो मुझ से बोल रहा था; देखने के लिये अपना मुंह फेरा; और पीछे घूम कर मैं ने सोने की सात दीवटें देखीं।
Revelation 1:13 और उन दीवटों के बीच में मनुष्य के पुत्र सरीखा एक पुरूष को देखा, जो पांवों तक का वस्त्र पहिने, और छाती पर सुनहला पटुका बान्धे हुए था।
Revelation 1:14 उसके सिर और बाल श्वेत ऊन वरन पाले के से उज्ज़वल थे; और उस की आंखे आग की ज्वाला की नाईं थी।
Revelation 1:15 और उसके पांव उत्तम पीतल के समान थे जो मानो भट्टी में तपाए गए हों; और उसका शब्द बहुत जल के शब्द की नाईं था।
Revelation 1:16 और वह अपने दाहिने हाथ में सात तारे लिये हुए था: और उसके मुख से चोखी दोधारी तलवार निकलती थी; और उसका मुंह ऐसा प्रज्वलित था, जैसा सूर्य कड़ी धूप के समय चमकता है।
Revelation 1:17 जब मैं ने उसे देखा, तो उसके पैरों पर मुर्दा सा गिर पड़ा और उसने मुझ पर अपना दाहिना हाथ रख कर यह कहा, कि मत डर; मैं प्रथम और अन्तिम और जीवता हूं।
एक साल में बाइबल:
- यिर्मयाह 37-39
- इब्रानियों 3