मैं जहाँ रहती हूँ, वहाँ के लिए यह वर्ष का वह समय है जब पौधे मृत्यु को चुनौती देते हुए धरती के नीचे छिप जाते हैं जब तक की उनके लिए पुनः बाहर निकलना सुरक्षित नहीं हो जाता है। बर्फ के आने और धरती के जम जाने से पहले वे पौधे अपने मनोरम फूलों और हरियाली को तज कर निष्क्रीय हो जाते हैं; और अगले उपजाऊ मौसम तक के लिए ऊर्जा बचाते हैं, विश्राम करते हैं। चाहे वे मृतक प्रतीत होते हैं, परन्तु वास्तव में वे मृतक होते नहीं हैं; वे बस शान्त होकर अनुकूल समय और ऋतु की प्रतीक्षा कर रहे होते हैं। जब बर्फ पिघलती है, धरती का ठंड से जमना समाप्त होता है, उन पौधों से फिर नए जीवन के चिन्ह दिखाई देने लगते हैं, और वे अपने सृष्टिकर्ता के प्रति अभिवादन और धन्यवाद के रूप में चटकीले रंगों और मनोहर सुगन्ध का भण्डार बिखेर देते हैं।
जीवन के मौसमों की कभी-कभी माँग होती है कि हम भी कुछ समय निष्क्रीय होकर अपनी ऊर्जा को बचाएं, विश्राम करें, शान्ति से रहें। हम चाहे संसार के लिए अदृध्य से हो जाएं, परन्तु हम समाप्त नहीं हो गए हैं, केवल अनुकूल समय और परिस्थितियों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। चाहे हमें लगे कि हम अयोग्य हो गए हैं, परमेश्वर शायद हमें फिर कभी उपयोग नहीं करेगा; परन्तु ये समय हमारी सुरक्षा और तैयारी के लिए होते हैं। जब समय सही और परिस्थितियाँ अनुकूल होंगीं, परमेश्वर हम को फिर से सक्रीय कर के अपनी सेवकाई और आराधना के लिए उपयोग करेगा।
परमेश्वर के वचन बाइबल के एक प्रमुख नायक, मूसा, ने भी ऐसे ही समयों का अनुभव किया। जब मूसा ने एक मिस्त्री व्यक्ति को उसकी जाति के इब्री जन को मारते हुए देखा, तो उसने उस मिस्त्री की हत्या कर दी, परन्तु फिर उसे अपनी जान बचा कर दूर मिदियानियों के देश में भाग कर जाना पड़ा (निर्गमन 2:11-22)। वह चालीस वर्ष तक वहाँ एक चरवाहे का कार्य करता रहा; परमेश्वर मूसा की रक्षा करते हुए उसे उसके जीवन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी के लिए तैयार कर रहा था (निर्गमन 3:10)। अपनी इसी ज़िम्मेदारी को पूरा करने के कारण आज भी संसार भर में मूसा का इतना नाम और आदर है।
इसलिए परिस्थितियों और परेशानियों से, अपने एकाकीपन से, हतोत्साहित न हों। परमेश्वर से मिले विश्राम के समय को आने वाली ज़िम्मेदारियों के निर्वाह की तैयारी में लगाएं। परमेश्वर के लिए हम कभी अदृश्य तथा अनुपयोगी नहीं होते हैं; अपने समय और योजना के अनुसार वह हमें फिर से अपने लिए खड़ा करता है, उपयोग करता है। - जूली ऐकरमैन लिंक
परमेश्वर के लिए कोई अदृश्य या अनुपयोगी नहीं है।
हर एक बात का एक अवसर और प्रत्येक काम का, जो आकाश के नीचे होता है, एक समय है। - सभोपदेशक 3:1
बाइबल पाठ: निर्गमन 2:11-22
Exodus 2:11 उन दिनों में ऐसा हुआ कि जब मूसा जवान हुआ, और बाहर अपने भाई बन्धुओं के पास जा कर उनके दु:खों पर दृष्टि करने लगा; तब उसने देखा, कि कोई मिस्री जन मेरे एक इब्री भाई को मार रहा है।
Exodus 2:12 जब उसने इधर उधर देखा कि कोई नहीं है, तब उस मिस्री को मार डाला और बालू में छिपा दिया।
Exodus 2:13 फिर दूसरे दिन बाहर जा कर उसने देखा कि दो इब्री पुरूष आपस में मारपीट कर रहे हैं; उसने अपराधी से कहा, तू अपने भाई को क्यों मारता है?
Exodus 2:14 उसने कहा, किस ने तुझे हम लोगों पर हाकिम और न्यायी ठहराया? जिस भांति तू ने मिस्री को घात किया क्या उसी भांति तू मुझे भी घात करना चाहता है? तब मूसा यह सोचकर डर गया, कि निश्चय वह बात खुल गई है।
Exodus 2:15 जब फिरौन ने यह बात सुनी तब मूसा को घात करने की युक्ति की। तब मूसा फिरौन के साम्हने से भागा, और मिद्यान देश में जा कर रहने लगा; और वह वहां एक कुएं के पास बैठ गया।
Exodus 2:16 मिद्यान के याजक की सात बेटियां थी; और वे वहां आकर जल भरने लगीं, कि कठौतों में भरके अपने पिता की भेड़-बकरियों को पिलाएं।
Exodus 2:17 तब चरवाहे आकर उन को हटाने लगे; इस पर मूसा ने खड़ा हो कर उनकी सहायता की, और भेड़-बकरियों को पानी पिलाया।
Exodus 2:18 जब वे अपने पिता रूएल के पास फिर आई, तब उसने उन से पूछा, क्या कारण है कि आज तुम ऐसी फुर्ती से आई हो?
Exodus 2:19 उन्होंने कहा, एक मिस्री पुरूष ने हम को चरवाहों के हाथ से छुड़ाया, और हमारे लिये बहुत जल भरके भेड़-बकरियों को पिलाया।
Exodus 2:20 तब उसने अपनी बेटियों से कहा, वह पुरूष कहां है? तुम उसको क्यों छोड़ आई हो? उसको बुला ले आओ कि वह भोजन करे।
Exodus 2:21 और मूसा उस पुरूष के साथ रहने को प्रसन्न हुआ; उसने उसे अपनी बेटी सिप्पोरा को ब्याह दिया।
Exodus 2:22 और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ, तब मूसा ने यह कहकर, कि मैं अन्य देश में परदेशी हूं, उसका नाम गेर्शोम रखा।
एक साल में बाइबल:
- यिर्मयाह 3-5
- 1 तिमुथियुस 4