एक महिला घर में नीचे सीफे पर ही सो गई,
क्योंकि उसका पति बिस्तर पर पहले ही जाकर सो चुका था। रात में उनके घर में चोर घुस
आया और ऊपर सोने के कमरे के टीवी को लेकर जाने लगा, इतने में पति आवाज़ से उठ गया।
उसने एक व्यक्ति की आकृत्ति को देखकर समझा कि उसकी पत्नि आई है, और वह धीमी आवाज़ा
में बोला, “प्रिय, अब आकर सो जाओ।” वह चोर उसे उठा हुआ देख कर घबरा गया और टीवी को
छोड़कर अलमारी के ऊपर रखी नोटों की एक
गड्डी उठाकर भाग निकला।
उस चोर के लिए एक बहुत चकित होने वाली बात थी,
क्योंकि जब उसने उस नोटों की गड्डी को बाहर रौशनी में आकर देखा तो वह मसीही
विश्वास के सुसमाचार प्रचार के लिए बांटे जाने वाले पर्चे थे, जो एक ओर $20 के
समानता में छपे हुए थे और उनकी दूसरी ओर परमेश्वर के प्रेम और क्षमा के बारे में
छापा हुआ था। उस धन की बजाए, जिसकी उस चोर ने उम्मीद की थी, उसे परमेश्वर के प्रेम
और पापों से क्षमा के बारे में जानकारी मिली।
परमेश्वर के वचन बाइबल के नए नियम खण्ड के एक
प्रमुख नायक, शाऊल – जो बाद में पौलुस भी कहलाया, का जब प्रभु यीशु के साथ
साक्षात्कार हुआ, जब वह दमिश्क मसीही विश्वासियों को बन्दी बनाने के लिए जा रहा
था, तब उसके मन में क्या विचार उठे होंगे; क्योंकि वह तो प्रभु यीशु के अनुयायियों
को सताने और मार डालने वालों में से एक था (प्रेरितों 9:1-9)। वह भी उसके प्रति
परमेश्वर के अनुग्रह से चकित हुआ होगा, क्योंकि उसने इस अनुग्रह को “एक दान” कहा :
“और मैं परमेश्वर के अनुग्रह के उस दान के अनुसार, जो उसकी सामर्थ के प्रभाव के अनुसार मुझे दिया गया, उस
सुसमाचार का सेवक बना” (इफिसियों 3:7)।
क्या अपने जीवन में भी परमेश्वर के अनेपक्षित
अनुग्रह से आप भी कभी चकित हुए हैं – उसके आपके प्रति प्रेम और क्षमा के द्वारा?
परमेश्वर के अनुग्रह के इस अनुभव को दूसरों को अवश्य बताएँ। - ऐनी सेटास
परमेश्वर
की असीम सामर्थ्य को अपने सीमित अनुभवों से कभी न तौलें।
परन्तु
उसने उसे आज्ञा न दी,
और उस से कहा, अपने घर जा कर अपने लोगों को
बता, कि तुझ पर दया कर के प्रभु ने तेरे लिये कैसे बड़े काम
किए हैं। - मरकुस 5:19
बाइबल
पाठ: प्रेरितों 9:1-19
Acts 9:1 और शाऊल जो अब तक प्रभु के चेलों को धमकाने और घात करने की धुन में था,
महायाजक के पास गया।
Acts 9:2 और उस से दमिश्क की अराधनालयों के नाम पर इस अभिप्राय की चिट्ठियां
मांगी, कि क्या पुरूष, क्या स्त्री,
जिन्हें वह इस पंथ पर पाए उन्हें बान्ध कर यरूशलेम में ले आए।
Acts 9:3 परन्तु चलते चलते जब वह दमिश्क के निकट पहुंचा, तो
एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी।
Acts 9:4 और वह भूमि पर गिर पड़ा, और यह शब्द सुना,
कि हे शाऊल, हे शाऊल, तू
मुझे क्यों सताता है?
Acts 9:5 उसने पूछा; हे प्रभु, तू
कौन है? उसने कहा; मैं यीशु हूं;
जिसे तू सताता है।
Acts 9:6 परन्तु अब उठ कर नगर में जा, और जो कुछ करना है,
वह तुझ से कहा जाएगा।
Acts 9:7 जो मनुष्य उसके साथ थे, वे चुपचाप रह गए;
क्योंकि शब्द तो सुनते थे, परन्तु किसी को
दखते न थे।
Acts 9:8 तब शाऊल भूमि पर से उठा, परन्तु जब आंखे खोलीं
तो उसे कुछ दिखाई न दिया और वे उसका हाथ पकड़के दमिश्क में ले गए।
Acts 9:9 और वह तीन दिन तक न देख सका, और न खाया और न
पीया।
Acts 9:10 दमिश्क में हनन्याह नाम एक चेला था, उस से
प्रभु ने दर्शन में कहा, हे हनन्याह! उसने कहा; हां प्रभु।
Acts 9:11 तब प्रभु ने उस से कहा, उठ कर उस गली में जा जो
सीधी कहलाती है, और यहूदा के घर में शाऊल नाम एक तारसी को
पूछ ले; क्योंकि देख, वह प्रार्थना कर
रहा है।
Acts 9:12 और उसने हनन्याह नाम एक पुरूष को भीतर आते, और
अपने ऊपर आते देखा है; ताकि फिर से दृष्टि पाए।
Acts 9:13 हनन्याह ने उत्तर दिया, कि हे प्रभु, मैं ने इस मनुष्य के विषय में बहुतों से सुना है, कि
इस ने यरूशलेम में तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी बड़ी बुराईयां की हैं।
Acts 9:14 और यहां भी इस को महायाजकों की ओर से अधिकार मिला है, कि जो लोग तेरा नाम लेते हैं, उन सब को बान्ध ले।
Acts 9:15 परन्तु प्रभु ने उस से कहा, कि तू चला जा;
क्योंकि यह, तो अन्यजातियों और राजाओं,
और इस्त्राएलियों के साम्हने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना
हुआ पात्र है।
Acts 9:16 और मैं उसे बताऊंगा, कि मेरे नाम के लिये उसे
कैसा कैसा दुख उठाना पड़ेगा।
Acts 9:17 तब हनन्याह उठ कर उस घर में गया, और उस पर अपना
हाथ रखकर कहा, हे भाई शाऊल, प्रभु,
अर्थात यीशु, जो उस रास्ते में, जिस से तू आया तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा
है, कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो
जाए।
Acts 9:18 और तुरन्त उस की आंखों से छिलके से गिरे, और वह
देखने लगा और उठ कर बपतिस्मा लिया; फिर भोजन कर के बल पाया।।
Acts 9:19 और वह कई दिन उन चेलों के साथ रहा जो दमिश्क में थे।
एक
साल में बाइबल:
- यहोशू 4-6
- लूका 1:1-20