जब अमेरिका के लोक गायक जॉर्ज जोन्स का 81 वर्ष की आयु में निधन हुआ, तो उसके प्रशंसकों ने उसकी अनोखी आवाज़, उसके कठिन जीवन और व्यक्तिगत संघर्षों को स्मरण किया। उसके अनेकों गीत उसकी अपनी उत्कंठाओं और निराशाओं को प्रतिबिंबित करते थे, उसके गाने की शैली ने लोगों को गहराई से छूआ था। शिकागो ट्रिब्यून नामक समाचार-पत्र के संगीत आलोचक ग्रेग कोट ने लिखा, "उसकी आवाज़ टूटे हुए हृदय को व्यक्त करने के लिए बनी थी।"
परमेश्वर के वचन बाइबल में विलापगीत की पुस्तक यहूदा राष्ट्र द्वारा ढिटाई में परमेश्वर का अनुसरण करने से इंकार करने के कारण यिर्मयाह की वेदना को दिखाती है। यिर्मयाह को अकसर "विलाप करने वाला भविष्यद्वक्ता" कहा जाता है; वह यरूशालेम के विनाश का साक्षी हुआ और उसने अपने लोगों को बन्धुआई में जाते हुए देखा। दुःख से अभिभूत होकर वह यरूशालेम की सड़कों पर घूमता और विलाप करता हुआ फिरता रहा (विलापगीत 1:1-5)।
लेकिन फिर भी, गहन अन्धकार के अपने इस समय में, यिर्मयाह ने कहा, "परन्तु मैं यह स्मरण करता हूँ, इसीलिये मुझे आाशा है: हम मिट नहीं गए; यह यहोवा की महाकरुणा का फल है, क्योंकि उसकी दया अमर है। प्रति भोर वह नई होती रहती है; तेरी सच्चाई महान है" (विलापगीत 3:21-23)।
हम चाहे अपने, या किसी और के निर्णयों एवं चुनावों के कारण दुःख उठाएं, ऐसी परिस्थितियों में हताशा से अभिभूत हो जाने का खतरा हमारे सामने बना रहता है। जब लगता है कि सब कुछ खो गया है, हम परमेश्वर की विश्वासयोग्यता को थाम कर कह सकते हैं: "मेरे मन ने कहा, यहोवा मेरा भाग है, इस कारण मैं उस में आशा रखूंगा" (विलापगीत 3:24)।
प्रत्येक परिस्थिति में परमेश्वर ही कभी ना टलने या बदलने वाली हमारी एकमात्र विश्वासयोग्य आशा है। - डेविड मैक्कैसलैंड
परमेश्वर की विश्वासयोग्यता का लंगर सबसे तीव्र तूफानों में भी हमें स्थिर रखता है।
परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक। इस कारण हम को कोई भय नहीं चाहे पृथ्वी उलट जाए, और पहाड़ समुद्र के बीच में डाल दिए जाएं; चाहे समुद्र गरजे और फेन उठाए, और पहाड़ उसकी बाढ़ से कांप उठें। - भजन 46:1-3
बाइबल पाठ: विलापगीत 3:1-6, 15-25
Lamentations 3:1 उसके रोष की छड़ी से दु:ख भोगने वाला पुरुष मैं ही हूं;
Lamentations 3:2 वह मुझे ले जा कर उजियाले में नहीं, अन्धियारे ही में चलाता है;
Lamentations 3:3 उसका हाथ दिन भर मेरे ही विरुद्ध उठता रहता है।
Lamentations 3:4 उसने मेरा मांस और चमड़ा गला दिया है, और मेरी हड्डियों को तोड़ दिया है;
Lamentations 3:5 उसने मुझे रोकने के लिये किला बनाया, और मुझ को कठिन दु:ख और श्रम से घेरा है;
Lamentations 3:6 उसने मुझे बहुत दिन के मरे हुए लोगों के समान अन्धेरे स्थानों में बसा दिया है।
Lamentations 3:15 उसने मुझे कठिन दु:ख से भर दिया, और नागदौना पिलाकर तृप्त किया है।
Lamentations 3:16 उसने मेरे दांतों को कंकरी से तोड़ डाला, और मुझे राख से ढांप दिया है;
Lamentations 3:17 और मुझ को मन से उतार कर कुशल से रहित किया है; मैं कल्याण भूल गया हूँ;
Lamentations 3:18 इसलिऐ मैं ने कहा, मेरा बल नाश हुआ, और मेरी आश जो यहोवा पर थी, वह टूट गई है।
Lamentations 3:19 मेरा दु:ख और मारा मारा फिरना, मेरा नागदौने और-और विष का पीना स्मरण कर!
Lamentations 3:20 मैं उन्हीं पर सोचता रहता हूँ, इस से मेरा प्राण ढला जाता है।
Lamentations 3:21 परन्तु मैं यह स्मरण करता हूँ, इसीलिये मुझे आाशा है:
Lamentations 3:22 हम मिट नहीं गए; यह यहोवा की महाकरुणा का फल है, क्योंकि उसकी दया अमर है।
Lamentations 3:23 प्रति भोर वह नई होती रहती है; तेरी सच्चाई महान है।
Lamentations 3:24 मेरे मन ने कहा, यहोवा मेरा भाग है, इस कारण मैं उस में आशा रखूंगा।
Lamentations 3:25 जो यहोवा की बाट जोहते और उसके पास जाते हैं, उनके लिये यहोवा भला है।
एक साल में बाइबल:
- विलापगीत 3-5
- इब्रानियों 10:19-39