सन 1876 में हेनरी क्ले वर्क ने एक गीत लिखा था "My Grandfather's Clock" (मेरे दादा की घड़ी)। इस गीत में दादाजी की घड़ी के बारे में बताया गया है जो अपने स्वामी के जीवन भर विश्वासयोग्यता के साथ चलती रही। गीत के बोलों में उस स्वामी का बचपन, व्यसक काल और फिर बुढ़ापा, इस घड़ी के संदर्भ में बताए गए हैं। इस गीत का कोरस इस प्रकार से है:
नव्वे वर्ष बिना रुके
टिक, टॉक, टिक, टॉक
उनके जीवन के क्षण गिनती रही
टिक, टॉक, टिक, टॉक
लेकिन फिर वह थम गई,
फिर कभी ना चलने के लिए,
जब उस वृद्ध की मृत्यु हो गई।
घड़ी का अविराल चलते रहना हमें स्मरण दिलाता है कि पृथ्वी पर हमारा समय सीमित ही है। जीवन के आनन्द और तकलीफों के बावजूद समय सदा चलता ही रहता है। एक मसीही विश्वासी के लिए यह अवसर है बुद्धिमानी को प्राप्त करने का। परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने लिखा, "हम को अपने दिन गिनने की समझ दे कि हम बुद्धिमान हो जाएं" (भजन 90:12)।
अपने दिन गिनते हुए समझदार हो जाने का एक तरीका है अपने आप से कुछ प्रश्न पूछते रहना: मैं मसीह यीशु की समानता में और भी अधिक कैसे बन सकता हूँ? क्या मैं प्रतिदिन परमेश्वर के वचन बाइबल का अध्ययन करता हूँ? क्या मैं नियमित रूप से प्रार्थना के लिए समय देता हूँ? क्या मैं अन्य विश्वासियों के साथ संगति रखता हूँ? इन, और ऐसे ही अन्य प्रश्नों के उत्तर हमें संकेत देंगे की हम मसीह यीशु की समानता में, तथा बुद्धिमानी अर्जित करने में अग्रसर हैं कि नहीं।
हम जीवन के किसी भी अवस्था में हों - बचपन, लड़कपन, जवानी, अधेड़ उम्र या वृद्धावस्था, विश्वास और बुद्धिमानी में बढ़ते जाने के अवसर सदा आते रहते हैं। जीवन यात्रा की अविराल प्रगति में अपने जीवन के दिन गिनते रहना बुद्धिमानी है।
आपका समय किन बातों में बीत रहा है? अपनी जीवन यात्रा में आप बुद्धिमानी के किस स्तर पर हैं? - डेनिस फिशर
अपने समय को व्यतीत नहीं, निवेष करें।
हम को अपने दिन गिनने की समझ दे कि हम बुद्धिमान हो जाएं। भजन 90:12
बाइबल पाठ: भजन 90:1-12
Psalms 90:1 हे प्रभु, तू पीढ़ी से पीढ़ी तक हमारे लिये धाम बना है।
Psalms 90:2 इस से पहिले कि पहाड़ उत्पन्न हुए, वा तू ने पृथ्वी और जगत की रचना की, वरन अनादिकाल से अनन्तकाल तक तू ही ईश्वर है।
Psalms 90:3 तू मनुष्य को लौटा कर चूर करता है, और कहता है, कि हे आदमियों, लौट आओ!
Psalms 90:4 क्योंकि हजार वर्ष तेरी दृष्टि में ऐसे हैं, जैसा कल का दिन जो बीत गया, वा रात का एक पहर।
Psalms 90:5 तू मनुष्यों को धारा में बहा देता है; वे स्वप्न से ठहरते हैं, वे भोर को बढ़ने वाली घास के समान होते हैं।
Psalms 90:6 वह भोर को फूलती और बढ़ती है, और सांझ तक कट कर मुर्झा जाती है।
Psalms 90:7 क्योंकि हम तेरे क्रोध से नाश हुए हैं; और तेरी जलजलाहट से घबरा गए हैं।
Psalms 90:8 तू ने हमारे अधर्म के कामों से अपने सम्मुख, और हमारे छिपे हुए पापों को अपने मुख की ज्योति में रखा है।
Psalms 90:9 क्योंकि हमारे सब दिन तेरे क्रोध में बीत जाते हैं, हम अपने वर्ष शब्द की नाईं बिताते हैं।
Psalms 90:10 हमारी आयु के वर्ष सत्तर तो होते हैं, और चाहे बल के कारण अस्सी वर्ष के भी हो जाएं, तौभी उनका घमण्ड केवल नष्ट और शोक ही शोक है; क्योंकि वह जल्दी कट जाती है, और हम जाते रहते हैं।
Psalms 90:11 तेरे क्रोध की शक्ति को और तेरे भय के योग्य तेरे रोष को कौन समझता है?
Psalms 90:12 हम को अपने दिन गिनने की समझ दे कि हम बुद्धिमान हो जाएं।
एक साल में बाइबल:
- नीतिवचन 3-5
- 2 कुरिन्थियों 1