ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

बुधवार, 10 सितंबर 2014

मार्गदर्शन


   कुछ समय पहले की बात है कि मेरी पत्नि की कार को मरम्मत के लिए खींच कर ले जाया जाना था। मैंने गाड़ी खींच कर ले जाने वाले वाहनों की कंपनी को फोन किया और उन्हें अपने घर तक पहुँचने के दिशा निर्देश भी दिए; साथ ही मैंने उन्हें यह भी समझाया कि जो चालक खींचने वाली गाड़ी को लेकर आए वो अपने वाहन में लगे जी.पी.एस. सिस्टम के निर्देश पर निर्भर ना हो क्योंकि जिस गली में हमारा घर था, उस गली के नाम के समान ही नाम वाली एक अन्य गली हमारे घर की गली के निकट ही थी, और इसके कारण लोग अकसर भटक जाते थे। मेरे फोन को सुनने वाले व्यक्ति ने मुझे आश्वस्त किया कि वह यह बात खींचने वाली गाड़ी के चालक को समझा देगा।

   मैं अपने घर के सामने खड़ा उस खींचने वाली गाड़ी की प्रतीक्षा कर रहा था और विचार कर रहा था कि उसे आने में इतनी देर क्यों हो रही है, कि मेरे फोन की घंटी बजने लगी। फोन करने वाला खींचने वाली गाड़ी का चालक ही था और कह रहा था कि वह अपने जी.पी.एस. के सहारे दिए गए पते पर पहुँचने का प्रयास कर रहा है किंतु पहुँच नहीं पा रहा है! अब मैंने फिर से उस चालक को घर तक पहुँचने के दिशा निर्देश दिए और समझाया कि अपने जी.पी.एस. पर निर्भर ना रहे, वरन मेरे मार्गदर्शन का पालन करे; और थोड़े ही समय में वह वाहन मेरे घर के सामने था।

   हम मसीही विश्वासियों का भी यह दायित्व है कि हम सभी लोगों का मसीह यीशु में होकर स्वर्ग पहुँचने के बारे में सही मार्गदर्शन करें (यूहन्ना 3:16; 1 कुरिन्थियों 15:1-5)। हमें लोगों को यह समझाना है कि अपनी ही धार्मिक धारणाओं, भले कार्य करने, अच्छा बनने आदि पर निर्भर होने के द्वारा वे परमेश्वर के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकते। यह समझाते समय हमें उनकी धारणाओं के प्रति संवेदनशील भी होना है, किंतु साथ ही प्रभु यीशु मसीह के संसार के पापों के लिए दिए गए बलिदान, उसके मारे जाने, गाड़े जाने और तीसरे दिन मृत्कों में से पुनः जी उठने के सत्य को उनके सामने भली भाँति प्रस्तुत भी करना है जिससे वे भी उद्धार तथा अनन्त जीवन के मार्ग का मार्गदर्शन पा सकें। - डेनिस फिशर


उद्धार तथा स्वर्ग प्रभु यीशु में विश्वास द्वारा है, कर्मों द्वारा नहीं।

यीशु ने उस से कहा, मार्ग और सच्चाई और जीवन मैं ही हूं; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता। - यूहन्ना 14:6

बाइबल पाठ: मत्ती 28:16-20
Matthew 28:16 और ग्यारह चेले गलील में उस पहाड़ पर गए, जिसे यीशु ने उन्हें बताया था। 
Matthew 28:17 और उन्होंने उसके दर्शन पाकर उसे प्रणाम किया, पर किसी किसी को सन्‍देह हुआ। 
Matthew 28:18 यीशु ने उन के पास आकर कहा, कि स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। 
Matthew 28:19 इसलिये तुम जा कर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता और पुत्र और पवित्रआत्मा के नाम से बपतिस्मा दो। 
Matthew 28:20 और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्‍त तक सदैव तुम्हारे संग हूं।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 22-24


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें