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शुक्रवार, 18 नवंबर 2011

करुणा भाव

   वे जिनका स्वास्थ्य अच्छा होता है कई बार उनकी उपेक्षा करते हैं जो इतने भाग्यवान नहीं हैं, और कभी कभी तो उनके साथ निष्ठुरता का व्यवहार भी करते हैं। मैंने कुछ अन्य युवकों को एक मन्द बुद्धि मनुष्य का मज़ाक बनाते देखा है; मैंने कुछ ऐसे लोगों को भी देखा है जो उनकी अन्देखी करते हैं जो या तो अपंग हैं या ’दिखने’ में भिन्न होते हैं।

   इसके विपरीत मैंने अपनी एक कुटुंबी को ऐसे लोगों के प्रति बहुत करुणामय देखा है जिनकी अन्य लोग उपेक्षा करते हैं। वे प्रति सप्ताह अपने समय का एक बड़ा भाग दो ऐसे वृद्धों कि देखभाल में लगाती हैं जिनका कोई सहायक नहीं है। उनकी गली में रहने वाले एक मानसिक रोगी से भी उनकी अच्छी मित्रता है, और लगभग प्रति दिन वह उनके पास कुछ पल के लिए मिलने आता है, और उसके चेहरे की खुशी बताती है कि इस छोटी सी मुलाकात से उसे कितनी प्रसन्नता होती है और मेरी कुटुंबी उसके जीवन में कितना आनन्द देती है।

   प्रभु यीशु ने भी सदा करुणा के साथ लोगों से व्यवहार किया। वह रोगियों और दुखियों के प्रति दयालु था और वे उसे घेरे रहते थे। उसने एक अन्धे व्यक्ति को चँगा करने से पहले उसका हाथ पकड़ कर उसे भीड़ से निकाला। वे बिमारों को, यहाँ तक कि कोढियों को भी छू कर चँगा करते थे, और दुष्टात्माओं से ग्रसित लोगों को दुष्टात्माओं से छुटकारा दिलवाने के लिए समय देते थे।

   मसीही विश्वासी की मसीह से समानता का एक सूचक है उसका ऐसे अभागे लोगों से किया गया व्यवहार। क्योंकि ये त्रस्त और अभागे लोग प्रत्युत्तर में हमें कुछ नहीं दे सकते इसलिए उनके प्रति हमारी भलाई वास्तव में निस्वार्थ होती है। उनके प्रति जिन्हें बहुत की आवश्यक्ता है लेकिन प्राप्त थोड़ा ही होता है, मसीह के समान करुणा भाव दिखाने के ऐसे प्रत्येक अवसर का हम मसीही विश्वासियों को स्वागत और उपयोग करना चाहिए। - हर्ब वैण्डर लुग्ट


जो प्रत्युत्तर में हमारी सहायता नहीं कर सकते, उनकी सहायता के लिए हाथ बढ़ाना हमारे मसीही प्रेम की परीक्षा है।

और एक कोढ़ी ने उसके पास आकर, उस से बिनती की, और उसके साम्हने घुटने टेक कर, उस से कहा; यदि तू चाहे तो मुझे शुद्ध कर सकता है। उस ने उस पर तरस खाकर हाथ बढ़ाया, और उसे छूकर कहा, मैं चाहता हूं तू शुद्ध हो जा। - मरकुस १:४०, ४१

बाइबल पाठ: मरकुस १:३२-४२
    Mar 1:32  सन्‍ध्या के समय जब सूर्य डूब गया तो लोग सब बीमारों को और उन्‍हें जिन में दुष्‍टात्मा थीं उसके पास लाए।
    Mar 1:33  और सारा नगर द्वार पर इकट्ठा हुआ।
    Mar 1:34  और उस ने बहुतों को जो नाना प्रकार की बीमारियों से दुखी थे, चंगा किया; और बहुत से दुष्‍टात्माओं को निकाला; और दुष्‍टात्माओं को बोलने न दिया, क्‍योंकि वे उसे पहचानती थीं।
    Mar 1:35  और भोर को दिन निकलने से बहुत पहिले, वह उठकर निकला, और एक जंगली स्थान में गया और वहां प्रार्थाना करने लगा।
    Mar 1:36  तब शमौन और उसके साथी उस की खोज में गए।
    Mar 1:37  जब वह मिला, तो उस से कहा; कि सब लोग तुझे ढूंढ रहे हैं।
    Mar 1:38  उस न उन से कहा, आओ; हम और कहीं आस पास की बस्‍तियों में जाएं, कि मैं वहां भी प्रचार करूं, क्‍योंकि मैं। इसी लिये निकला हूं।
    Mar 1:39  सो वह सारे गलील में उन की सभाओं में जा जाकर प्रचार करता और दुष्‍टात्माओं को निकालता रहा।
    Mar 1:40  और एक कोढ़ी ने उसके पास आकर, उस से बिनती की, और उसके साम्हने घुटने टेककर, उस से कहा; यदि तू चाहे तो मुझे शुद्ध कर सकता है।
    Mar 1:41  उस ने उस पर तरस खाकर हाथ बढ़ाया, और उसे छूकर कहा; मैं चाहता हूं तू शुद्ध हो जा।
    Mar 1:42  और तुरन्‍त उसका कोढ़ जाता रहा, और वह शुद्ध हो गया।
 
एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल ८-१० 
  • इब्रानियों १३