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मंगलवार, 20 अगस्त 2019

उपस्थित



      एक वृद्ध सेवानिवृत सैनिक के अंतिम संस्कार के समय, पादरी विचार करने लगा कि वह मृत अब कहाँ होगा। फिर, लोगों को यह बताने की बजाए कि वे परमेश्वर को कैसे जान सकते हैं, वह उन काल्पनिक बातों के बारे में बोलने लगा जो बाइबल में पाई भी नहीं जाती हैं। और मैं सोचने लगा कि आशा कहाँ है?

      अन्त में उसने हम सबसे एक अंतिम स्तुति-गीत गाने के लिए कहा। हम सब “प्रभु महान” गाने के लिए खड़े हुए, और लोग दिल की गहराई से परमेश्वर की स्तुति करने लगे। कुछ ही पल में कमरे का वातावरण बदल गया। अचानक ही उस स्तुति-गीत के तीसरे पद में आने पर मैं भावुक हो उठा और मेरी आवाज़ रुंध गई। उस तीसरे पद में लिखा है:
जब सोचता हूँ कि पिता ने अपना पुत्र, मरने भेजा है वर्णन से अपार,
कि क्रूस पर उसने मेरे पाप सब लेकर, रक्त बहाया कि मेरा हो उद्धार।
     
      उस महान गीत को गाने के समय तक मैं सोच रहा था कि उस अंतिम संस्कार में क्या परमेश्वर उपस्थित होगा? वास्तव में, वह हमें छोड़ कर कभी जाता ही नहीं है। परमेश्वर के वचन बाइबल में एस्तेर की पुस्तक को पढ़ने पर हमें इस तथ्य की एक पुष्टि मिलती है। यहूदी लोग अपने देश से निर्वासित थे, और उनके निर्वासन के स्थान पर शक्तिशाली लोग उन्हें मार डालना चाहते थे। किन्तु उनके उस अति-कठिन समय में भी, एक अधर्मी राजा ने  बंधुआई में रहने वाले यहूदियों को यह अधिकार दिया कि वे अपने मारने वालों के विरुद्ध बचाव में हाथ उठा सकें (एस्तेर 8:11-13)। इसके उपरान्त यहूदियों ने सफलता पूर्वक अपना बचाव किया और फिर एक उत्सव मनाया (9:17-19)।

      इसमें अचरज की कोई बात नहीं होनी चाहिए कि एक अंतिम संस्कार के समय परमेश्वर की उपस्थिति एक स्तुति-गीत के द्वारा पहचानी गई। आख़िरकार वह एक योजनाबद्ध नरसंहार के समय उपस्थित था और उसने उसे एक उत्सव में परिवर्तित कर दिया; वह प्रभु के क्रूस पर चढ़ाए जाने के समय में उपस्थित था और उसे सँसार के उद्धार का मार्ग बना दिया! – टिम गुस्ताफ्सन


चकित करने वाला हमारा परमेश्वर अपनी उपस्थिति
 वहाँ दिखाता है जहाँ हम आशा भी नहीं करते हैं।

तू हियाव बान्ध और दृढ़ हो, उन से न डर और न भयभीत हो; क्योंकि तेरे संग चलने वाला तेरा परमेश्वर यहोवा है; वह तुझ को धोखा न देगा और न छोड़ेगा। - व्यवस्थाविवरण 31:6

बाइबल पाठ: एस्तेर 8:11-17
Esther 8:11 इन चिट्ठियों में सब नगरों के यहूदियों को राजा की ओर से अनुमति दी गई, कि वे इकट्ठे हों और अपना अपना प्राण बचाने के लिये तैयार हो कर, जिस जाति वा प्रान्त से लोग अन्याय कर के उन को वा उनकी स्त्रियों और बाल-बच्चों को दु:ख देना चाहें, उन को विध्वंसघात और नाश करें, और उनकी धन सम्मत्ति लूट लें।
Esther 8:12 और यह राजा क्षयर्ष के सब प्रान्तों में एक ही दिन में किया जाए, अर्थात अदार नाम बारहवें महीने के तेरहवें दिन को।
Esther 8:13 इस आज्ञा के लेख की नकलें, समस्त प्रान्तों में सब देशें के लोगों के पास खुली हुई भेजी गईं; ताकि यहूदी उस दिन अपने शत्रुओं से पलटा लेने को तैयार रहें।
Esther 8:14 सो हरकारे वेग चलने वाले सरकारी घोड़ों पर सवार हो कर, राजा की आज्ञा से फुर्ती कर के जल्दी चले गए, और यह आज्ञा शूशन राजगढ़ में दी गई थी।
Esther 8:15 तब मोर्दकै नीले और श्वेत रंग के राजकीय वस्त्र पहिने और सिर पर सोने का बड़ा मुकुट धरे हुए और सूक्ष्मसन और बैंजनी रंग का बागा पहिने हुए, राजा के सम्मुख से निकला, और शूशन नगर के लोग आनन्द के मारे ललकार उठे।
Esther 8:16 और यहूदियों को आनन्द और हर्ष हुआ और उनकी बड़ी प्रतिष्ठा हुई।
Esther 8:17 और जिस जिस प्रान्त, और जिस जिस नगर में, जहां कहीं राजा की आज्ञा और नियम पहुंचे, वहां वहां यहूदियों को आनन्द और हर्ष हुआ, और उन्होंने जेवनार कर के उस दिन को खुशी का दिन माना। और उस देश के लोगों में से बहुत लोग यहूदी बन गए, क्योंकि उनके मन में यहूदियों का डर समा गया था।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 105-106
  • 1 कुरिन्थियों 3