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शुक्रवार, 30 दिसंबर 2011

उलटी गिनती

   सन १९८१ के उस रविवार के दिन करोड़ों अमेरिकी उस अंतरिक्ष वायुयान कोलंबिया की अंतरिक्ष यात्रा आरंभ होने की प्रतीक्षा कर रहे थे; उन की आशाएं उस की सफल उड़ान पर टिकी थीं। फ्लौरिडा के कैनिडी अंत्रिक्ष केंद्र में ८०,००० से अधिक लोग जमा हो गए थे कि राष्ट्र के प्रथम अंतरिक्ष वायुयान की उड़ान को देख सकें; हज़ारों लोग वहाँ के आस-पास की सड़कों के किनारे खड़े उस उड़ान के आरंभ को देखने की प्रतीक्षा में थे। अनगिनित लोग टेलिविज़न पर इस दृश्य को देख रहे थे। जब उड़ान की उलटी गिनती अपने अंतिम १० सेकेंड पर पहुँची तो सारा राष्ट्र एक साथ वह गिनती बोलने लगा। और फिर देखते ही देखते वह विशाल उड़ान यान सीधा ऊपर उठना आरंभ हो गया। उस से निकली नारंगी लपटों और भाप तथा धुएं ने उड़ान स्थल को घेर लिया, तेज़ गर्जन की आवाज़ और भारी कंपन वातावरण पर छा गए; वह सब कुछ अविस्मरणीय था। लंबे समय से इस उड़ान की प्रतीक्षा थी क्योंकि अंतरिक्ष खोज का भविष्य इसकी सफलता पर निर्भर था।

   यह घटना जितनी भी आश्चर्यजनक तथा आशावान क्यों ना रही हो, किंतु एक और घटना के सामने यह कुछ भी नहीं - प्रभु यीशु का पृथ्वी पर पुनःआगमन। जब वह बादलों पर अपनी सामर्थ और महिमा में आएगा तो संसार की अन्य हर बात नगण्य और हर आशा खोखली तथा मूर्खतापूर्ण लगेगी। प्रभु यीशु का यह पुनःआगमन संसार में शांति और आनन्द के ऐसे युग का आरंभ होगा जैसा न कभी कहीं था, ना अभी कहीं है और न ही जिसकी कलपना कभी कोई कर पाया है।

   बाहर अंतरिक्ष में जो मनुष्य ने भेजा था उसका तेज और महिमा उस तेज और महिमा के सामने कुछ भी नहीं जो स्वर्ग से आने वाला प्रभु की उस के आगमन के समय होगी। प्रभु यीशु ने अपने पुनःआगमन से पहले घटने वाले चिन्ह और संसार के हाल बताए थे (लूका २१; मत्ती २४)। आज उसका बताया गया वह सभी हाल और सब चिन्ह पूरे हो रहे हैं। उसके पुनःआगमन की उलटी गिनती आरंभ हो चुकी है; वह अब कभी भी पहुंच सकता है। धन्य हैं वे जो उस के आगमन के लिए तैयार हैं, उस के इंतिज़ार में हैं। - मार्ट डी हॉन

 
प्रभु यीशु का पुनःआगमन अवश्यंभावी है, क्योंकि जो बाइबल कहती है और मसीह प्रतिज्ञा करता है परमेश्वर उसे अवश्य ही पूरा भी करता है।

तब वे मनुष्य के पुत्र को सामर्य और बड़ी महिमा के साय बादल पर आते देखेंगे। - लूका २१:२७

बाइबल पाठ: लूका २१:२५-३६
Luk 21:25  और सूरज और चान्‍द और तारों में चिन्‍ह दिखाई देंगें, और पृथ्वी पर, देश देश के लोगों को संकट होगा; क्‍योंकि वे समुद्र के गरजने और लहरों के कोलाहल से घबरा जाएंगे।
Luk 21:26  और भय के कारण और संसार पर आने वाली घटनाओं की बाट देखते देखते लोगों के जी में जी न रहेगा क्‍योंकि आकाश की शक्तियां हिलाई जाएंगी।
Luk 21:27  तब वे मनुष्य के पुत्र को सामर्थ और बड़ी महिमा के साथ बादल पर आते देखेंगे।
Luk 21:28  जब ये बातें होने लगें, तो सीधे हो कर अपने सिर ऊपर उठाना; क्‍योंकि तुम्हारा छुटकारा निकट होगा।
Luk 21:29  उस ने उन से एक दृष्‍टान्‍त भी कहा कि अंजीर के पेड़ और सब पेड़ों को देखो।
Luk 21:30  ज्योंहि उन की कोंपलें निकलती हैं, तो तुम देख कर आप ही जान लेते हो, कि ग्रीष्मकाल निकट है।
Luk 21:31  इसी रीति से जब तुम ये बातें होते देखो, तब जान लो कि परमेश्वर का राज्य निकट है।
Luk 21:32  मैं तुम से सच कहता हूं, कि जब तक ये सब बातें न हो लें, तब तक इस पीढ़ी का कदापि अन्‍त न होगा।
Luk 21:33  आकाश और पृथ्वी टल जाएंगे, परन्‍तु मेरी बातें कभी न टलेंगी।
Luk 21:34  इसलिये सावधान रहो, ऐसा न हो कि तुम्हारे मन खुमार और मतवालेपन, और इस जीवन की चिन्‍ताओं से सुस्‍त हो जाएं, और वह दिन तुम पर फन्‍दे की नाईं अचानक आ पड़े।
Luk 21:35  क्‍योंकि वह सारी पृथ्वी के सब रहने वालों पर इसी प्रकार आ पड़ेगा।
Luk 21:36  इसलिये जागते रहो और हर समय प्रार्थना करते रहो कि तुम इन सब आने वाली घटनाओं से बचने, और मनुष्य के पुत्र के साम्हने खड़े होने के योग्य बनो।
 
एक साल में बाइबल: 
  • ज़कर्याह १३-१४
  • प्रकाशितवाक्य २१