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रविवार, 19 मई 2013

वापसी


   कगार से लौट के आने वालों की कहानीयाँ प्रेरणादायक होती हैं - लोग या कंपनियाँ जो बर्बादी की कगार तक पहुँच कर फिर सफलता की ओर लौट आए, उनके अनुभवों की कहानी से मिलने वाली शिक्षा हमारे जीवनों में भी उपयोगी सिद्ध हो सकती है। अमेरिका की फोर्ड मोटर कंपनी इसका एक उदाहरण है। 1940 के दशक में कंपनी के अधिकारियों ने आधुनिकीकरण की ओर कोई ध्यान नहीं दिया और उनके निर्णयों ने फोर्ड कंपनी को बर्बादी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया। बात यहाँ तक पहुँच गई थी की उस समय चल रहे विश्व-युद्ध में उपयोग के लिए इस कंपनी में बन रहे सामान की आपूर्ति को बनाए रखने के लिए, सरकार इस कंपनी को अपने हाथों में ले लेने के लिए गंभीरता से विचार करने लगी। लेकिन ऐसा हो पाने से पहले ही हेनरी फोर्ड (द्वितीय) अपनी सैन्य कार्य-अवधि पूरी करके वापस आ गए और इस कंपनी की कमान संभाल ली। उनके नेतृत्व तथा निर्णयों से कंपनी की स्थिति बदलने लगी और कुछ ही समय में फोर्ड संसार की सबसे बड़ी कंपनीयों में से एक हो गई; बर्बादी के कगार से लौट कर सफलता की ऊँचाईयों को छूने वाली कंपनी।

   अपने व्यक्तिगत जीवनों में भी कभी कभी हमें वापसी के लिए ऐसे ही किसी अगुवे और सहारे की आवश्यकता होती है। कई बार हम गलत दिशा में चल निकलते हैं, अपने मार्ग से भटक जाते हैं, प्रलोभनों और लालच में या गलत संगति और सलाह में पड़कर बर्बादी के कगार पर पहुँच जाते हैं। समाचारों में ऐसे ही बर्बादी के कगार पर पहुँचे व्यक्तियों द्वारा आत्म-हत्या करने या प्रयास करने की घटनाएं आम सुनने-पढ़ने को मिलती हैं। उन गलत दिशाओं और दशाओं से पलटकर जीवन में वापसी की आवश्यकता कभी भी पड़ सकती है - मसीही विश्वासियों, प्रभु यीशु के अनुयायियों को भी! परमेश्वर के वचन बाइबल में इसका एक सजीव उदाहरण है प्रभु यीशु का एक शिष्य - पतरस।

   पतरस का जीवन मसीह यीशु के साथ चलने के बावजूद गलत निर्णयों से भरा पड़ा था जिनके कारण वह बर्बादी की कगार तक पहुँच गया था। एक बार अपने विश्वास की कमी के कारण वह लगभग पानी में डूब ही गया था, प्रभु यीशु को उसे हाथ थामकर निकालना पड़ा (मत्ती 14:30); जब उसने पहाड़ पर प्रभु यीशु को रुपान्तरित होकर मूसा और एल्लियाह के साथ वार्तालाप करते देखा, तो बिना सोचे समझे ही वह प्रभु को वहाँ मण्डप बनाने का सुझाव देने लगा, और परमेश्वर ने आकशवाणी में उसे प्रभु यीशु की मानने को कहा (मत्ती 17:1-5)। एक अन्य अवसर पर जब प्रभु अपने आते भविष्य के बारे में और अपने आने के उद्देश्य के बारे में शिष्यों को समझा रहे थे तो पतरस अपनी गर्मजोशी में, बिना प्रभु यीशु की बात को समझे, प्रभु यीशु को ही उसका कार्य ना करने की सलाह देने और उसे झिड़कने के लिए भी खड़ा हो गया, और प्रभु को बड़े कठोर शब्दों में उसे संबोधित करना पड़ा (मत्ती 16:22-23)। प्रभु यीशु के पकड़वाए जाने से कुछ पहले ही, प्रभु यीशु के उससे तीन बार आग्रह करने पर भी, पतरस ने प्रभु यीशु के साथ प्रार्थना में समय नहीं बिताया वरन सोता रहा। प्रभु के प्रति अपने प्रेम तथा समर्पण के बड़े बड़े दावे करने के बावजूद, जब प्रभु यीशु को पकड़ने के लिए लोग आए तो अन्य चेलों के समान ही पतरस भी प्रभु यीशु को अकेला छोड़कर भाग गया। प्रभु यीशु के प्रति उसके दावों और बातों के खोखलेपन का प्रत्यक्ष उदाहरण था एक छोटी दासी लड़की तथा अन्य विरोधियों के सामने पतरस का तीन बार प्रभु यीशु को जानने से भी इन्कार करना (मत्ती 26)। प्रभु यीशु के पुनरुत्थान के बाद भी पतरस द्वारा गलत निर्णयों की गाथा समाप्त नहीं हुई; प्रभु यीशु का अनुयायी बनने के बाद उसने अपना मछली पकड़ने का धंधा छोड़ दिया था, परन्तु प्रभु यीशु के पुनरुत्थान के बाद जीवते प्रभु यीशु के दर्शन पाने के बाद भी अब वह फिर अपने पुराने जीवन - मछली पकड़ने की ओर लौट गया, और उसकी देखा-देखी छः और शिष्य भी उसके साथ उसी पुराने जीवन की ओर लौट गए (यूहन्ना 21:2-7)।

   लेकिन यह पतरस की कहानी का अन्त नहीं है। पतरस ने चाहे प्रभु का इन्कार कर दिया हो, वापस अपने पुराने जीवन की ओर लौट गया हो, प्रभु यीशु ने पतरस को नहीं छोड़ा और ना ही उसके प्रति प्रभु यीशु का प्रेम कम हुआ। प्रभु ने फिर से उसके साथ धैर्य और सहिष्णुता दिखाई, तथा सबके सामने उससे प्रेम से व्यवहार करके फिर से उसे अपने लिए कार्य करने की ज़िम्मेदारी सौंप दी (यूहन्ना 21:15-17)। प्रभु यीशु के प्रेम और पवित्र आत्मा की सामर्थ से पतरस बर्बादी के कगार से लौट आया। पेन्तकुस्त के दिन जब लोग प्रभु के चेलों का ठठ्ठा कर रहे थे तो इसी पतरस ने उठकर उन्हें प्रबल रीति से संबोधित किया और प्रभु यीशु के बारे में बताया। उसके इस प्रचार में इतनी सामर्थ थी कि उसी समय 3000 लोगों ने अपने पापों से पश्चाताप किया और प्रभु यीशु की मण्डली में जुड़ गए। इसके बाद पतरस प्रभु के लिए बहुत प्रभावी और उपयोगी हुआ। प्रभु यीशु का प्रेम, अनुग्रह और क्षमा बर्बादी की कगार से पतरस की वापसी का आधार बने और उसे एक अति प्रभावी एवं उपयोगी व्यक्तित्व तथा आरंभिक मसीही मण्डली के अगुवों मे से एक प्रमुख अगुवा बना दिया।

   क्या आज आप जीवन और परिस्थितियों से निराश हैं, संघर्ष कर रहे हैं? समस्याओं का समाधान सूझ नहीं पड़ता? गलत निर्णयों ने बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है और संसार तथा संसार के लोग आताताई बनकर आप पर हावी होते जा रहे हैं? प्रभु यीशु की ओर अपना हाथ बढ़ाईए; वह आप का हाथ थाम कर आपको उभारने और आप को अपनी प्रेम भरी बाहों में सहारा तथा सहायता देने के लिए सदा तैयार है। प्रभु यीशु के अनुग्रह, प्रेम, दया, करुणा और क्षमा की सीमा मनुष्य के दुराचार तथा पतन की हर क्षमता से कहीं अधिक बढ़कर है। यदि पतरस वापसी कर सकता है और प्रभु से क्षमा एवं सामर्थ पा सकता है तो फिर ऐसा कोई भी मनुष्य नहीं जो जीवन में पुनः वापसी ना कर सके, प्रभु यीशु से सामर्थ ना पा सके, और फिर से खड़ा होकर एक नया जीवन आरंभ ना कर सके। अपनी ओर मत देखिए, बस प्रभु यीशु पर भरोसा कीजिए, और उसे अपने जीवन में बुला लीजिए। - डेव ब्रैनन


बर्बादी से सफलता की ओर लौटने के लिए प्रभु यीशु का हाथ थाम लीजिए।

पतरस उन ग्यारह के साथ खड़ा हुआ और ऊंचे शब्द से कहने लगा, कि हे यहूदियो, और हे यरूशलेम के सब रहने वालों, यह जान लो और कान लगाकर मेरी बातें सुनो। - प्रेरितों 2:14

बाइबल पाठ: प्रेरितों 2:14-21, 37-42
Acts 2:14 पतरस उन ग्यारह के साथ खड़ा हुआ और ऊंचे शब्द से कहने लगा, कि हे यहूदियो, और हे यरूशलेम के सब रहने वालों, यह जान लो और कान लगाकर मेरी बातें सुनो।
Acts 2:15 जैसा तुम समझ रहे हो, ये नशे में नहीं, क्योंकि अभी तो पहर ही दिन चढ़ा है।
Acts 2:16 परन्तु यह वह बात है, जो योएल भविष्यद्वक्ता के द्वारा कही गई है।
Acts 2:17 कि परमेश्वर कहता है, कि अन्‍त के दिनों में ऐसा होगा, कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उंडेलूंगा और तुम्हारे बेटे और तुम्हारी बेटियां भविष्यद्वाणी करेंगी और तुम्हारे जवान दर्शन देखेंगे, और तुम्हारे पुरिनए स्वप्न देखेंगे।
Acts 2:18 वरन मैं अपने दासों और अपनी दासियों पर भी उन दिनों में अपने आत्मा में से उंडेलूंगा, और वे भविष्यद्वाणी करेंगे।
Acts 2:19 और मैं ऊपर आकाश में अद्भुत काम, और नीचे धरती पर चिन्ह, अर्थात लोहू, और आग और धूएं का बादल दिखाऊंगा।
Acts 2:20 प्रभु के महान और प्रसिद्ध दिन के आने से पहिले सूर्य अन्‍धेरा और चान्‍द लोहू हो जाएगा।
Acts 2:21 और जो कोई प्रभु का नाम लेगा, वही उद्धार पाएगा।
Acts 2:37 तब सुनने वालों के हृदय छिद गए, और वे पतरस और शेष प्रेरितों से पूछने लगे, कि हे भाइयो, हम क्या करें?
Acts 2:38 पतरस ने उन से कहा, मन फिराओ, और तुम में से हर एक अपने अपने पापों की क्षमा के लिये यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले; तो तुम पवित्र आत्मा का दान पाओगे।
Acts 2:39 क्योंकि यह प्रतिज्ञा तुम, और तुम्हारी सन्‍तानों, और उन सब दूर दूर के लोगों के लिये भी है जिन को प्रभु हमारा परमेश्वर अपने पास बुलाएगा।
Acts 2:40 उसने बहुत और बातों में भी गवाही दे देकर समझाया कि अपने आप को इस टेढ़ी जाति से बचाओ।
Acts 2:41 सो जिन्हों ने उसका वचन ग्रहण किया उन्होंने बपतिस्मा लिया; और उसी दिन तीन हजार मनुष्यों के लगभग उन में मिल गए।
Acts 2:42 और वे प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने में और रोटी तोड़ने में और प्रार्थना करने में लौलीन रहे।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 7-9 
  • यूहन्ना 6:22-44