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बुधवार, 28 जनवरी 2015

बीते दिन



   कई बार हमारे विचार हमारे बीते हुए समय की ओर चले जाते हैं और हमारे अन्दर एक तीव्र लालसा उठती है उस बीते हुए समय में लौट जाने की क्योंकि हमें लगता है कि वे दिन और स्थान वर्तमान के बजाए अधिक अच्छे थे। लेकिन कुछ लोगों के लिए बीते दिनों की यादें केवल कड़ुवाहट भरी होती हैं। रात के पहरों में वे अपनी असफलताओं पर, अपने भ्रम तथा भ्रान्तियों पर विचार करते रहते हैं और कसमसाते रहते हैं यह सोचकर कि जीवन ने उनके साथ क्रूर बरताव ही किया है।

   मैंने एक वृद्ध महिला की कहानी सुनी थी जो हाथ अपनी गोद में रखे हुए, आँखें किसी दूर स्थान पर लगाए हुए घंटों अपनी कुर्सी शाँत पर बैठी रहती थी। एक दिन उसकी बेटी ने उससे पूछा, "माँ, आप वहाँ कुर्सी पर खामोश बैठी क्या सोचती रहती हो?" उस वृद्धा ने मुस्कुराते हुए, और आँखों में एक चमक के साथ हलकी आवाज़ में उत्तर दिया, "यह मेरे और प्रभु यीशु के बीच की बात है।"

   परमेश्वर के वचन बाइबल के एक नायक, राजा दाऊद ने बीते समय को स्मरण करने के बारे में लिखा: "मुझे प्राचीन काल के दिन स्मरण आते हैं, मैं तेरे सब अद्भुत कामों पर ध्यान करता हूं, और तेरे काम को सोचता हूं" (भजन 143:5)। जब हम परमेश्वर पिता के प्रेम और अनुकंपा को स्मरण करते हैं, बीते दिनों में उससे मिली आशीषों के बारे में विचार करते हैं, तो ये वे यादें होती हैं जो हमें और भलाई के लिए प्रोत्साहित करती हैं। वे हमारे अन्दर परमेश्वर की और भी अधिक संगति, उसकी और भी अधिक प्रेम भरी देख-रेख में बने रहने की लालसा को बढ़ा देती हैं। वे यादें हमारे बीते दिनों को प्रभु के साथ की हमारी घनिष्ठता और संगति के आनन्द का स्थान बना देती हैं।

   मेरी यह प्रार्थना है कि हमारे बीते दिनों की यादें और उनका मनन हमें परमेश्वर की और निकटता में लाने वाला बन सके। - डेविड रोपर


प्रभु यीशु के साथ संगति हमारे वर्तमान एवं अनन्त आनन्द की कुँजी है।

मैंने प्राचीन काल के दिनों को, और युग युग के वर्षों को सोचा है। मैं रात के समय अपने गीत को स्मरण करता; और मन में ध्यान करता हूं, और मन में भली भांति विचार करता हूं - भजन 77:5-6

बाइबल पाठ: भजन 143:1-6
Psalms 143:1 हे यहोवा मेरी प्रार्थना सुन; मेरे गिड़गिड़ाने की ओर कान लगा! तू जो सच्चा और धर्मी है, सो मेरी सुन ले, 
Psalms 143:2 और अपने दास से मुकद्दमा न चला! क्योंकि कोई प्राणी तेरी दृष्टि में निर्दोष नहीं ठहर सकता।
Psalms 143:3 शत्रु तो मेरे प्राण का ग्राहक हुआ है; उसने मुझे चूर कर के मिट्टी में मिलाया है, और मुझे ढेर दिन के मरे हुओं के समान अन्धेरे स्थान में डाल दिया है। 
Psalms 143:4 मेरी आत्मा भीतर से व्याकुल हो रही है मेरा मन विकल है।
Psalms 143:5 मुझे प्राचीन काल के दिन स्मरण आते हैं, मैं तेरे सब अद्भुत कामों पर ध्यान करता हूं, और तेरे काम को सोचता हूं। 
Psalms 143:6 मैं तेरी ओर अपने हाथ फैलाए हुए हूं; सूखी भूमि की नाईं मैं तेरा प्यासा हूं।

एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 19-20
  • मत्ती 18:21-35