ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

गुरुवार, 28 जून 2018

अतीत



      क्रिस बेकर एक गोदने (टैट्टू) बनाने वाले कलाकार हैं जो पीड़ा और दासत्व की निशानियों को कलाकृतियों में रूपांतरित करते हैं। उनके ग्राहकों में से अनेकों लोग पहले अपराधिक गिरोहों के सदस्य और मानव व्यापार के शिकार हुए जन हैं। इन लोगों के शरीरों पर पहचान के लिए चिन्ह, नाम, या कोड गोद दिए जाते थे; क्रिस अब उन पुराने गोदनों पर नए चित्र गोद कर, सुन्दर कलाकृतियां बनाते हैं।

      जो कार्य क्रिस बेकर त्वचा के साथ करते हैं, वही कार्य प्रभु यीशु मसीह मनुश्यों की आत्माओं तथा जीवन के साथ करते हैं – जीवन पर आए पाप और बुराई के दागों को हटा कर हमें अपने स्वरूप में रूपांतरित कर देते हैं। परमेश्वर का वचन बाइबल बताती है कि “सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्‍टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं” (2 कुरिन्थियों 5:17)। प्रभु यीशु के पास आने से पहले हम अपनी ही इच्छाओं के अनुसार चलते हैं, वे इच्छाएं हमें चाहे जहाँ ले जाएँ, और यह हमारी जीवन शैली से झलकता है। जब हम पापों से पश्चाताप करके अपना जीवन प्रभु यीशु को समर्पित करते हैं, तो हमारे पुराने जीवन की लालसाएं और बुराईयां हमारे जीवनों से हटने लगती हैं, और हम नए स्वरूप में परिवर्तित होने लगते हैं; “और सब बातें परमेश्वर की ओर से हैं, जिसने मसीह के द्वारा अपने साथ हमारा मेल-मिलाप कर लिया...”(2 कुरिन्थियों 5:18)।

      परन्तु इस नए स्वरूप में भी जीवन सदा ही सहज नहीं होता है। पुरानी आदतों से हटने में समय लग सकता है, और जो विचार हमारी पुरानी जीवन शैली का आधार थे, उनके साथ संघर्ष करने पड़ सकते हैं। परन्तु परमेश्वर का आत्मा हम में कार्य करता रहता है, हमें संभाले रहता है, भीतरी सामर्थ्य और प्रभु यीशु के प्रेम की समझ प्रदान करता है। हम अंश अंश करके प्रभु की समानता में बदलते जाते हैं, अतीत को पीछे छोड़ कर आगे बढ़ते जाते हैं। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


भविष्य का आनन्द लेने के लिए, 
अपने अतीत के लिए प्रभु परमेश्वर की क्षमा को स्वीकार कर लें।

...तो प्रभु के द्वारा जो आत्मा है, हम उसी तेजस्‍वी रूप में अंश अंश कर के बदलते जाते हैं। - 2 कुरिन्थियों 3:18

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 5:12-21
2 Corinthians 5:12 हम फिर भी अपनी बड़ाई तुम्हारे साम्हने नहीं करते वरन हम अपने विषय में तुम्हें घमण्‍ड करने का अवसर देते हैं, कि तुम उन्हें उत्तर दे सको, जो मन पर नहीं, वरन दिखवटी बातों पर घमण्‍ड करते हैं।
2 Corinthians 5:13 यदि हम बेसुध हैं, तो परमेश्वर के लिये; और यदि चैतन्य हैं, तो तुम्हारे लिये हैं।
2 Corinthians 5:14 क्योंकि मसीह का प्रेम हमें विवश कर देता है; इसलिये कि हम यह समझते हैं, कि जब एक सब के लिये मरा तो सब मर गए।
2 Corinthians 5:15 और वह इस निमित्त सब के लिये मरा, कि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीएं परन्तु उसके लिये जो उन के लिये मरा और फिर जी उठा।
2 Corinthians 5:16 सो अब से हम किसी को शरीर के अनुसार न समझेंगे, और यदि हम ने मसीह को भी शरीर के अनुसार जाना था, तौभी अब से उसको ऐसा नहीं जानेंगे।
2 Corinthians 5:17 सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्‍टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं।
2 Corinthians 5:18 और सब बातें परमेश्वर की ओर से हैं, जिसने मसीह के द्वारा अपने साथ हमारा मेल-मिलाप कर लिया, और मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी है।
2 Corinthians 5:19 अर्थात परमेश्वर ने मसीह में हो कर अपने साथ संसार का मेल मिलाप कर लिया, और उन के अपराधों का दोष उन पर नहीं लगाया और उसने मेल मिलाप का वचन हमें सौंप दिया है।
2 Corinthians 5:20 सो हम मसीह के राजदूत हैं; मानो परमेश्वर हमारे द्वारा समझाता है: हम मसीह की ओर से निवेदन करते हैं, कि परमेश्वर के साथ मेल मिलाप कर लो।
2 Corinthians 5:21 जो पाप से अज्ञात था, उसी को उसने हमारे लिये पाप ठहराया, कि हम उस में हो कर परमेश्वर की धामिर्कता बन जाएं।
                                                 

एक साल में बाइबल: 
  • अय्यूब 11-13
  • प्रेरितों 9:1-21