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शनिवार, 11 अगस्त 2018

डर



      परमेश्वर के वचन बाइबल में, लगभग जब भी कोई स्वर्गदूत मनुष्यों के समक्ष प्रगट होता है, तो उसके प्रथम शब्द सामान्यतः होते हैं, “मत डर” (दानिय्येल 10:12; मत्ती 28:5; प्रकाशितवाक्य 1:27)। यह कोई अचरज की बात नहीं है, क्योंकि जब भी कोई दिव्य पृथ्वी के निवासियों के संपर्क में आता है, वे डर के मारे काँपते हुए औंधे मुँह गिर पड़ते हैं। परन्तु लूका हमें परमेश्वर के ऐसे स्वरूप में आने की बात बताता है जिसे देखकर, जिससे बातचीत करके डर नहीं लगता है। प्रभु यीशु में होकर, जो गौशाले में जन्मे और जिन्हें चरनी में लेटाया गया, परमेश्वर ने अपने समीप आने का वह माध्यम दिया जिससे डर न लगे। एक नवजात शिशु से कम डरावना और क्या हो सकता है?

      संदेह करने वाले अपनी उलझनों में पड़े हुए प्रभु यीशु की संपूर्ण सेवकाई में उसपर नज़रें लगाए रहे। यह कैसे हो सकता है कि एक बढ़ाई की सन्तान, बैतलहम का वह शिशु, जगत का उद्धारकर्ता हो? परन्तु चरवाहों के उस झुण्ड के मन में कोई संदेह नहीं था कि वह कौन है, क्योंकि उन्होंने सुसमाचार का यह सन्देश स्वर्गदूतों के एक समूह से सुना था (लूका 2:8-14)।

      परमेश्वर ने मानव स्वरूप क्यों धारण कर लिया? बाइबल इसके अनेकों कारण बताती है – कुछ गूढ़ धर्मविज्ञानी और कुछ काफी व्यवाहारिक। प्रभु यीशु का किशोरावस्था में, मंदिर में कुछ रब्बियों को शिक्षा देना हमारे सामने एक संकेत रखता है (पद 46)। पहली बार ऐसा हुआ कि सामान्य लोग देह में अवतरित प्रभु परमेश्वर के साथ वार्तालाप, वाद-विवाद कर सके। यीशु ने सबसे बातचीत की – अपने माता-पिता, धर्मशिक्षकों (रब्बीयों), एक गरीब विधवा – सभी के साथ, बिना पहले यह कहे कि “मत डर”।

      प्रभु यीशु में होकर परमेश्वर हमारे बहुत निकट आ जाता है। - फिलिप यैन्सी


देहधारी प्रभु परमेश्वर, डर का अन्त है। एफ. बी. मेयर.

परमेश्वर की सहायता से मैं उसके वचन की प्रशंसा करूंगा, परमेश्वर पर मैं ने भरोसा रखा है, मैं नहीं डरूंगा। कोई प्राणी मेरा क्या कर सकता है? – भजन 56:4

बाइबल पाठ:लूका 2:8-10
Luke 2:8 और उस देश में कितने गड़ेरिये थे, जो रात को मैदान में रहकर अपने झुण्ड का पहरा देते थे।
Luke 2:9 और प्रभु का एक दूत उन के पास आ खड़ा हुआ; और प्रभु का तेज उन के चारों ओर चमका, और वे बहुत डर गए।
Luke 2:10 तब स्वर्गदूत ने उन से कहा, मत डरो; क्योंकि देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिये होगा।
Luke 2:11 कि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।
Luke 2:12 और इस का तुम्हारे लिये यह पता है, कि तुम एक बालक को कपड़े में लिपटा हुआ और चरनी में पड़ा पाओगे।
Luke 2:13 तब एकाएक उस स्वर्गदूत के साथ स्‍वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्‍तुति करते हुए और यह कहते दिखाई दिया।
Luke 2:14 कि आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शान्‍ति हो।
Luke 2:15 जब स्वर्गदूत उन के पास से स्वर्ग को चले गए, तो गड़ेरियों ने आपस में कहा, आओ, हम बैतलहम जा कर यह बात जो हुई है, और जिसे प्रभु ने हमें बताया है, देखें।
Luke 2:16 और उन्होंने तुरन्त जा कर मरियम और यूसुफ को और चरनी में उस बालक को पड़ा देखा।
Luke 2:17 इन्हें देखकर उन्होंने वह बात जो इस बालक के विषय में उन से कही गई थी, प्रगट की।
Luke 2:18 और सब सुनने वालों ने उन बातों से जो गड़िरयों ने उन से कहीं आश्चर्य किया।
Luke 2:19 परन्तु मरियम ये सब बातें अपने मन में रखकर सोचती रही।
Luke 2:20 और गड़ेरिये जैसा उन से कहा गया था, वैसा ही सब सुनकर और देखकर परमेश्वर की महिमा और स्‍तुति करते हुए लौट गए।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 81-83
  • रोमियों 11:19-36