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शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2020

अनुभव


      जब हमें पता चला कि एक रिश्तेदार के साथ खरीददारी करने के लिए गई मेरी सास कहीं गुम हो गई हैं, तो मैं और मेरी पत्नी बहुत घबरा गए। मेरी सास को भूल जाने की बीमारी है, और इसके कारण होने वाले असमंजस में वे कुछ भी कर बैठती हैं। हम घबराहट अनुभव कर रहे थे, यह सोचते हुए कि क्या वे उसी इलाके में भटक रही होंगी, या यह सोचकर कि वह उनके घर को जा रही है, कहीं वे किसी भी बस में तो नहीं चढ़ गई होंगी। हमारे मनों में जो बुरे से बुरा हो सकता था, वह सब आने लगा, और हम घबराए हुए उनकी खोज में लग गए, साथ ही परमेश्वर को भी पुकारते जा रहे थे की उन्हें ढुँढवा दे।

      कई घंटों के पश्चात किसी ने मेरी सास को कई मील दूर एक सड़क पर चलते हुए देखा; और हमने उन्हें पा लेने में परमेश्वर की आशीष को अनुभव किया। इसके कुछ महीने के बाद, हमने परमेश्वर की एक और आशीष को अनुभव किया: अस्सी वर्ष की आयु में मेरी सास प्रभु यीशु मसीह की ओर उद्धार के लिए मुडीं और उन्हें अपना उद्धारकर्ता ग्रहण किया।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु ने एक दृष्टांत सुनाया, उनहोंने कहा, “तुम में से कौन है जिस की सौ भेड़ें हों, और उन में से एक खो जाए तो निन्नानवे को जंगल में छोड़कर, उस खोई हुई को जब तक मिल न जाए खोजता न रहे? और जब मिल जाती है, तब वह बड़े आनन्द से उसे कांधे पर उठा लेता है। और घर में आकर मित्रों और पड़ोसियों को इकट्ठे कर के कहता है, मेरे साथ आनन्द करो, क्योंकि मेरी खोई हुई भेड़ मिल गई है” (लूका 15:4-6)।

      चरवाहे अपनी भेड़ों की गिनती रखते हैं, यह जानने के लिए कि उनकी सभी भेड़ें उनके पास हैं कि नहीं। इसी प्रकार से प्रभु यीशु भी, जिन्होंने अपने आप को अच्छे चरवाहे के समान बताया है, हम सभी को बहुमूल्य मानता है, हम चाहे वृद्ध हों अथवा युवा। जब हम जीवन में भटक रहे होते हैं, अपने जीवन के उद्देश्य को लेकर चिंतित और उसकी खोज में होते हैं, तो प्रभु यीशु की ओर मुड़ने और उसे अपना जीवन समर्पित करना सदा लाभप्रद रहता है। परमेश्वर चाहता है कि हम प्रभु यीशु में होकर उसके प्रेम और आशीषों का अनुभव करें। - लेस्ली कोह

अद्भुत अनुग्रह...मैं कभी खोया हुआ था, परन्तु अब खोज लिया गया हूँ। - जॉन न्यूटन

अच्छा चरवाहा मैं हूं; अच्छा चरवाहा भेड़ों के लिये अपना प्राण देता है। - यूहन्ना 10:11

बाइबल पाठ: लूका 15:1-9
Luke 15:1 सब चुंगी लेने वाले और पापी उसके पास आया करते थे ताकि उस की सुनें।
Luke 15:2 और फरीसी और शास्त्री कुड़कुड़ा कर कहने लगे, कि यह तो पापियों से मिलता है और उन के साथ खाता भी है।
Luke 15:3 तब उसने उन से यह दृष्‍टान्‍त कहा।
Luke 15:4 तुम में से कौन है जिस की सौ भेड़ें हों, और उन में से एक खो जाए तो निन्नानवे को जंगल में छोड़कर, उस खोई हुई को जब तक मिल न जाए खोजता न रहे?
Luke 15:5 और जब मिल जाती है, तब वह बड़े आनन्द से उसे कांधे पर उठा लेता है।
Luke 15:6 और घर में आकर मित्रों और पड़ोसियों को इकट्ठे कर के कहता है, मेरे साथ आनन्द करो, क्योंकि मेरी खोई हुई भेड़ मिल गई है।
Luke 15:7 मैं तुम से कहता हूं; कि इसी रीति से एक मन फिराने वाले पापी के विषय में भी स्वर्ग में इतना ही आनन्द होगा, जितना कि निन्नानवे ऐसे धर्मियों के विषय नहीं होता, जिन्हें मन फिराने की आवश्यकता नहीं।
Luke 15:8 या कौन ऐसी स्त्री होगी, जिस के पास दस सिक्के हों, और उन में से एक खो जाए; तो वह दीया बारकर और घर झाड़ बुहार कर जब तक मिल न जाए, जी लगाकर खोजती न रहे?
Luke 15:9 और जब मिल जाता है, तो वह अपने सखियों और पड़ोसिनियों को इकट्ठी कर के कहती है, कि मेरे साथ आनन्द करो, क्योंकि मेरा खोया हुआ सिक्‍का मिल गया है।

एक साल में बाइबल: 

  • गिनती 20-22
  • मरकुस 7:1-13